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The Universe Will Give You Everything You Want! | अगर आप खुद को ऐसे तैयार करें | Law Of Attraction

The Universe। Law of Attraction


नमस्कार इस पोस्ट पर विजिट करके आप अपने आप को तैयार करने आए हैं जिससे आप वो सब कुछ रिसीव कर पाए जो ये Universe ये ब्रह्मांड आपको देना चाहता है। हिमालय की विपरीत परिस्थितियों में रहने वाले योगी इस रहस्य को जानते हैं लेकिन क्योंकि वो मोह माया के इस बंधन से अपने आपको अलग कर चुके हैं। इसीलिए वह इस रहस्यमई शक्ति का इस्तेमाल किसी भी भौतिक चीज को पाने के लिए नहीं करते।

आज हम आपको बताने जा रहे है कि कैसे यह ब्रह्मांड काम करता है? कैसे डिवाइन शक्ति काम करती है? कैसे यूनिवर्स की एनर्जी काम करती है? जिससे बहुत से लोग अनजान है लॉ ऑफ अट्रैक्शन कैसे इन सब से जुड़कर काम करता है ये आज हम गहराई से जानेंगे लॉ ऑफ अट्रैक्शन या आकर्षण के नियम को लोग जैसा समझते हैं जैसा मानते हैं उससे भी बहुत आगे हैं।

इसे आसानी से समझाने के लिए इस दुनिया में बहुत सारे तरीके समझाएं गए हैं क्योंकि जब कोई शक्ति बहुत रहस्यमई होती है बहुत जादुई सी लगती है तो लोगों को उस पर विश्वास करना मुश्किल लगता है। लॉ ऑफ अट्रैक्शन के रहस्य में जब धर्म की बात आती है जब ईश्वर की बात आती है तो लोग इस पर संदेह करते हैं। ये रहस्य खुद को एक बहुत ही वैज्ञानिक तरीके से व्यक्त करता है। आज हम आपको इसी रहस्य की वो राज बताने जा रहे हैं जिनसे हिमालय में रहने वाले योगी अपनी जिंदगी को ब्रह्मांड से जोड़ते हैं।

वो उस दिव्य शक्ति से जुड़ते हैं जहां तक की हम कल्पना भी नहीं कर सकते, पर ऐसा नहीं है कि आप उस व्यक्ति से तभी जुड़ पाएंगे जब आप हिमालय की ऊंची पहाड़ियों में रहेंगे। ये रहस्य जानकर आप में से बहुत से लोग आश्चर्यचकित भी हो सकते हैं और कुछ सचमुच इस पर विश्वास कर अपनी जिंदगी में अपनी मनचाही चीज को आकर्षित कर सकते हैं। इस बारे में बहुत से लोगों का यह सवाल होता है कि हम उस डिवाइन पावर से, उस दिव्य शक्ति से कैसे कनेक्ट कर सकते हैं। ब्रह्मांड से कैसे बात कर सकते हैं या भगवान से कैसे बात कर सकते हैं?
मैं जो चाहता हूं उसे मैं कैसे हासिल कर सकता हूं लेकिन जब आप इन सब के बीच के एक संबंध ढूंढते हैं एक रिलेशन ढूंढते हैं तो आप पाते हैं कि आपके और ब्रह्मांड के बीच या आपके और ईश्वर के बीच या उस शक्ति के बीच जिसने इस पूरी दुनिया को बनाया है। आप इस शक्ति को जो कहना चाहे इस सृष्टि को बनाने वाले निर्माता के बीच बेशक आप लॉजिकल या नॉन लॉजिकल किसी भी बैकग्राउंड से आते हैं या आप आस्तिक हो या नास्तिक हो आप इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि हम सब को एक शक्ति ने बनाया है। 

कोई तो है जो हम सबका क्रिएटर है इसी शक्ति ने सब कुछ बनाया है। आपको हमें हम सबको हमारे आसपास की हर चीज को बनाया है और अगर वह चीज मौजूद है जिसे हम चाहे अपना परमपिता परमेश्वर कहें ईश्वर कहें माँ कहें। आप इस शक्ति को जो चाहे पुकारे लेकिन ये शक्ति इतनी शक्तिशाली है इतनी पावरफुल है कि यह हमेशा हमारे आसपास मौजूद है यह हमारी हर काम हर मूवमेंट को मॉनिटर कर रही है यह हमेशा हमें देख रही है।

अब इसका क्या मतलब है इसका ये मतलब है कि जब आप प्रार्थना करते हैं जब आप किसी चीज के लिए अपनी इंटेंशन सेट करते हैं अपने इरादे मजबूत करते हैं तब आप अपनी जिंदगी में मनचाही चीज को Visualise करते हैं ताकि वो आपकी जिंदगी में साकार हो फिर चाहे वो Visualization आकर्षण के नियम का इस्तेमाल करके पैसों को मेनिफेस्ट करना हो, प्यार को मेनिफेस्ट करना हो, जो भी आप अपनी लाइफ में चाहते हैं आप उसे Visualize करते हैं। ये समझना बहुत जरूरी है कि ये पूरा सिस्टम कैसे काम करता है? 

हमारा ब्रह्मांड कैसे काम करता है कैसे वो हमारी बात सुनता है बहुत कम समय में बहुत से लोगों ने इस शक्ति को समझ कर अपनी मनचाही जिंदगी को जिया है। वो सब कुछ पाया है जो भी वो अपनी जिंदगी में चाहते थे अपने सपनों को पूरा किया है अपने Aim हासिल किया है अपने बिजनेस को ऊंचाइयों पर पाया है। अपने जीवन में अध्यात्मिक या स्पिरिचुअलिटी से चमत्कार होते देखे हैं सभी अलग-अलग चीजों को पाने में वो लोग सफल हुए हैं। 

लेकिन ये केवल उनके बारे में नहीं है क्योंकि कोई भी इंसान व्यक्तिगत रूप से इस शक्ति का इस्तेमाल कर सकता है लेकिन जब ये व्यक्तिगत शक्ति एक सामूहिक कोशिश में बदलती है यानी जब एक इंसान से शुरू हुई इस शक्ति का इस्तेमाल एक धरातल पर अलग-अलग लोगों द्वारा किए गए प्रयासों से जुड़ता है तो आप समझ जाते हैं कि आखिर ये शक्ति उस परमपिता परमेश्वर की शक्ति से कैसे जुड़ कर काम करती है।

यहीं से हमारा कांसेप्ट शुरू होता है जानती हूं बिना एग्जांपल के इसे समझना मुश्किल है इसीलिए चलिए एक एग्जांपल से इस पूरे कांसेप्ट को समझते हैं। देखिए सिंगर बनने का सपना देखने वाला हर गायक गाना गाने जाता है। लेकिन ये बात आप भी अच्छी तरह जानते हैं कि उनमें से विनर बस एक ही होता है।

तो जो विनर यानि विजेता होता है क्या बस उसी की आवाज सबसे अच्छी होती है? क्या बस उसी की कोशिश सबसे अच्छी होती है? क्या यूट्यूब पर दिखाए जाने वाले लोग, जो फेमस है जिन्हें करोड़ों लोग फॉलो करते हैं क्या वो सबसे बेस्ट है? क्या वो दुनिया के बेस्ट डांसर है या क्या वो दुनिया के बेस्ट सिंगर हैं वहां जो योगा ट्रेनर आपको दिखाया जा रहा है क्या वही दुनिया की सबसे ज्यादा आसनों को जानने वाला योगा ट्रेनर है। क्या एक वही है जिसे योगा के सभी चीजों की नॉलेज है और कई बार इन सवालों का जवाब होता है, नहीं ऐसे कई अनगिनत लोग हैं जिनके पास उनसे ज्यादा उनसे अच्छी नॉलेज है, पावर है, टैलेंट है लेकिन वो Hidden है छुपा हुआ है
तो आखिर ऐसा क्यों है कि जो उनसे भी कामयाब है क़ौम उनसे पीछे है। ईश्वर ने उन्हें क्यों नहीं चुना करोड़ों लोगों का प्यार पाने के लिए, बहुत फेमस होने के लिए। They are not a choosen one

Why? अब मैं जो आपको बताने जा रही हूँ उस पर ध्यान दीजियेगा जाहिर है हम सब अपनी सपनों को मेनिफेस्ट karna चाहते हैं। हम सब अपने विचारों को साकार करना चाहते हैं लेकिन At the same time  उसी समय हम ये भी चाहते हैं कि कुछ तो हमारे साथ ऐसा हो कि हमें पता चले कि यूनिवर्स हमारी मेनिफेस्टेशन को रेस्पॉन्ड कर रहा है।
या हमारी प्रार्थना में मांगी गई चीज को हम तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है तो हमारी मेनिफेस्टेशंस में हम एक शक्ति से ही अपनी चीज मांगते हैं जिसे हम आशा करते हैं कि वह हमारी मेनिफेस्टेशंस को एक्सेप्ट करें। 

स्वीकार करें, अलाव करें और उसे रियालिटी में बदल दे Right कई बार आप अलग-अलग चीजें मेनिफेस्ट करने की कोशिश करते हैं बहुत बार वो चीज मेनिफेस्ट हो जाती है बहुत बार नहीं भी होती है।

अब आप कहेंगे ऐसा क्यों? ऐसा मेरे साथ ही क्यों लेकिन ऐसा होना स्वाभाविक है क्योंकि ऐसा बस आपके साथ नहीं है यहां कुछ और भी है जो इन सब चीजों पर राज करता है जो Manifestations की पूरे प्रोसेस को कंट्रोल करता है। जो आपके मेनिफेस्टेशन को रिस्पॉन्ड करता है।
तो आप ऐसा नहीं सोच सकते कि ऐसा बस आपके साथ है हम सब एक हैं। ऑल आर अलायंस ऐसा किसी के भी साथ होना नेचुरल है और जब हम इसे और गहराई से समझते हैं तो हम ये जानने की दिशा में आगे बढ़ते हैं कि हम वो कैसे बन सकते हैं जिसे यूनिवर्स खुद चुने यानि we are the choosen one 

हम ये कैसे बनें How do we become those choosen onces जिससे Universe हमें respond करे। हमारी manifestation को एक्सेप्ट करे उसे reality में बदल दे। off course हम सब ऐसा ही चाहते हैं और इसके लिए मेनिफेस्टेशंस की अलग अलग टेक्निक को भी फॉलो करते हैं।

लेकिन वो चीज जिसके बिना अपनी Manifestation पूरी होते होते रह सकती है वो है आपकी क्षमता का आपकी मेनिफेस्टेशन को संभालने के लिए तैयार ना होना। अगर आप की पात्रता आपके सपनों को आपके मेनिफेस्टेशन को संभालने के लिए तैयार ही नहीं होगी तो वो चीज आपको कैसे मिलेगी मैंने अपनी पिछली पोस्ट में आपको बताया कि यूनिवर्स हमें वो सब कुछ देना चाहता है जो हम चाहते हैं। लेकिन इससे पहले वो करता है हमारा एक टेस्ट की क्या आप उस चीज को संभाल पाएंगे जो आप उससे मांग रहे हैं।

यानी अगर आप खुद को उस काबिल बना लें कि जो चीज आपने मांगी है आप उसे संभाल पाए आप उसके सक्षम हो जाएं तो जब-जब यूनिवर्स देखता है कि अच्छा मेरा बच्चा ये चीज चाहता है और क्या बात है वह इसके लिए पूरी तरह से कैपेबल है सक्षम है योग्य है तो आप उसकी रडार पर है और वो चीज किसी भी तरह यूनिवर्स आप तक पहुंचा कर रहेगा।

जाहिर है जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया है कि यूनिवर्स हमारा टेस्ट करेगा लेकिन उस Test को देने के लिए अब हम खुद को तैयार कैसे करें? नहीं इस टेस्ट की प्रिपरेशन स्कूल और कॉलेज में दिए जाने वाले टेस्ट की प्रिपरेशन से बिल्कुल अलग है इसमें आपको पढ़ाई नहीं करनी पर खुद को तैयार करना है इस टेस्ट में पास होने के लिए और इसमें पास होने के लिए आपको शरीर, मन और आत्मा इन तीनों में संतुलन और हमारे विचार मस्तिष्क और वाइब्रेशनस और एनर्जी को इन तीनों चीजों से जोड़ना होगा।

अब हम ये सारी चीजे align कैसे करते हैं यानी कैसे हम इन सब को संतुलन में लाकर जोड़ते हैं देखिए आप अपने सपनों को visualize करते हैं ग्रिटीट्यूड भी करते हैं। उन्हें फील करते हैं एक तरह से आप अपने शरीर मन आत्मा और अपने विचारों के साथ इन सबको सामंजस्य मिलाते हैं और आप नहीं जानती इन्हीं प्रैक्टिसेज के दौरान आफ यूनिवर्स के टेस्ट में भी परफॉर्म करते हैं।

यही आपकी तैयारी है यूनिवर्स के टेस्ट की जिस तरह हम लोगों को अलग-अलग पैरामीटर यानी अलग-अलग मापदंडों पर मॉनिटर करते हैं ठीक वैसे ही यूनिवर्स भी हमें मॉनिटर करता है कि हम अपने मेनिफेस्टेशन को रिसीव करने के लिए तैयार है या नहीं

For example मान लीजिए आपकी एक कंपनी है और लोग आपके पास जॉब इंटरव्यू के लिए आ रहे हैं तो आप उन सैकड़ों लोगों में से एक व्यक्ति को कैसे चुनेंगे। अगर आप जज है तो, तो या तो आप उसे चुनेंगे जिसकी क्वालिफिकेशन सभी लोगों में बेस्ट हो या आप उसे चुनेंगे जो उन सब में सबसे ज्यादा मेहनती हो या फिर उसे जिनमें ये सारी चीजें हो लेकिन इसके अलावा उससे एक ऐसी वाइब्रेशनल फीलिंग आये जिससे पता नहीं क्यों? आपको वो इंसान परफेक्ट लगे। बेशक अब चाहे उसकी क्वालीफिकेशंस बाकियों से कम हो मगर आप बस यह कहेंगे कि पता नहीं क्यों वो इस पोजीशन के लिए बेस्ट लगा। 

क्योंकि ये वो फीलिंग है और यही वो तरीका भी जिससे आप खुद को डिवाइन के टेस्ट के लिए तैयार कहते हैं। आप खुद को कैसे प्रेजेंट करते हैं। इस दुनिया के लिए नहीं बल्कि उस डिवाइन के लिए जब आपके सामने कोई नहीं होता ठीक वैसे ही जैसे इंटरव्यू में उस व्यक्ति ने अपने आप को सबसे बेस्ट शो किया। हम खुद को यूनिवर्स के सामने बेस्ट दिखाते हैं और आप खुद को बेस्ट कैसे शो करेंगे यूनिवर्स आपसे आशा करते हैं कि आप हमेशा रियल रहे आप में वह क्वालिटीज हो जिससे आप एक अच्छे इंसान लगे इसके अलावा कुछ चीजें जो आपके मेनिफेस्टेशन के लिए आपको क्वालिफाइड बनाती है।
उनमें आपका परसिस्टेंट लेवल यानि आप कितने जिद्दी है अपनी चीज को पाने के लिए क्या आप पूरी तरह से समर्पित है क्या आपमें सचमुच वो इच्छाशक्ति है कि आप किस हद तक उसे पाना चाहते हैं पहली चीज तो ये दूसरी चीज है कि आप कितने consistent है अपने एप्रोच के प्रति यानी कितनी शिद्दत से आप अपनी मेनिफेस्टेशन को पाने के लिए वो चीजें कर रहे हैं। तीसरी चीज है रिस्पेक्ट यानी सम्मान क्या आप खुद के लिए जिनके आसपास आप हैं जिनके साथ आप काम करते हैं जिनके साथ आप अपना जीवन बिताते हैं जिन्हें आप रास्तों में मिलते हैं क्या उन सब लोगों के प्रति आप रिस्पेक्टफुल है।

क्या आप पूरे दिल से उनका सम्मान करते हैं और इसके अलावा है क्या आप उन सब की प्रति विनम्र है क्योंकि यूनिवर्सल पावर हमेशा आपके kindness और आपकी अच्छाई को प्रेम करती है आपका गुस्से में चिल्लाना लोगों को गलत बोलना अप शब्दों का इस्तेमाल करना और यूनिवर्स को भी गुस्से में रिस्पॉन्ड करना कि मुझे मेरी चीज क्यों नहीं दे रहे हो यह सब गलत है।

झुकीए क्योंकि खुद प्रकृति भी हमें यही सिखाती है फलों से लद्दी वृक्ष तन कर खड़े होने की बजाई झुककर सबको मिठे फलों का आनंद लेने को प्रेरित करते हैं। वो हमें झुकना सिखाते हैं क्योंकि हमारा कठोर और रुखा बर्ताव हमें महान नहीं छोटा बनाता है।

एक आखरी चीज के साथ इस पोस्ट को खत्म करुँगी की हमेशा अपने दिल में सेवा की भावना जगाए रखें इस आशा से नहीं की एक दिन आपको उस सेवा का फल वापस मिलेगा। किसी को कुछ भी दीजिए किसी से कोई भी आशा मत रखिए। ये सोचकर भी नहीं की इसके बदले में यूनिवर्स आपके साथ अच्छा करेगा। 

हम जानते हैं वो करेगा पर इस आशा का त्याग कर दीजिए इस आशा के बंधन को जिस दिन से आप तोड़ना सीख जायेंगे उसी दिन से जिंदगी जीने के सही अर्थ को समझ जाएंगे श्रीकृष्ण भी तो कहते हैं फल की चिंता मत करो बस अपने कर्म करते जाओ और यकीन है जब हमारी काम अच्छे होंगे तो सभी अच्छाइयों का फल भी अपने आप मिल जाएगा लेकिन इस फल का इंतजार मत कीजिए बस सेवा की भावना का सच्चा अर्थ खुद से साकार करिए इस दुनिया तक अपनी सेवा पहुंचाइये आपकी अच्छाई किसी न किसी रूप में आप तक जरूर लौटेगी वादा है।

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