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सेल्फ लव कैसे करें ? Love Yourself like this & the MAGIC Begins!

Love Yourself like this



बचपन से हमें ये बताया और सिखाया जाता है की हमें दूसरों से अच्छा व्यवहार करना चाहिए। दूसरों को रिस्पेक्ट और प्यार देना चाहिए तभी लोग हमें पसंद करेंगे और अपनाएंगे। पर हमें कोई ये क्यों नहीं सिखाता की हमें खुद को भी तो पसंद करना चाहिए, खुद से भी तो प्यार करना चाहिए।

नमस्कार दोस्तों, Self Love क्या है? Self Love यानि खुद से प्यार करना, खुद का सम्मान करना, और खुद को स्वीकार करना होता है। ठीक वैसे ही जैसे हम अपने जीवन में कुछ खास लोगों का करते हैं। दूसरों को प्यार और सम्मान करते हैं, वैसे ही खुद से प्यार और सम्मान करना ही Self Love है।

दोस्तों, सेल्फ लव कई मायनों में हमारे जीवन को एक नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब हम इस दुनिया में खुद को अकेला महसूस करते हैं, उस समय ये जरुरी है की हम अपने खुद के जीवन में उस इंसान की भूमिका निभाएं जो अब तक हम किसी और इंसान से एक्सपेक्ट करते थे। की कोई आएगा, आपको फोन करेगा, की आप कैसे हैं, क्या हुआ है आपको, वो आपकी मदद करेगा, आपको उस परिस्थिति से बाहर निकलने में मदद करेगा, आपको वो प्यार और सम्मान देगा जैसी आप उस इंसान से आशा रखते हैं।

अब ठीक यही भूमिका जब हम self love में निभाते हैं तो हम अपने जीवन में खुद वो इंसान बनते हैं जो हमारी मदद करेगा। अब हम इस दुनिया से हर तरह की आशा तोड़ देते हैं। यकीन मानिए, सेल्फ लव प्यार का एक ऐसा रूप हैं जिससे हम अपनी अंतरात्मा से ईश्वर को महसूस करते हैं।

Self Love हमारे भीतर सकारात्मक मानसिकता बनाता है। हम ज्यादा positive रहते हैं। हम mentally और emotionally strong और relax और खुश महसूस करते हैं। जब हम खुद से प्यार करते हैं तो ये दुनिया हमसे प्यार करती है। जब हम किसी भी कारण से दुःखी हो जाते हैं, या depression से गुजर रहे होते हैं तब ये एक treatment की तरह काम करता है। Self Love हमें हमारी मुश्किल प्रस्थितियों से बाहर निकलने में मदद करता है।

अगर हम ये उम्मीद करते हैं की लोग हमसे प्यार करें, लोग हमारा सम्मान करें, तो पहले हमें खुद को प्यार करना होगा, खुद का सम्मान करना होगा। क्योंकि हम वही अपने जीवन में आकर्षित करते हैं जो हम खुद बनते हैं। इसलिए खुशी के लिए, हमें खुद को खुशियों से भरना होगा, प्यार के लिए पहले खुद को स्वीकार करना होगा। खुद को प्यार करना होगा।

लोग खुद से प्यार क्यों नहीं कर पाते? इसके कई कारण हो सकते हैं। खुदको अन्य लोगों के मुकाबले कमतर समझना, negative समझना, आजकल बहुत आम बात हो चुकी है। अगर कोई खुदको प्यार भी करता है, तो दुनिया उसे selfish कहकर जज करती है, पर ये किसी भी मायने से सही नहीं है।

हम हमेशा अपनी तुलना दूसरे लोगों से करते हैं, उसके बाल अच्छे हैं, वो पढ़ाई में अच्छा है, वो सुंदर दिखता है पर मैं नहीं, वो अच्छा बोलता है पर मैं नहीं, वो अच्छे कपड़े पहनती है, पर मेरे पास तो हैं ही नहीं,... आदि आदि अनेकों प्रकार की बातें सेल्फ लव में सबसे बड़ी बाधा बनकर खड़ी होती हैं।

हद तो तब हो जाती है जब हम हर छोटी बड़ी चीज में अपना comparison दूसरों से करने की आदत बना लेते हैं। हर कोई एक दूसरे से compete करता रहता है पहले तो बेहतर बनने की और जब फिर भी वो खुद से संतुष्ट नहीं होता तो बेहतरीन बनने की होड़ में वो अपनी ओर्जिनलिटी खो देता है और यही उन्हें खुदको नापसंद करने की वजह देता है।

सेल्फ लव में एक और चीज बाधा बनती है और वो ये है - बचपन में हमारे साथ बीती घटनाएँ। हमारी परवरिश, अगर किसी को बचपन में प्यार और प्रोत्साहन मिला हो तो वो बच्चा खुद को काबिल समझता है। वो खुद को पसंद करता है और दूसरों के प्यार के लायक भी समझता है।

अगर उसे हर छोटे बड़े acheivements या काम पर सराहा जाता है तो उसके अंदर आत्म विश्वास बनता है, जो धीरे-धीरे उसके सेल्फ लव का एक मजबूत आधार बनने लगता है। पर अगर किसी बच्चे को बचपन में उतना प्यार ना मिले और दूसरों से केवल डांट, फटकार, मार और उसकी हर छोटी से छोटी गलतियों पर दूसरों से तुलना की जाए तो वो बच्चा भी खुद से नफरत करने लगता है।

उसके मन में नकारात्मकता घर कर लेती है और वो उसे इस कदर जकड़ लेती है की बड़ा होने के बाद, अगर उसे प्यार भी मिले तो वो अवचेतन रूप से यही समझता है की वो इसके लायक है ही नहीं। जीवन में हो रही बुरी घटनाएँ भी एक और कारण हो सकती हैं जब हम सेल्फ लव को अपने जीवन में निरर्थक समझने लगते हैं।

किशोरावस्था में हम अपनी पर्सनालिटी और करियर के प्रति सजग होने लगते हैं, लेकिन ऐसे समय में जब हमें हमारे दोस्त जज करने लगते हैं, हमारी पर्सनालिटी पर सवाल खड़े करने लगते हैं, हमें चिढ़ाने लगते हैं, तो इसका भी कहीं न कहीं हमारे मन मस्तिष्क पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। हमारे साथ जब बार-बार बुरा होता जाता है, तब हम ये सोचने लगते है की हम अच्छे नहीं है, हमारी किस्मत अच्छी नहीं है। अगर हम अच्छे होते तो हमारे साथ बुरा क्यों होता और यही हमारे लिए खुद को किये जाने वाले प्यार को कम और खत्म कर देता है।

दोस्तों ये बातें बतानी जरूरी थी ताकि आप समझ पाए कि वो कौन से कारण थे जिनसे आप अब तक खुद की तरफ कभी ध्यान ही नहीं दे पाए थे। खुद को प्यार नहीं कर पाए थे। पर अच्छी बात ये है कि हम अपनी इस मेंटालिटी को बदल सकते हैं। चाहे हालात कैसे भी हो इस वक्त बेशक हम कितनी ही चुनौती पूर्ण समय से गुजर रहे हों।
हर स्थिति ठीक हो जाती है विश्वास कीजिए कुदरत कोई भी चीज ऐसी व्यर्थ नहीं बनाती। इसकी हर एक चीज एक अनमोल देन है। हम इंसान भी इस सुंदर प्रकृति की अनमोल रचना है। हम बहुत खास हैं इसीलिए खुद से प्रेम करें। 

क्योंकि जब हम खुद से प्यार करेंगे। तभी हम ईश्वर की बनाई इस रचना का सम्मान प्रकट कर पाएंगे। अपना नजरिया बदलकर हम खुद से प्यार करना सीख जाएंगे। अब खुद से प्यार करें कैसे?
 
जैसे इस दुनिया को रोशन करने से पहले, दिए का खुद रोशन होना जरूरी है। उसी तरह दूसरों का प्यार और सम्मान पाने के लिए पहले खुद को प्यार और सम्मान से भरना जरूरी है। सेल्फ लव बहुत आसान है। जी हां, बस जो फिक्र अब तक आप अपने जीवन में उन लोगों की करते आए थे। जिनकी आपकी जिंदगी में एक खास जगह है। अब आप ये फ़िक्र खुद की करेंगे। खुद का ध्यान रखेंगे। खुद से पूछेंगे, क्या तुमने खाना खाया? खुद को माफ करेंगे एक्सेप्ट करेंगे।

दोस्तों when you love yourself, the world loves you more!  

आप कई तरीकों से खुद को प्यार दे सकते हैं। आइए कुछ इंपॉर्टेंट तरीकों के बारे में बात करते हैं। जिनमें सबसे पहला तरीका है -

1. खुद की कमियों और खूबियों को जाने।

ये बहुत जरूरी है हर इंसान चाहे वह जिस भी स्वभाव का हो, उसमें कुछ खुबियाँ और कमियाँ तो होती ही है। अपनी कमजोरी को स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है। इस पर काम कर, इसको अपनाकर सुधारा जा सकता है। 

इसका अर्थ ये नहीं है कि मैं जैसा हूं वैसा ही अच्छा हूं। और हम अपनी कमियों का घमंड करने लगें। नहीं, अपनी कमी को जानकर उस पर काम करके आप खुद का ही बेटर version बन सकते हैं। इसी तरह हर इंसान में बहुत सारी अच्छी खूबियां भी होती है। आप में भी है! इस पर भी कम करें और अपनी काबिलियत को और निखारें। इससे आपका आत्मविश्वास और बढ़ेगा और आप और ज्यादा Grow कर पाएंगे पॉजिटिव रह पाएंगे।

2. सेल्फ लव का दूसरा तरीका है खुद को अपने अतीत की गलतियों से बाहर निकालें और आगे बढ़े।

दोस्तों, हर इंसान के अतीत में कुछ ऐसी यादों का पिटारा जरूर होता है। जिसे याद कर वो इंसान बार-बार दुखी और परेशान हो जाता है। शायद इसमें उसके साथ कुछ बुरा घटा हो सकता है। कई लोग इस अतीत के इन दुखों में इस कदर उलझ जाते हैं कि वो अपनी आज को भी भूल जाते हैं और सेल्फ लव तो दूर, वो पूरी तरह से खुद को अतीत में झोंक कर खो देते हैं। 

सेल्फ लव आपको इन्हीं संवेदनशील यादों से बाहर निकलने में मदद करता है। इसके लिए पहले तो अतीत की उस घटना को स्वीकार कर लें। जो हो गया सो हो गया उसे आप बदल नहीं सकते, ये सोचकर आगे बढ़ें । गलती इंसानों से ही होती है जिसने आपके साथ गलत किया वो भी एक इंसान है और अगर आपसे कुछ गलत हुआ तो आप भी माफ कीजिए खुद को भी और उन्हें भी।

आपका कल आपके हाथों में है। इसलिए खुद को अतीत के दुखों में मत डूबाइये। आज मैं जीना सीखीए और एक नई शुरुआत कीजिए हम सब आपके साथ हैं। खुद से प्यार करने का ये भी एक बड़ा तरीका है।

3. सेल्फ लव का तीसरा तरीका है उन लोगों से दूरी बनाए जो आपको नीचा दिखाते हैं।

खुद के लिए कदम उठाइए हमें हमेशा एक अच्छी संगति का चुनाव करना चाहिए। अगर आपके दोस्त या कलीग्स आपको हमेशा बुरा बोलते हैं और आपको किसी लायक नहीं समझते तो आप भी कहीं ना कहीं खुद को धीरे-धीरे ऐसा समझने लग जाएंगे। लेकिन इसके विपरीत अगर कोई आपको प्रोत्साहित करता है। आप में पॉजिटिविटी भरता है तो आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और इसे खुद की प्रति आपका प्यार बढ़ेगा।

खुद को बुरे यानी टॉक्सिक लोगों से बचाए और खुद को अच्छे लोगों के ग्रुप से जोड़ें क्योंकि जब आप प्यार करते हैं तो आप अपने प्यार में नकारात्मकता की हर छाप को मिटा देते हैं। अब जब ये प्यार खुद से है तो हम पीछे कैसे हट सकते हैं।

4. सेल्फ लव का चौथा तरीका है अपना ध्यान रखना Take Care of Yourself 

जब हम किसी को खुश करने के लिए अच्छे से तैयार होते हैं तो खुद के लिए भी तो कभी तैयार हो ही सकते हैं। लेकिन तस्वीरें तो कुछ और ही बताती है। जब कोई नहीं होता तो हम अपना बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते। खुद की care ही नहीं करते, हम जैसे रहते हैं जो देखते हैं, जो खाते हैं। इन सब का हमारे जीवन पर बहुत बड़ा असर पड़ता है। इसीलिए आप किस तरह की मनोरंजन का चुनाव कर रहे हैं। इसका भी ध्यान रखें। अपनी सेहत अपने खाने-पीने का ध्यान रखें। पौष्टिक और सेहतमंद खाना खाएं। खुद को साफ-सुथरा और अच्छे से ड्रेस अप करें। जिससे आप अच्छा और कॉन्फिडेंट महसूस करेंगे और इससे आपका मूड भी अच्छा रहेगा।

ड्रेस अप करने का मतलब यह नहीं कि घर पर भी सूट बूट में तैयार रहें। पर ड्रेस अप करने से मेरा मतलब है कि हमें साफ और आरामदायक कपड़े पहन ने चाहिए और जब बाहर जाएं तो अपने पसंदीदा कपड़े पहनें जैसी स्टाइल आपको अच्छी लगती है क्योंकि आप कॉन्फिडेंट तभी महसूस करते हैं।

जब आप अपने दिल की करते हैं साथ ही साथ कुछ एक्सरसाइज करना, मेडिटेशन और प्राणायाम करने से भी आपके शरीर में फुर्ती, आत्मविश्वास और सकारात्मकता आती है। जिससे आपको अच्छा महसूस होगा, अच्छी और पॉजिटिव बातें बोलें, एफर्मेशंस को दोहराएं जो आपके सेल्फ एस्टीम को बढ़ाएगा।

5. सेल्फ लव का पांचवा तरीका है नकारात्मक बातें बोलना छोड़ दें और ग्रिटीट्यूड की प्रैक्टिस करें।

हम कई बार खुद को नकारात्मक सलाह देते हैं जैसे मुझसे ये नहीं होगा या मैं इस लायक ही नहीं या मैं इतनी सुंदर ही नहीं हूं और यही बातें हमें कमजोर भी बनाती रहती हैं और हमें डराती भी हैं। इसलिए नेगेटिव सेल्फ टोक की आदत को आज ही छोड़ दीजिए। विश्वास कीजिए आप सब कुछ कर सकते हैं। जब आप ये विश्वास भर कर लेते हैं तो आप अपने आप में अपने हर सपने को पूरा करने की काबिलियत पा लेते हैं। हमारे जीवन में जो ठीक नहीं चल रहा है। उसी पर ध्यान देते रहना, ये हम इंसानों की बुरी आदत है।

लेकिन सब दिन एक जैसे नहीं होते समय बदलेगा और आपका टाइम भी आएगा। पर जब हम उन्हीं नकारात्मक चीजों पर ध्यान देते रहेंगे तो हमें ऐसा लगेगा जैसे जीवन में कुछ अच्छा है ही नहीं। लेकिन ऐसा कभी नहीं होता कि आपके जीवन में बस बुरी ही चीजें हो। हर किसी के जीवन में कुछ ना कुछ अच्छा तो होता ही है बस हमें अपने नजरिए को बदलने की देरी है। उस तरफ ध्यान दीजिए जो अच्छी चीजें अभी आपके साथ हैं। उनसे खुश रहिए और प्रकृति के प्रति शुक्रगुजार हो जाइए।

हम इंसानों में एक और आदत होती है और वो है बहुत सारी इच्छाएं और आशाएं। जैसे ही हमारी एक इच्छा पूरी हो जाती है। हम दूसरी इच्छा बना लेते हैं। ऐसे में इस बात की क्या गारंटी है कि अभी आपके पास जितना है। उससे ज्यादा आपको मिल भी जाए तो आपकी इच्छा नहीं बढ़ेगी। इसीलिए जो आपके पास है पहले उससे खुश होना सीखिए क्योंकि जितना आपके पास है।

शायद उतना पाना भी किसी का सपना है इसलिए हर छोटी सी छोटी खुशी के लिए ईश्वर का और इस प्रकृति का धन्यवाद कीजिए। क्योंकि आप जितना धन्यवाद करेंगे अपनी खुशियों को आप उतना ही मल्टीप्लाई करेंगे।

6. सेल्फ लव की आखिरी टिप है खुद की आलोचना या बुराई ना करें बल्कि खुद को अप्रिशिएट करें।

एक सबसे बड़ी गलती जो हम अक्सर करते हैं वो है खुद की आलोचना करते रहना। हंसी मजाक में भी कई बार हम खुद के लिए बहुत नेगेटिव बोल जाते हैं। लेकिन आपको पता भी नहीं चलता कि आपके द्वारा बोली गई बात का आपके जीवन पर क्या असर पड़ सकता है। जब इसी आलोचना में अन्य लोग भी शामिल हो जाते हैं तब आपको अच्छा नहीं लगता और यही हमें खुद से प्यार करने नहीं देता।
जब हम बार-बार खुद की आलोचना करते हैं तब हम अपनी नजरों में खुद की एक गलत छवि बना लेते हैं। इसीलिए हम अपने आप को नापसंद करने लगते हैं कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं होता खुद की गलतियों से सीखें पर बार-बार खुद को दोष न दें। एक और जरूरी बात ना कहना सीखें क्योंकि कई बार जब आपकी अच्छाई का फायदा उठाया जाता है सिर्फ इसीलिए कि आप उनके काम को करने के लिए तैयार हो जाते हैं तो बाद में आपको खुद पर गुस्सा आता है। इसलिए जब आप खुद से प्यार की राह पर चलते हैं तो कॉन्फिडेंटली ना कहना सीखते हैं। आपने स्कूल या कॉलेज में सीखा भी होगा, learn to say no politely यानी कुछ इस तरह मना करें कि सामने वाले को बुरा भी ना लगे और आप मना भी कर दें।

जितना आपसे हो सकता है उतने ही कार्यभार की जिम्मेदारी लें।आज ही लिखें, आप में कौन-कौन सी अच्छाइयां हैं और खुद को अपनी अच्छाइयां याद दिलाते रहें। अच्छी बातें और पॉजिटिव एफर्मेशंस आपका सेल्फ एस्टीम बढ़ाएंगे और आपको खुद से प्यार करना सिखाएंगे।

दोस्तों अंत में बस इतना ही कि हमारे जीवन में कई लोग और रिश्ते आते और जाते हैं लेकिन जो हमारे साथ पूरी जिंदगी रहता है, वो है हमारे साथ हम खुद। जब से आप इस धरती पर आए हैं और जब तक आप हैं और रहेंगे। आपके साथ आप हमेशा खुद को जरूर पाएंगे। इसलिए खुद से प्यार करना सीखें और खुद को हर परिस्थिति में स्वीकार भी। एक ही तो जिंदगी मिली है इसे प्यार और खुशी से जियें। खुद ही प्यार बने और फिर आपकी और प्यार और खुशियां ऐसी खींची चली आएंगी जैसे मैग्नेट की तरफ लोहा खिंचा चला आता है। 

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