अगर आप अपने कंप्यूटर में कोई भी ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टॉल करना चाहते है , तो सबसे पहले BIOS SETUP (BASIC INPUT OUTPUT SYSTEM) की जानकारी आवश्यक है। BIOS SETUP में कई सेटिंग्स होती है लेकिन इनमें जो आवश्यक सेटिंग है उनके बारे में आपको बताया जा रहा है। बायोस पूरा नाम रॉम बायोस , सिमोस इत्यादि कई नामों से जाना जाने वाला दरसअल एक चिप है आपके कंप्यूटर में मदरबोर्ड पर लगा होता है कंप्यूटर के शुरूआती प्रोग्राम एवं निर्देश इसी चिप में स्टोर होते है। बायोस चिप को फर्म वेयर के नाम से भी जाना जाता है। इस चिप में स्टोर सेटिंग्स को सेव रखने के लिए मदर बोर्ड पर 3 वोल्ट की बैटरी लगी होती हैं , इस बैटरी को सीमोस बैटरी के नाम से जाना जाता है अगर यह बैटरी ख़राब हो जाए तो आपके कंप्यूटर का डेट टाइम सही नहीं दिखाएगा। बायोस सेटअप में कुछ बदलने के लिए जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम इंस्टॉल करने के लिए आपको बूट डिवाइस प्रायोरिटी (प्राथमिकता) की सेटिंग्स को बदलना होगा तो आप बायोस सेटअप में जाने के लिए पहले से पावर ऑफ कंप्यूटर को पावर ऑन करते ही आप F1 या F2 या DEL बटन को लगातार दबाये , ऐसा करने से BIOS SETUP खुल जाएगा। इस सेटअप को खोलने हेतु कुछ और बटन भी हो सकते है जैसे ESC और F1 से F12 तक का कोई भी बटन , अलग -अलग कंपनी के मदर बोर्ड में ये बटन अलग हो सकते है। आपका कंप्यूटर किसी बटन को दबाये जाने पर BIOS SETUP खोलेगा यह जानकारी कंप्यूटर शुरूआती डिस्प्ले में दिखता है। उपरोक्त बताए गए बटन का इस्तेमाल करके आप SEMOS SETUP खोल पाएंगे और ये आपको कुछ इस प्रकार का नजर आएगा।
BIOS SETUP यूटिलिटी में आपको कई ऑप्शन नजर आ रहे है। जैसे MAIN,ADVANCE ,SECURITY ,BOOT ,EXIT . सबसे पहले MAIN ऑप्शन के द्वारा आप अपने कंप्यूटर का डेट टाइम सेट कर सकते है।
इसी ऑप्शन से आप अपने कंप्यूटर से लगे ड्राइव की जानकारी यानि सिस्टम के साथ उनका जुड़ा होना सुनिश्चित कर सकते है। प्राइमरी मास्टर, प्राइमरी स्लेव , एवं सेकेंडरी मास्टर/स्लेव पर आपको अटैच डीवीडी ड्राइव एवं हार्ड ड्राइव की जानकारी मिल जाएगी एवं कंप्यूटर पर काम करने हेतु इन ड्राइव का मौजूद होना आवश्यक होता है। अब अगर हम एडवांस ऑप्शन की बात करे तो इसमें आप ऑनबोर्ड इनबिल्ट हार्डवेयर के कंट्रोलर को इनेबल अथवा डिसेबल कर सकते है। एक ऑप्शन सिक्योरिटी के नाम से है इसमें आप बायोस में जाने हेतु पासवर्ड की सेटिंग्स कर सकते है , कुछ बायोस में पावर ऑन पासवर्ड लगे सिस्टम को पूरी तरह करने के लिए पासवर्ड याद होना आवश्यक है।
नोट :- अगर आप बायोस पासवर्ड तोड़ना चाहते है तो उसका एक आसान उपाय है आप मदर बोर्ड पर सिमोस क्लियर जंपर शॉर्ट करे या सिमोस बैटरी 2 मिनट के लिए बाहर निकाल दे , एक बात का विशेष ध्यान रखें की ऐसा करते समय आपका कंप्यूटर पावर ऑफ अवस्था में होना चाहिए।
अगर आप सिमोस बैटरी निकालने में असमर्थ है (लैपटॉप) तो कुछ थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर के द्वारा भी सिमोस पासवर्ड ब्रेक किया जा सकता है।
आज के समय में ये सॉफ्टवेयर इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है अगर आप सॉफ्टवेयर सर्च करना चाहते है तो आप बिंग या गूगल जैसे वेब विकल्प की मदद लें।
BIOS SETUP में बूट ऑप्शन एक बेहद जरुरी ऑप्शन है , जिसकी मदद से हम कंप्यूटर के बूट ऑर्डर को सेट कर सकते है मतलब यह है की कंप्यूटर को हम यह बताते है की उसे किसी भी प्रकार का प्रोग्राम सबसे पहले किस डिवाइस में ढूंढे। जैसे उदाहरण के लिए आपको जानना चाहिए की कंप्यूटर दो चीजों से मिल कर बना है पहला हार्डवेयर दूसरा सॉफ्टवेयर। सिर्फ हार्डवेयर अथवा सिर्फ सॉफ्टवेयर अकेले किसी काम के नहीं है। सॉफ्टवेयर प्रोग्राम हमारे कंप्यूटर के हार्ड डिस्क में जमा सेव होता है और हमारा कंप्यूटर वहीं से सारा डाटा एक्सेस 'लेना' करता है। हार्ड डिस्क में ये प्रोग्राम पहले से इंस्टॉल नहीं होते इसे एक डेस्कटॉप सपोर्ट इंजीनियर द्वारा इंस्टॉल किया जाता है। अब आप समझ रहे है शायद की CD अथवा डीवीडी ड्राइव की मदद से कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर प्रोग्राम लोड करना होता है तो सबसे पहले हम कंप्यूटर के बायोस सेटअप में जाकर बूट ऑर्डर को सेट करेंगे जैसे फर्स्ट बूट डिवाइस में आप CD अथवा डीवीडी ऑप्टिकल ड्राइव का चुनाव करे सेकंड डिवाइस में हार्ड डिस्क रखें।
बूट ऑर्डर सेट करने के बाद EXIT ऑप्शन द्वारा किये गए बदलाव को सेव कर बाहर आ सकते है। बायोस सेटअप में चेंज 'बदलाव' करते समय सावधानी जरुरी है अगर आप गलत सेटिंग्स करेंगे तो हो सकता है आपका कंप्यूटर ख़राब हो जाएं। अगर आप कभी किसी कंप्यूटर के बायोस में सेटिंग
BIOS SETUP यूटिलिटी में आपको कई ऑप्शन नजर आ रहे है। जैसे MAIN,ADVANCE ,SECURITY ,BOOT ,EXIT . सबसे पहले MAIN ऑप्शन के द्वारा आप अपने कंप्यूटर का डेट टाइम सेट कर सकते है।
इसी ऑप्शन से आप अपने कंप्यूटर से लगे ड्राइव की जानकारी यानि सिस्टम के साथ उनका जुड़ा होना सुनिश्चित कर सकते है। प्राइमरी मास्टर, प्राइमरी स्लेव , एवं सेकेंडरी मास्टर/स्लेव पर आपको अटैच डीवीडी ड्राइव एवं हार्ड ड्राइव की जानकारी मिल जाएगी एवं कंप्यूटर पर काम करने हेतु इन ड्राइव का मौजूद होना आवश्यक होता है। अब अगर हम एडवांस ऑप्शन की बात करे तो इसमें आप ऑनबोर्ड इनबिल्ट हार्डवेयर के कंट्रोलर को इनेबल अथवा डिसेबल कर सकते है। एक ऑप्शन सिक्योरिटी के नाम से है इसमें आप बायोस में जाने हेतु पासवर्ड की सेटिंग्स कर सकते है , कुछ बायोस में पावर ऑन पासवर्ड लगे सिस्टम को पूरी तरह करने के लिए पासवर्ड याद होना आवश्यक है।
नोट :- अगर आप बायोस पासवर्ड तोड़ना चाहते है तो उसका एक आसान उपाय है आप मदर बोर्ड पर सिमोस क्लियर जंपर शॉर्ट करे या सिमोस बैटरी 2 मिनट के लिए बाहर निकाल दे , एक बात का विशेष ध्यान रखें की ऐसा करते समय आपका कंप्यूटर पावर ऑफ अवस्था में होना चाहिए।
अगर आप सिमोस बैटरी निकालने में असमर्थ है (लैपटॉप) तो कुछ थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर के द्वारा भी सिमोस पासवर्ड ब्रेक किया जा सकता है।
आज के समय में ये सॉफ्टवेयर इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध है अगर आप सॉफ्टवेयर सर्च करना चाहते है तो आप बिंग या गूगल जैसे वेब विकल्प की मदद लें।
BIOS SETUP में बूट ऑप्शन एक बेहद जरुरी ऑप्शन है , जिसकी मदद से हम कंप्यूटर के बूट ऑर्डर को सेट कर सकते है मतलब यह है की कंप्यूटर को हम यह बताते है की उसे किसी भी प्रकार का प्रोग्राम सबसे पहले किस डिवाइस में ढूंढे। जैसे उदाहरण के लिए आपको जानना चाहिए की कंप्यूटर दो चीजों से मिल कर बना है पहला हार्डवेयर दूसरा सॉफ्टवेयर। सिर्फ हार्डवेयर अथवा सिर्फ सॉफ्टवेयर अकेले किसी काम के नहीं है। सॉफ्टवेयर प्रोग्राम हमारे कंप्यूटर के हार्ड डिस्क में जमा सेव होता है और हमारा कंप्यूटर वहीं से सारा डाटा एक्सेस 'लेना' करता है। हार्ड डिस्क में ये प्रोग्राम पहले से इंस्टॉल नहीं होते इसे एक डेस्कटॉप सपोर्ट इंजीनियर द्वारा इंस्टॉल किया जाता है। अब आप समझ रहे है शायद की CD अथवा डीवीडी ड्राइव की मदद से कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर प्रोग्राम लोड करना होता है तो सबसे पहले हम कंप्यूटर के बायोस सेटअप में जाकर बूट ऑर्डर को सेट करेंगे जैसे फर्स्ट बूट डिवाइस में आप CD अथवा डीवीडी ऑप्टिकल ड्राइव का चुनाव करे सेकंड डिवाइस में हार्ड डिस्क रखें।
बूट ऑर्डर सेट करने के बाद EXIT ऑप्शन द्वारा किये गए बदलाव को सेव कर बाहर आ सकते है। बायोस सेटअप में चेंज 'बदलाव' करते समय सावधानी जरुरी है अगर आप गलत सेटिंग्स करेंगे तो हो सकता है आपका कंप्यूटर ख़राब हो जाएं। अगर आप कभी किसी कंप्यूटर के बायोस में सेटिंग
0 Comments
कमेंट केवल पोस्ट से रिलेटेड करें