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ये समझ गये तो Universe की शक्तियाँ खुद आकर आपकी मदद करेंगे | Law of Attraction







रात को सोने से पहले ये जरूर करें। अगर कुछ बड़ा करना चाहते हो तो 

दोस्तों आप रोड से गुजर रहे हो और किसी को आपकी जरुरत पड़ी और आपने उसकी मदद कर दी और जिसकी आपने मदद की उस ने खुश होकर आपको ढेर सारी दुआएं दी। आपका दिल उस समय कितना खुश हुआ होगा। आपने इस Feelings को कभी ना कभी जरूर महसूस किया होगा। ठीक ऐसे ही जब आप अपने ईश्वर को अपनी सेहत, पैसे, रिश्ते और हर उस चीज के लिए जो ईश्वर ने आपको दी है। उसके लिए धन्यवाद देते हैं तो क्या ईश्वर का दिल आपके लिए खुश नहीं होता होगा। सच कहो तो जैसे ही आप ग्रिटीट्यूड करते हैं। कृतज्ञता महसूस करते हैं ईश्वर के लिए तो उस सृष्टि के क्रिएटर से आपको दुआएं ब्लेसिंग आने शुरू हो जाती है।

दोस्तों जब आपको ईश्वर से आशीर्वाद और दुआएं मिलती है तो आपकी और आने वाली हर बुरी नजर या बुरा वक्त अपना रास्ता बदल लेता है। आपका वक्त अच्छे वक्त में बदलने लगता है और अगर आप किसी भी इच्छा के लिए पहले से ही ईश्वर को आपनी wish को पूरा करने के लिए धन्यवाद बोलना शुरू करते हैं। तो उस इच्छा को पूरा होने से कोई नहीं रोक सकता है। इस पोस्ट में आपको ग्रिटीट्यूड के बारे में, मैं कुछ ऐसे तथ्य बताने वाला हूं जिससे आपकी लाइफ में एक टर्निंग प्वाइंट आ सकता है और यह सब बातें सुनी हुई या पढ़ी हुई नहीं है ऐसे बहुत से रिसर्च हुए हैं जिनको मैं आपको बताने वाला हूं। जिनसे लोगों की लाइफ में बहुत बड़े-बड़े चेंज आए हैं बदलाव आए हैं।

ये सच में किसी चमत्कार से कम नहीं है यह ईश्वर का एक ऐसा आशीर्वाद है जो आपकी लाइफ को बहुत जल्द बदल सकता है। आज आपकी जो भी स्थिति हो लेकिन अगर आप ईश्वर को धन्यवाद बोलना, आभार व्यक्त करना मतलब कृतज्ञता और ग्रिटीट्यूड का यूज़ करते हैं, तो आपके जीवन में स्वास्थ्य, सपन्नता और सफलता को आने से कोई नहीं रोक सकता है।

आज इस पोस्ट में आप जानेंगे कि ग्रिटीट्यूड आपके जीवन को कैसे बदल सकता है? और ग्रिटीट्यूड आपके जीवन में दुखों को दूर करके कैसे खुशियां लाता है और कैसे आप अपने जीवन को ग्रिटीट्यूड की हेल्प से एक Healthy और Wealthy सक्सेसफुल जीवन बना सकते हैं।

वास्तव में यह आप नहीं जानते होंगे कि जब कोई व्यक्ति ग्रिटीट्यूड का प्रयोग करना शुरू करता है तो इससे आपका मस्तिष्क पूरी तरह से बदलने लगता है। जिसे आप माइंड रिप्रोग्रामिंग या rewire कहते हैं। एक तरह से आपका एटीट्यूड आपका रवैया बदलने लगता है। आप दुनिया को एक नए नजरिए से देखने लगते हैं हर चीज में खुशी मिलने लगती है। लगता है मानो जैसे सब कुछ है आपके पास और वास्तव में जब ये फिलिंग आपके पास पहुंच जाती है तो वो दिन आपकी लाइफ का सबसे खूबसूरत दिन होगा।

आपको हर चीज में ईश्वर की ब्लेसिंग दिखाई देने लगती है और आपके सब काम सफलता के साथ पूरे हो रहे हैं। आपका जो भी काम है जो भी कार्य है वो पहले से ज्यादा इफेक्टिव होगा और आपके करे हुए कार्य का जो आपको रिजल्ट अब तक मिलता था उससे 100% ज्यादा रिजल्ट आपको मिलने लगेंगे। वो भी पॉजिटिव, ये रिजल्ट आपको अपनी इनकम में देखने को मिल सकता है। सेहत में देखने को मिल सकता है या आपकी जो Wish है आपको अच्छे रिजल्ट देखने के लिए मिल सकता।

ग्रिटीट्यूड प्रेयर कैसे करनी है?

यह जानने से पहले आपको कुछ नियम है, जिन्हें जानना बहुत जरूरी है क्योंकि अगर आप इन नियम को ध्यान में रखते हुए ग्रिटीट्यूड प्रेयर करते है तो आपको रिजल्ट बहुत ही जल्दी मिलने शुरू हो जाएंगे और दूसरा आप में कभी भी निराशा की भावना नहीं आएगी तो आपको इन नियम को जरूर फॉलो करना है।

पहला नियम : आप ग्रिटीट्यूड हमेशा ईश्वर को अपने माता पिता के समान मानकर व्यक्त करें क्योंकि जब आप में ईश्वर के प्रति ऐसी भावना आ जाती है कि वही सर्वोपरि है मतलब आपके सभी कार्य वही परमपिता परमेश्वर कर रहे हैं तो आप कभी भी अपने रास्ते से डिमोटिवेटेड नहीं होंगे।

निराशा आपको छू भी नहीं सकती और आप जानते हैं कि एक पिता अपने बच्चे को कभी हारने नहीं देता है और इस तरह से चलने पर आपको मदद की किसी और की तरफ देखना नहीं पड़ेगा आपके रास्ते बहुत आसान और सुगम हो जाएंगे।

दसरा नियम: आपको एक राज की बात बताता हूं अगर ग्रिटीट्यूड करते हुए आपको ऐसा लग रहा है कि कुछ सही नहीं हो रहा है आपकी goal या आपकी wish पूरा होने में कोई परेशानी महसूस हो रही है तो आप अपने काम करने का तरीका बदल सकते हैं।

आपको एक बार यह देखना होगा कि कहीं कोई चीज तो ऐसी नहीं है जो सही ना हो मतलब यह है कि आपको भटकना नहीं है। निराश नहीं होना है कोशिश करनी है क्योंकि ईश्वर आपके हर कदम पर साथ होंगे। वह आपको जरूर संकेतों के माध्यम से आपको सब कुछ बताएंगे।

बस आपको उन संकेतो को समझना होगा। एक बार दोबारा से जाँच ले की कहीं कोई ऐसी गलती तो नहीं हो रही है। जिससे मैं अपने गोल से या अपने wish से दूर हो रहे हो, हो सकता है आपकी wish को पूरा होने में कुछ टाइम भी लग रहा हो या शुरुआत में आपको कुछ अच्छा भी feel ना हो रहा हो। आपको यह भी महसूस हो सकता है कि आप शायद सफलता की ओर नहीं चल रहे हैं। लेकिन वास्तव में दोस्तों यही आप के विश्वास का उस रिश्ते का एग्जाम है। जो आपने अपने ईश्वर के साथ बनाया है। चाहे कुछ भी हो जाए। अपने विश्वास को कभी हिलने मत देना ईश्वर तक आपकी प्रार्थना पहुंचने में, देखिए समय तो लगता है।

लेकिन जब एक बार ईश्वर आपका हाथ पकड़ लेते हैं तो फिर आपकी सफलता को कोई नहीं रोक सकता है। आपको विश्वास भी नहीं होगा कि जिस तरह के रिजल्ट आपके सामने आ सकते हैं। मतलब आपको बहुत कम मेहनत में ही आपको बहुत अच्छा रिजल्ट मिलना शुरू हो जाएगा। ईश्वर आपके रास्ते इतनी आसान कर देंगे आपके मुंह से सिर्फ यही निकलेगा कि ये बस एक चमत्कार है। आप जानते हैं जब आप आभार महसूस करते हैं तो आपके मस्तिष्क के साथ क्या होता है।

हाइपोथैलेमस आपके मस्तिष्क का एक हिस्सा होता है जो सक्रिय हो जाता है, ग्रिटीट्यूड आभार महसूस करते हुए। हाइपोथैलेमस आपके कई शारीरिक कार्य को नियंत्रित करता है। जो आपकी भूख, आपकी नींद, आपके टेंपरेचर, आपका मेटाबॉलिज्म यहां तक कि आपकी प्रोग्रेस को भी।

US राष्ट्रीय स्वास्थ्य अध्ययन संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि हमारा हाइपोथैलेमस तब सक्रिय होता है। जब हम दयालुता का कार्य करते हैं और कृतज्ञता की भावनाओं को अनुभव करते हैं। तो यह हमारे दिमाग में एक डोपामाइन नामक रसायन को भर देता है। जब हम वास्तव में किसी चीज के लिए आभारी होते हैं। इससे हमारे दिमाग को एक प्राकृतिक high-frequency मिलती हैं।

जो एक तरह से आपका सकते हैं कि वह आपको apreciate कर रहे हैं ऐसा करने के लिए। जिग जिगलर कहते हैं कि आभार सभी मानवीय भावनाओं में सबसे स्वस्थ भावना है। जितना अधिक आप आभार व्यक्त करते हैं उतना ही अधिक संभावना आपके पास होगी। आभार व्यक्त करने के लिए माइंडफूलनेस सेंटर के अनुसार नियमित रूप से आभार व्यक्त करने से आपके रवैया आपकी नजरिया में परिवर्तन होने लगता है। आपके मस्तिष्क की आणविक संरचना और यह ग्रे मेटल को क्रिएटिव लगता है और हमें स्वस्थ और खुश बनाता है। एप्लाइड साइकोलॉजी जनरल में एक अध्ययन के अनुसार आभार को लिखना एक ऐसा तरीका है।

जिससे नींद बहुत अच्छी आती है ये नींद में सुधार करता है। आधार पर कई वैज्ञानिक अध्ययन और शोध हुए जो सभी एक ही परिणाम देते हैं और फिर मानसिक शक्ति के बारे में शोध से पता चलता है कि कृतज्ञता ना केवल तनाव कम करता है बल्कि आघात को दूर करने में भी एक प्रमुख भूमिका निभाता है आप जानते हैं कि एक प्रभावशाली तरीके से कैसे हम ग्रिटीट्यूड कृतज्ञता प्रकट या व्यक्त कर सकते हैं। सबसे पहले अपने कोई भी तीन wish ले लें और तीनों को ऐसे लिखना है जैसे मैं आपको आगे बताने जा रहा हूं। आपको ये सब एक बार लिखना है और जब आप प्रे करेंगे तो हर लाइन को तीन बार रीड करना है जो भी आपने लिखा है आपको यह सब एक बार लिखना है और जब आप प्रे करेंगे तो हर लाइन को 3 बार बोलना है।

how to practice gratitude

जब भी आप ग्रिटीट्यूड प्रे करते हैं तो उससे पहले आपको अपने इष्ट देव या देवी का नाम लेना है। जिसको भी आप मानते हैं उनका ध्यान करना है और उनका नाम 5 बार 7 बार या 11 बार उनका नाम ले। उसके बाद ही आपको प्रेयर शुरू करनी है। सबसे पहले जानते हैं कि सेहत के लिए ग्रिटीट्यूड प्रेयर कैसे लिखनी है।

हे ईश्वर मेरी और मेरे परिवार की इतनी अच्छी देखभाल करने के लिए मैं आपका आभारी हूँ और धन्यवाद करता हूं। मैं और मेरा परिवार आपकी कृपा से पूर्ण स्वस्थ है इसके लिए मैं आपका आभारी हूं और आपका धन्यवाद करता हूं।

ऐसे ही आपको बिजनेस और जॉब के लिए ग्रिटीट्यूड प्रेयर ऐसी लिखनी है। हे ईश्वर मेरे बिजनेस को इतनी ऊंचाई तक ले जाने के लिए इतना सफल करने के लिए मैं आपका आभारी हूं और धन्यवाद करता हूं। मुझे इतनी सफलता और तरक्की देने के लिए मैं आपका आभारी हूं और धन्यवाद करता हूं।

एक ऐसे ही आपको अपनी जरूरतों जैसे धन और पैसे के लिए, हे ईश्वर आपने मेरी सारी जरूरतों को समय से पहले पूरा कर दिया है। जिसके लिए मैं आपका आभारी हूं और धन्यवाद करता हूं। अब आपकी अगर कोई अलग wish है तो आप इसे इसी तरह से बना कर लिख सकते हैं।

अगर आप किसी के सेहत के लिए ग्रिटीट्यूड प्रेयर लिखना चाहते हैं तो आप ऐसे कर सकते हैं। हे ईश्वर मेरे पिता को सेहतमंद करने के लिए मैं आपका आभारी हूं और धन्यवाद करता हूं।

आपको किसी दोस्त की तलाश है तो आप ऐसे लिख सकते हैं, हे ईश्वर आपने मुझे मेरी पसंद का दोस्त और प्यार दे दिया है। इसके लिए मैं आपका आभारी हूं और धन्यवाद करता हूं।

आप जितने भी लाइंस लिखे हैं उन सभी लाइन को दो-तीन बार पढ़ें और सोने से पहले और सुबह अपने कार्य शुरू करने से पहले समय कोई निश्चित नहीं है। लेकिन हमेशा एक ही समय करें तो ज्यादा प्रभावशाली होगा। इसे अपने अपनों के साथ एक अभ्यास बनाकर करें। सर झुका कर जैसे आप अपने पिता को हर चीज के लिए धन्यवाद दे रहे हो।

ध्यान रखें आभार मन की स्थिति है और कृतज्ञता हृदय की स्थिति है। कई बार आपसे गलती हो गई, कई बार भूलेंगे लेकिन निराश मत होना। फिर से शुरू करना और जितना अधिक कृतज्ञता का अभ्यास करेंगे। आप इसके बारे में जितना अधिक जागरूक होंगे। उतना ही जल्द आपके जीवन में असर दिखना शुरू हो जाएगा।

वास्तव में आप सभी चीजों के बारे में आभारी हो सकते हैं। खाने के लिए, आज जो आपने काम किया है उसके लिए, उसकी सफलता के लिए, आप के परिवार ने आज जो कुछ अचीव किया है उसके लिए, आज जो आपकी इनकम हुई है उसके लिए, रात को सोने से पहले अपने डेली रूटीन का एक माइंड मैप बनाएं। जो आपने आज पाया जो आपने आज खोया वह सिलेक्ट करें और उसके लिए आभारी होना शुरू कर दें। आप जिस चीज के लिए भी आभार प्रकट करते हैं वह हर कीमत पर बढ़ता है और बढ़ता ही जाता है तो आज मेरे लिए आभारी होने के लिए क्या है मुझे पता है वह है आपने मेरा पोस्ट यहां तक पढ़ा इसके लिए मैं आपका और ईश्वर का दिल से आभारी हूं।

मेरी इस बात का ध्यान रखें कि आप जिस भी चीज के लिए आभार प्रकट करते हैं तो वे बढ़ता है और हर क्षण बढ़ता चला जाता है।
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