Python Introduction in hindi by Ajay Kumar Paswan |
Python Introduction in Hindi
कंप्यूटर और मोबाइल फोन पर रहने वाली जितने भी एप्लीकेशन या सॉफ्टवेयर होते हैं। वह किसी ना किसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के द्वारा बनाए हुए होते है। आज के समय में आपको बहुत सारे पप्रोग्रामिंग लैंग्वेज देखने को मिल जाएंगे। जैसे C , C++, Java इत्यादि यह सभी कंप्यूटर लैंग्वेजस होते हैं। जो मनुष्य द्वारा लिखे और समझे जाते हैं। हर लैंग्वेज के अलग-अलग फीचरस होते हैं जो इन्हें एक- दूसरे से अलग बनाते हैं। जैसे-जैसे तकनीकी दुनिया में बदलाव होते जा रहे है। वैसे-वैसे इन प्रोग्रामिंग लैंग्वेजस में भी कई बदलाव देखने को मिल रहे हैं। जो यूजर्स को बेहतरीन फीचर प्रदान करते हैं। ऐसी ही एक लैंग्वेज है पाइथन जिसे प्रोग्रामिंग community इंडेक्स के द्वारा दुनिया के 10 लोकप्रिय प्रोग्रामिंग लैंग्वेजस में से सबसे ऊपर स्थान पर रखा गया है। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं। यह लैंग्वेज कितनी बेहतरीन है।
और दोस्तों हम आज की इस पोस्ट में इसी लैंग्वेज के बारे में बात करेंगे। चलिए सबसे पहले जानते हैं कि पाइथन क्या है ?
Python Programming Language क्या है ? What is Python ?
पाइथन एक Open Source High Level Interpreted और जनरल पर्पस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जिसका इस्तेमाल करना बेहद आसान होता है साथ ही ये बहुत शक्तिशाली लैंग्वेज मानी जाती है। पाइथन एक बेहतरीन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जिसकी मदद से बहुत तेजी से एप्लीकेशन को बनाया जा सकता है। पाइथन का इस्तेमाल Desktop, GUI एप्लीकेशन , वेबसाइट और Web एप्लीकेशन बनाने के लिए किया जाता है। पाइथन लैंग्वेज C, C++ की तरह एक प्रोग्रामिंग भाषा है। लेकिन यह बाकी के मुकाबले बहुत आसान लैंग्वेज जिसका सिंटेक्स यूनिक है। जिस भाषा को यूजर के पढ़ने योग्य बनाता है। अलग-अलग डेवलपर्स पाइथन लैंग्वेज की कोड को पढ़ कर ट्रांसलेट भी कर सकते है। जो दूसरी भाषा के मुकाबले बहुत आसान होता है। पाइथन में डायनामिक टाइप्स सिस्टम ऑटोमेटिक मेमोरी मैनेजमेंट की सुविधा उपलब्ध रहती है। इसी वजह से के प्रोग्राम के मैनेजमेंट और डेवलपमेंट का खर्च भी बहुत कम आता है और पाइथन लैंग्वेज पर काम कर रही टीम को एक दूसरे की सहयोग के साथ काम करने का मौका भी मिलता है।
शक्तिशाली लैंग्वेज होने की वजह से पाइथन का इस्तेमाल बहुत ही बड़ी-बड़ी कंपनियां द्वारा किया जा रहा है जैसे YouTube , Quora , इंस्टाग्राम , गूगल, Pinterest आदि। पाइथन लैंग्वेज Modules और Packages के उपयोग को को सपोर्ट करता है इसका मतलब है कि इस लैंग्वेज में जो प्रोग्राम लिखे जाते हैं। वो Moduler स्टाइल में लिखे जाते है। जो अलग अलग प्रकार के महत्वपूर्ण टास्क को परफॉर्म करने के लिए बनाये गए होते है।
इन मॉडल्स का उपयोग दूसरे प्रोजेक्ट के भी काम में किया जा सकता है। इन्हें इम्पोर्ट या एक्सपोर्ट करना बहुत आसान होता है।
Python History
और दोस्तों अब हम जानेगे Python के हिस्ट्री के बारे में
Python का आविष्कार नीदरलैंड में Guido Van Rossum द्वारा किया गया। Python की शुरुआत 1980 में हुई और करीब 10 साल बाद 1991 में पाइथन को लॉन्च किया गया। जनवरी 1994 में Python का पहला Version Python 1.0 निकाला गया था। इसका दूसरा Version Python 2.0 अक्टूबर 2000 में जारी किया गया और इसका तीसरा Version Python 3.0 एक लंबी अवधि के बाद दिसंबर 2008 में जारी किया गया। Python का नया Version Python 3.6.1 मार्च 2017 में रिलीज किया गया था।
इस भाषा को इस तरह से बनाया गया है की इसमें लिखी गए कोड आसानी से पढ़े और समझे जा सकते हैं। इसकी खासियत ये भी है कि इसे सीखने के लिए कोई पैसा नहीं देना पड़ता और इसके लिए किसी लाइसेंस की भी जरुरत नहीं पड़ती। ये जनरल पब्लिक लाइसेंस पर उपलब्ध है यह एक फ्री लाइसेंस सॉफ्टवेयर है जोकि यूजर्स को Software चलाने और पढ़ने की सुविधा देता है।
और दोस्त अब आप सोच रहे होंगे आखिर इस प्रोग्रामींग लैंग्वेज का नाम पाइथन क्यों रखा गया जबकि ये एक साँप का नाम है। दरअसल पाइथन के नाम की उत्पति एक कॉमेडी शो के नाम से हुई थी , जो 1970 की दशक में वि वि सी कॉमेडी सिरीज द्वारा Monty Python's Flying Circus नामक एक स्क्रिप्ट प्रकाशित हुई थी .इससे प्रभावित होकर Guido Van Rossum ने अपनी भाषा का नाम पाइथन रखा फिलहाल Python लैंग्वेज को कोड डेवलपमेंट टीम द्वारा मेंटेन किया जाता है जो पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में हमेशा नए-नए अपडेट फीचर जोड़ते रहते है।
पाइथन का उपयोग क्यों किया जाता है ?
दोस्तो अब हम जानते हैं पाइथन का उपयोग क्यों किया जाता है ?
पाइथन एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है। जिसका उपयोग हम सॉफ्टवेर निर्माण करने के लिए करते हैं। यह एक Interpreted लैंग्वेज भी है जिसका मतलब है कि इसमें लिखे गए प्रोग्राम कोड को रन करने के लिए कंप्यूटर readable फॉर्मेट में कन्वर्ट करके Compile नहीं करना पड़ता है। जबकि दूसरे प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में कोड को रन करने से पहले सोर्स कोड का ऑब्जेक्ट कोड में Conversion करना होता है Interpreted की मदद से पाइथन कोड को लगभग सभी कंप्यूटर पर आसानी से run किया जा सकता है। पाइथन एक प्लेटफार्म इंडिपेंडेंट लैंग्वेज हे जो विंडोज , Mac और Linux जैसे अलग-अलग प्लेटफार्म पर काम करती है। आज के समय में सबसे ज्यादा Programmer द्वारा इस्तेमाल होने वाली भाषा पाइथन है।
पाइथन का उपयोग
- सिस्टम सॉफ्टवेयर
- वेब एप्लीकेशन
- गेम डेवलपमेंट
- एप्प डेवलपमेंट
- वेबसाइट क्रिएशन
- कंप्यूटर ग्राफिक्स
- सर्वर साइड प्रोग्राम
आदि बनाने में किया जाता है।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पाइथन का इस्तेमाल नासा में भी किया जाता है। जहां इक्विपमेंट और स्पेस मशीन बनाने के लिए पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल किया जाता है। इस लैंग्वेज का उपयोग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डाटा साइंस में भी किया जाता है पाइथन की स्टैण्डर्ड लाइब्रेरी बहुत सारे इंटरनेट प्रोटोकॉल को सपोर्ट करती है जैसे HTML, XML, JSON, FTP इत्यादि।
Python Features
और अब जानते हैं दोस्तों पाइथन के अनोखे फीचर्स के बारे में
पाइथन एक High Level Programming लैंग्वेज है जिसमें कोड रीड और मेंटेन करना बहुत आसन होता है।
इसका सोर्स कोड सभी के लिए फ्री उपलब्ध होता है और इसके कोड को reuse या मोडिफिकेशन करने के लिए सभी यूजर्स के लिए ओपन होता है ताकि इसे users खुद से डाउनलोड और उपयोग कर सके यही एक वजह है की पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को ओपन सोर्स कहा जाता है पाइथन के ऐसे बहुत से यूनिक features है जोकि इसे दूसरी लैंग्वेजस से बहुत अलग बनाती हैं जैसे कि
1. Simple -
पाइथन भाषा बहुत ही सरल भाषा है इसका उपयोग करना आसान है इसीलिए इसे कंप्यूटर की भाषाओं में सबसे आसान भाषा माना जाता है। पाइथन एक ऐसी भाषा है जिसे पढ़ना और समझना बहुत आसान है, जिन लोगों को पहले से लैंग्वेज के बारे में कोई ज्ञान नहीं होता वो भी इस भाषा को पढ़कर आसानी से Programmer बन सकते हैं।
2. Interpreted Language -
जिस तरह हमें बाकि Programming Languages जैसे C , C++ और Java को Run करने से पहले Compile करना जरुरी होता है , पाइथन उस तरह Compile नहीं किया जाता है। पाइथन कोड रन टाइम पर ही Interpreter द्वारा Process किया जाता है। पाइथन एक ही समय में प्रोग्राम के कोड को लाइन बाय लाइन Execute करता है, इसलिए इस भाषा को स्क्रिप्ट लैंग्वेज भी कहा जाता है, हालांकि Interpreted होने की वजह से पाइथन दूसरी लैंग्वेजस से थोड़ी स्लो है।
3. Platform Independent -
पाइथन Open Source होने के कारण कई Platform पर उपलब्ध है जैसे Linux , Windows और Mac OS , पाइथन का कोड आसानी से किसी भी Platform पर चलता है। इसलिए अगर आप Python का कोड का कोड किसी भी Operating System पर हैं उस Program को दूसरे Operating System में भी बिना किसी समस्या के Run कर सकते हैं। अलग-अलग Platform के लिए अलग-अलग कोड लिखने की आवश्यकता नहीं होती है।
4. Extensible Language -
Python पूरी तरह से Extensible Language है अर्थात Source Code में अन्य Programming Language के Code डाले जा सकते है। यदि आप किसी Program का एक भाग तेजी से Execute हो तो भाग को दूसरे भाषा C में लिख सकते है। Python को दूसरे भाषा C और C++ के साथ आसानी से Integrate किया जा सकता है।
5. Large Standard Library -
Python में बहुत बड़ा Standard Library मौजूद है। यह Library अनेकों तरह कार्यों के लिए उपयुक्त है। यह हमें Rapid Application Development Module और Packages का समृद्ध Set प्रदान , जिसके कारण हमें Task लिए अलग से Code लिखना नहीं पड़ता है। इसमें Graphical User Interface बनाने के लिए Module है , Web Frameworks बनाने के Module है इसी तरह बहुत से task Perform करने के लिए Library में Modules उपलब्ध। है
दोस्तों मुझे आशा है की पाइथन इंट्रोडक्शन पोस्ट पसंद आया होगा इसे अपने Whatsapp ग्रुप और Facebook ग्रुप जो प्रोग्रामिंग का हो उसमें इस पोस्ट को शेयर करें ताकि मैं आपके लिए इससे जुड़ी और जानकारी लिख कर देता रहूँ। धन्यवाद !
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