अगर आपका पार्टनर आपको इग्नोर कर रहा है
अगर आपका पार्टनर आपको इग्नोर कर रहा है। आपके पार्टनर का इंटरेस्ट आप में बिल्कुल खत्म हो गया है तो आप इस रिलेशन को कैसे ठीक करोगे। क्या ऐसा हो भी सकता है। जी हां, हो सकता है और बिल्कुल हो सकता है। लेकिन इसके लिए आपको इस प्रक्रिया को समझना होगा। की कैसे स्टेप बाय स्टेप फिर से आप आपके पार्टनर का इंटरेस्ट क्रिएट कर सकते हो। लेकिन उससे भी पहले आपको इस प्रक्रिया को समझना होता है कि कैसे स्टेप बाय स्टेप आपके पार्टनर का इंटरेस्ट आप में खत्म होता है।
जो इंसान रिलेशनशिप में आपके साथ टाइम पास करने की इरादे से आता है। वो इंसान भी आपके प्यार में सीरियस हो सकता है।
अगर आप उस इंसान को सही तरह से हैंडल करते हो तो और जो इंसान आज आपको बहुत ही ज्यादा प्यार कर रहा है। वो इंसान भी एक टाइम के बाद आपको इग्नोर कर सकता है। अगर आपने उस इंसान को सही से हैंडल नहीं किया तो, सब कुछ इस बात के ऊपर निर्भर करता है की रिलेशन में आने के बाद आप आपके पार्टनर को रिलेशनशिप में कैसे एक्सपीरियंस देते हो।
अगर आप आपके पार्टनर को सही एक्सपीरियंस दे रहे हो तो टाइम के साथ आपके पार्टनर का आप में इंटरेस्ट और प्यार बढ़ता जाएगा। और आपका पार्टनर पहले से भी ज्यादा आपके लिए सीरियस होता जाएगा। भले आप अपने पार्टनर को बहुत ज्यादा प्यार करते हो। लेकिन आप आपके पार्टनर को गलत एक्सपीरियंस दे रहे हो। तो टाइम के साथ आपका पार्टनर आपसे बोर और इरिटेट होकर आपसे दूर होने लगेगा।
मेरे पहले दो रिलेशन एकदम फेल रहे क्योंकि मैं अपने पार्टनर को सही एक्सपीरियंस नहीं दे रहा था। हाँ, मैं उसको प्यार बहुत करता था। लेकिन इसके बाद भी मैं उसको बोर और इरिटेट ही करता था।
इस प्रॉब्लम को समझने के बाद अब मेरा रिलेशन बनाने का मन ही नहीं करता है। लेकिन आप अगर रिलेशन में जाते हो तो अपने पार्टनर को सही एक्सपीरियंस देना। जिसके कारण आपको उनका प्यार मिल सकें। शायद आपको लगता होगा कि पार्टनर अचानक से बदल गया लेकिन कभी भी रिलेशन में कुछ भी अचानक से नहीं होता । धीरे-धीरे चार स्टेजेस में आपका रिलेशन खराब होता है। उन चार स्टेजेस के बारे में डिटेल से बताऊंगा और यह भी बताऊंगा कि इतने खराब रिलेशन को भी आप कैसे ठीक कर सकते हो।
जब पार्टनर का पूरी तरह से आप में इंटरेस्ट खत्म हो जाता है तो वो रिलेशन रातों-रात सही नहीं होता। उसको सही करने की भी एक प्रोसेस होती है four step में धीरे धीरे आपका रिलेशन सही होता है। जिसके बारे में आपको समझना और सीखना पड़ेगा। उसके बारे में भी इस आर्टिकल में डिटेल से बात करेंगे।
तो चलिए शुरु करते हैं कि कैसे step by step आप अपने रिलेशनशिप को खराब होने देते हो।
रिलेशनशिप में आपका सबसे बड़ी गलती यह होती है कि आप धीरे-धीरे आपके पार्टनर के ऊपर डिपेंड हो जाते हो और आपको इसके बारे में पता भी नहीं होता। जब तक आप अपने पार्टनर के ऊपर डिपेंड नहीं होते। तब तक रिलेशनशिप में आपकी एक भी गलती नहीं होती। यह डिपेंड होना क्या है? कैसे आप डिपेंड हो जाते हो और उसके बाद क्या होता है। आपको खुद के लिए कॉन्फिडेंस कब फील होता है, पता है आपको या आपको खुशी कब फील होती है यह पता है आपको।
जब आप अपनी लाइफ में किसी भी पाथ में करियर में, रिलेशनशिप में, जब ग्रो करते हो, जब प्रोग्रेस करते हो। तब आप अपनी लाइफ में सबसे ज्यादा खुद के लिए कॉन्फिडेंट और हैप्पीनेस को महसूस करते हो। अगर आप करियर में प्रोग्रेस कर रहे हो या आप रिलेशनशिप में प्रोग्रेस कर रहे हो। आपको यह कॉन्फिडेंस और हैप्पीनेस फील होगा। बाय द वे लाइफ में हमेशा ऐसा फील करने के लिए आपका प्रोग्रेस करता रहना और ग्रो करता रहना जरूरी है।
आपकी लाइफ से आपका कॉन्फिडेंस और आपकी हैप्पीनेस गायब हो जाएगी। जब आप लाइफ में किसी भी चीज में स्टक हो जाते हो। जब किसी एक चीज में सब कुछ खराब होने लगता है। वह आपका कैरियर भी हो सकता है। वह आपका रिलेशनशिप भी हो सकता है। आपकी लाइफ में आपकी हैप्पीनेस के कई अलग-अलग सोर्स हो सकते हैं। वो आपकी हॉबीज हो सकती है, वो आपका सेल्फ लव हो सकता है या वो आपके करियर के कारण भी, आप अपनी लाइफ में कॉन्फिडेंट और हैप्पीनेस को फील कर रहे होंगे,
लेकिन रिलेशन में आने के बाद आपकी लाइफ में हैप्पीनेस का एक नया सोर्स क्रिएट होता है। और यह नया सोर्स है प्यार। जब आपकी लाइफ में प्यार नाम का यह नया सोर्स क्रिएट हो जाता है। उसके बाद आप अपने हैप्पीनेस के पुराने सोर्स को धीरे-धीरे अवॉइड करने लगते हो। क्योंकि अब आपको अपने पार्टनर से बात करने में अपने पार्टनर के साथ मिलने में इतनी हैप्पीनेस फील हो रही है। इतनी खुशी फील हो रही है कि आपकी life से दूसरे जो हैप्पीनेस के सोर्स होते हैं।
वह कब अलग होने लगता आपको फील ही नहीं होता। आपको पता ही नहीं चलता और ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा होगा, क्योंकि देखो अगर आप जिम जाते हो बहुत मेहनत करते हो और फिर बॉडी बनाने के बाद जो आपको हैप्पीनेस फील होगी। मान लो वह हैप्पीनेस ना आपको किसी लड़के के साथ बात करके हो रही है। किसी लड़की को मिलकर हो रही है। तो ज्यादातर लोग यह इजी हैप्पीनेस को ही फॉलो करेंगे लेकिन यहां पर बहुत ही बड़ा झोल हो जाता है।
अगर ध्यान से समझोगे तो आपको समझ में आएगा कि धीरे-धीरे आप खुश रहने के लिए एकदम आपके पार्टनर के ऊपर डिपेंड हो जाते हो। अब मान लो आपका पार्टनर आपके साथ बात करें ना करें आपको फर्क पड़ता है। आपके पार्टनर से आप हर्ट होने लगते हो। आप ऐसा नहीं बोल सकते कि आपको कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि डिपेंड होने के बाद आपको बहुत फर्क पड़ने लगता है। क्योंकि आप अपने पार्टनर के ऊपर डिपेंड हो। अब आप फस गए हो। हालांकि मुश्किल है लेकिन अगर हो सके तो कभी भी किसी इंसान के ऊपर खुद को डिपेंड नहीं होने देना चाहिए। लाइफ में वैसी चीज करती रहनी चाहिए। जिससे आपका कॉन्फिडेंस और आपकी हैप्पीनेस क्रिएट होती है।
डिपेंड होने के बाद आपका यह रिलेशनशिप आपकी लाइफ की बहुत ही बड़ी प्रायोरिटी बन जाती है। क्योंकि अब आप खुश रहने के लिए सिर्फ अपने पार्टनर और अपने रिलेशन के ऊपर पूरी तरह से डिपेंड हो और ऑलरेडी आपकी हालत वहां तक खराब हो जाती है कि आपको अपने पार्टनर के बिना अच्छा लगता ही नहीं। अब आपका ज्यादातर टाइम एनर्जी और फॉक्स आपके पार्टनर के ऊपर इन्वेस्ट होने लगेगा या यू कहिए कि पार्टनर के ऊपर वेस्ट होने लगेगा। अब आप सेल्फ को अपने करियर अपनी हॉबीज या अपने दोस्तों के ऊपर बहुत ही कम ध्यान दोगे और आपको यह इतनी जरूरी भी अब नहीं लगेंगे।
अब आपके अंदर आती है इनसिक्योरिटी क्योंकि आपके लिए यह रिलेशनशिप सब कुछ है तो मन ही मन आप डरने लगते हो कि कहीं आपका पार्टनर आपसे दूर ना हो जाए और insecure feel करने के बाद तो आपका फॉक्स आपके पार्टनर के ऊपर पहले से भी बहुत ही ज्यादा हो जाएगा। आपके पार्टनर की लाइफ में क्या हो रहा है। वह किसके साथ बात कर रहा है। किन से मिल रहा है।
आपके पार्टनर की सारी चीजों से आपको बहुत ही ज्यादा फर्क पड़ने लगेगा। Insecure करने के बाद आप अपने पार्टनर को बहुत ही ज्यादा मतलब बहुत ही ज्यादा सीरियस लेने लगते हो और हमेशा उसको खुश करने की कोशिश करने लगते हो ताकि आपका पार्टनर आपसे कभी दूर न जाए।
जो इंसान रिलेशनशिप में आपके साथ टाइम पास करने की इरादे से आता है। वो इंसान भी आपके प्यार में सीरियस हो सकता है।
अगर आप उस इंसान को सही तरह से हैंडल करते हो तो और जो इंसान आज आपको बहुत ही ज्यादा प्यार कर रहा है। वो इंसान भी एक टाइम के बाद आपको इग्नोर कर सकता है। अगर आपने उस इंसान को सही से हैंडल नहीं किया तो, सब कुछ इस बात के ऊपर निर्भर करता है की रिलेशन में आने के बाद आप आपके पार्टनर को रिलेशनशिप में कैसे एक्सपीरियंस देते हो।
अगर आप आपके पार्टनर को सही एक्सपीरियंस दे रहे हो तो टाइम के साथ आपके पार्टनर का आप में इंटरेस्ट और प्यार बढ़ता जाएगा। और आपका पार्टनर पहले से भी ज्यादा आपके लिए सीरियस होता जाएगा। भले आप अपने पार्टनर को बहुत ज्यादा प्यार करते हो। लेकिन आप आपके पार्टनर को गलत एक्सपीरियंस दे रहे हो। तो टाइम के साथ आपका पार्टनर आपसे बोर और इरिटेट होकर आपसे दूर होने लगेगा।
मेरे पहले दो रिलेशन एकदम फेल रहे क्योंकि मैं अपने पार्टनर को सही एक्सपीरियंस नहीं दे रहा था। हाँ, मैं उसको प्यार बहुत करता था। लेकिन इसके बाद भी मैं उसको बोर और इरिटेट ही करता था।
इस प्रॉब्लम को समझने के बाद अब मेरा रिलेशन बनाने का मन ही नहीं करता है। लेकिन आप अगर रिलेशन में जाते हो तो अपने पार्टनर को सही एक्सपीरियंस देना। जिसके कारण आपको उनका प्यार मिल सकें। शायद आपको लगता होगा कि पार्टनर अचानक से बदल गया लेकिन कभी भी रिलेशन में कुछ भी अचानक से नहीं होता । धीरे-धीरे चार स्टेजेस में आपका रिलेशन खराब होता है। उन चार स्टेजेस के बारे में डिटेल से बताऊंगा और यह भी बताऊंगा कि इतने खराब रिलेशन को भी आप कैसे ठीक कर सकते हो।
जब पार्टनर का पूरी तरह से आप में इंटरेस्ट खत्म हो जाता है तो वो रिलेशन रातों-रात सही नहीं होता। उसको सही करने की भी एक प्रोसेस होती है four step में धीरे धीरे आपका रिलेशन सही होता है। जिसके बारे में आपको समझना और सीखना पड़ेगा। उसके बारे में भी इस आर्टिकल में डिटेल से बात करेंगे।
तो चलिए शुरु करते हैं कि कैसे step by step आप अपने रिलेशनशिप को खराब होने देते हो।
स्टेज 1 ) Depend
रिलेशनशिप में आपका सबसे बड़ी गलती यह होती है कि आप धीरे-धीरे आपके पार्टनर के ऊपर डिपेंड हो जाते हो और आपको इसके बारे में पता भी नहीं होता। जब तक आप अपने पार्टनर के ऊपर डिपेंड नहीं होते। तब तक रिलेशनशिप में आपकी एक भी गलती नहीं होती। यह डिपेंड होना क्या है? कैसे आप डिपेंड हो जाते हो और उसके बाद क्या होता है। आपको खुद के लिए कॉन्फिडेंस कब फील होता है, पता है आपको या आपको खुशी कब फील होती है यह पता है आपको।
जब आप अपनी लाइफ में किसी भी पाथ में करियर में, रिलेशनशिप में, जब ग्रो करते हो, जब प्रोग्रेस करते हो। तब आप अपनी लाइफ में सबसे ज्यादा खुद के लिए कॉन्फिडेंट और हैप्पीनेस को महसूस करते हो। अगर आप करियर में प्रोग्रेस कर रहे हो या आप रिलेशनशिप में प्रोग्रेस कर रहे हो। आपको यह कॉन्फिडेंस और हैप्पीनेस फील होगा। बाय द वे लाइफ में हमेशा ऐसा फील करने के लिए आपका प्रोग्रेस करता रहना और ग्रो करता रहना जरूरी है।
आपकी लाइफ से आपका कॉन्फिडेंस और आपकी हैप्पीनेस गायब हो जाएगी। जब आप लाइफ में किसी भी चीज में स्टक हो जाते हो। जब किसी एक चीज में सब कुछ खराब होने लगता है। वह आपका कैरियर भी हो सकता है। वह आपका रिलेशनशिप भी हो सकता है। आपकी लाइफ में आपकी हैप्पीनेस के कई अलग-अलग सोर्स हो सकते हैं। वो आपकी हॉबीज हो सकती है, वो आपका सेल्फ लव हो सकता है या वो आपके करियर के कारण भी, आप अपनी लाइफ में कॉन्फिडेंट और हैप्पीनेस को फील कर रहे होंगे,
लेकिन रिलेशन में आने के बाद आपकी लाइफ में हैप्पीनेस का एक नया सोर्स क्रिएट होता है। और यह नया सोर्स है प्यार। जब आपकी लाइफ में प्यार नाम का यह नया सोर्स क्रिएट हो जाता है। उसके बाद आप अपने हैप्पीनेस के पुराने सोर्स को धीरे-धीरे अवॉइड करने लगते हो। क्योंकि अब आपको अपने पार्टनर से बात करने में अपने पार्टनर के साथ मिलने में इतनी हैप्पीनेस फील हो रही है। इतनी खुशी फील हो रही है कि आपकी life से दूसरे जो हैप्पीनेस के सोर्स होते हैं।
वह कब अलग होने लगता आपको फील ही नहीं होता। आपको पता ही नहीं चलता और ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा होगा, क्योंकि देखो अगर आप जिम जाते हो बहुत मेहनत करते हो और फिर बॉडी बनाने के बाद जो आपको हैप्पीनेस फील होगी। मान लो वह हैप्पीनेस ना आपको किसी लड़के के साथ बात करके हो रही है। किसी लड़की को मिलकर हो रही है। तो ज्यादातर लोग यह इजी हैप्पीनेस को ही फॉलो करेंगे लेकिन यहां पर बहुत ही बड़ा झोल हो जाता है।
अगर ध्यान से समझोगे तो आपको समझ में आएगा कि धीरे-धीरे आप खुश रहने के लिए एकदम आपके पार्टनर के ऊपर डिपेंड हो जाते हो। अब मान लो आपका पार्टनर आपके साथ बात करें ना करें आपको फर्क पड़ता है। आपके पार्टनर से आप हर्ट होने लगते हो। आप ऐसा नहीं बोल सकते कि आपको कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि डिपेंड होने के बाद आपको बहुत फर्क पड़ने लगता है। क्योंकि आप अपने पार्टनर के ऊपर डिपेंड हो। अब आप फस गए हो। हालांकि मुश्किल है लेकिन अगर हो सके तो कभी भी किसी इंसान के ऊपर खुद को डिपेंड नहीं होने देना चाहिए। लाइफ में वैसी चीज करती रहनी चाहिए। जिससे आपका कॉन्फिडेंस और आपकी हैप्पीनेस क्रिएट होती है।
स्टेज नंबर 2) Insecure फील करना
डिपेंड होने के बाद आपका यह रिलेशनशिप आपकी लाइफ की बहुत ही बड़ी प्रायोरिटी बन जाती है। क्योंकि अब आप खुश रहने के लिए सिर्फ अपने पार्टनर और अपने रिलेशन के ऊपर पूरी तरह से डिपेंड हो और ऑलरेडी आपकी हालत वहां तक खराब हो जाती है कि आपको अपने पार्टनर के बिना अच्छा लगता ही नहीं। अब आपका ज्यादातर टाइम एनर्जी और फॉक्स आपके पार्टनर के ऊपर इन्वेस्ट होने लगेगा या यू कहिए कि पार्टनर के ऊपर वेस्ट होने लगेगा। अब आप सेल्फ को अपने करियर अपनी हॉबीज या अपने दोस्तों के ऊपर बहुत ही कम ध्यान दोगे और आपको यह इतनी जरूरी भी अब नहीं लगेंगे।
अब आपके अंदर आती है इनसिक्योरिटी क्योंकि आपके लिए यह रिलेशनशिप सब कुछ है तो मन ही मन आप डरने लगते हो कि कहीं आपका पार्टनर आपसे दूर ना हो जाए और insecure feel करने के बाद तो आपका फॉक्स आपके पार्टनर के ऊपर पहले से भी बहुत ही ज्यादा हो जाएगा। आपके पार्टनर की लाइफ में क्या हो रहा है। वह किसके साथ बात कर रहा है। किन से मिल रहा है।
आपके पार्टनर की सारी चीजों से आपको बहुत ही ज्यादा फर्क पड़ने लगेगा। Insecure करने के बाद आप अपने पार्टनर को बहुत ही ज्यादा मतलब बहुत ही ज्यादा सीरियस लेने लगते हो और हमेशा उसको खुश करने की कोशिश करने लगते हो ताकि आपका पार्टनर आपसे कभी दूर न जाए।
स्टेज नंबर 3 मन भर जाना और इरिटेट होना
जैसे कि आपको पता होगा कि लोगों को ऐसे लोगों में इंटरेस्ट आता है जो उनको चैलेंज करते हैं। लोगों को एक्चुअल में मजा चेज करने में आता है। जिसका पार्टनर उसके ऊपर पूरी तरह से डिपेंड है। जिसका पार्टनर उसके लिए बहुत ही ज्यादा इनसिक्योर फील कर रहा है। उस इंसान का इंटरेस्ट उसके पार्टनर में से चला जाएगा।
हां, हो सकता है की शुरुआत में जब आप डिपेंड हो जाते हो। जब आप इनसिक्योर फील करते हो तो उनको आपके प्यार से थोड़े टाइम के लिए स्पेशल फील होगा, लेकिन थोड़े टाइम के बाद वह आपके प्यार से बोर होने लगेंगे। अब धीरे-धीरे आपका पार्टनर अपना टाइम अपने दोस्तों में या अपने कामों में ज्यादा स्पेंड करेगा और आपको धीरे-धीरे इग्नोर करना स्टार्ट करेगा। अब आपको आपके पार्टनर के बिना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। तो आप बार-बार उन्हें कांटेक्ट करने की कोशिश करोगे और आपको ज्यादातर बार ऐसे जवाब मिलेंगे कि वह अपने काम में बिजी है।
अब आपको साफ-साफ दिखाई देने लगेगा कि आज की इंसान पहले तो बिल्कुल भी ऐसा नहीं करता था। यह अचानक इतना बिजी क्यों हो गया। अब यहां पर प्रॉब्लम यह होती है कि आपका पार्टनर आपको इग्नोर इसलिए कर रहा है क्योंकि उनका इंटरेस्ट अब आप में नहीं बन रहा है। लेकिन आपका पार्टनर कभी भी आपको ही एक्सप्लेन नहीं कर पाएगा इसलिए कभी भी वह आपको सही रीज़न नहीं बता पाएगा कि वह क्यों इग्नोर कर रहा है।
वह आपको हमेशा इतना ही कहेगा कि वह बिजी है और आप बहुत ज्यादा कंफ्यूज हो जाओगे। ये हो क्या रहा है? अब आप ट्राई करते हो अपने पार्टनर को समझाने की, ये दिखाने की आप उनको कितना ज्यादा प्यार करते हो और उनके इग्नोर करने से आपको कितना ज्यादा हर्ट हो रहा है। अब आपको ऐसा लगने लगता है कि आपका पार्टनर आपसे दूर जा रहा है। अभी आपने कुछ नहीं किया ना तो आपका पार्टनर आपसे हमेशा के लिए दूर चला जाएगा।
इसलिए आप उनके सामने रिक्वेस्ट करते हो हाथ जोड़ते हो उनसे भीख मांगते हो लेकिन उसके बाद भी आपके पार्टनर को कोई फर्क नहीं पड़ता। उल्टा आपका यह सब करने से आपके पार्टनर को आपसे उबन होने लगती है। वह और ज्यादा इरिटेट फील होकर आपसे और ज्यादा दूर भगाने की कोशिश करने लगता है। आपके पार्टनर के पास कोई जवाब नहीं होता, आपको देने के लिए कि वह आपको क्यों इग्नोर कर रहा है। इसलिए जवाब के बदले वह आपकी ही गलतियां निकालेगा कि तुम मेच्योर नहीं हो, तुम ऐसा करते हो, तुम वैसा करते हो, जिसके कारण अब मैं तुम्हारे साथ रहना नहीं चाहता। लेकिन एक्चुअल में रीजन यह नहीं होता एक्चुअल रीजन यह है कि अब उनका आप में इंटरेस्ट नहीं बन रहा है। और आपकी कोशिश करने के कारण वह आपसे इरिटेट हो रहे हैं।
इसलिए वह आपसे दूर भाग रहे हैं आपका दिमाग खराब हो जाएगा आप यह सोच में पड़ जाओगे कि यार एक टाइम पर इस इंसान को मैं कितना ज्यादा पसंद था अब ऐसा क्या हो गया कि इस इंसान को मैं मेच्योर भी नहीं लग रहा हूं। आप यह सोचने लगोगे कि यार मैंने क्या गलती कर दी या आपका पार्टनर अचानक इतना बुरा क्यों बन रहा है। जब आप अपने पार्टनर के लिए इतने ज्यादा परेशान होने लगते हो और बार-बार उनको कांटेक्ट करने की कोशिश करने लगते हो तब उनकी नजरों में आपकी बची खुची वैल्यू भी खराब होने लगती है और उन्हें बस यही लगता है कि आप बहुत ही ज्यादा फालतू इंसान हो। उन्हें आपके साथ एक बंधन महसूस होने लगता है उन्हें ऐसा लगता है कि आप जबरदस्ती उनके गले पड़े हो और वह आपसे छुटकारा पाने की कोशिश करने लगते हैं।
हां, हो सकता है की शुरुआत में जब आप डिपेंड हो जाते हो। जब आप इनसिक्योर फील करते हो तो उनको आपके प्यार से थोड़े टाइम के लिए स्पेशल फील होगा, लेकिन थोड़े टाइम के बाद वह आपके प्यार से बोर होने लगेंगे। अब धीरे-धीरे आपका पार्टनर अपना टाइम अपने दोस्तों में या अपने कामों में ज्यादा स्पेंड करेगा और आपको धीरे-धीरे इग्नोर करना स्टार्ट करेगा। अब आपको आपके पार्टनर के बिना बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता। तो आप बार-बार उन्हें कांटेक्ट करने की कोशिश करोगे और आपको ज्यादातर बार ऐसे जवाब मिलेंगे कि वह अपने काम में बिजी है।
अब आपको साफ-साफ दिखाई देने लगेगा कि आज की इंसान पहले तो बिल्कुल भी ऐसा नहीं करता था। यह अचानक इतना बिजी क्यों हो गया। अब यहां पर प्रॉब्लम यह होती है कि आपका पार्टनर आपको इग्नोर इसलिए कर रहा है क्योंकि उनका इंटरेस्ट अब आप में नहीं बन रहा है। लेकिन आपका पार्टनर कभी भी आपको ही एक्सप्लेन नहीं कर पाएगा इसलिए कभी भी वह आपको सही रीज़न नहीं बता पाएगा कि वह क्यों इग्नोर कर रहा है।
वह आपको हमेशा इतना ही कहेगा कि वह बिजी है और आप बहुत ज्यादा कंफ्यूज हो जाओगे। ये हो क्या रहा है? अब आप ट्राई करते हो अपने पार्टनर को समझाने की, ये दिखाने की आप उनको कितना ज्यादा प्यार करते हो और उनके इग्नोर करने से आपको कितना ज्यादा हर्ट हो रहा है। अब आपको ऐसा लगने लगता है कि आपका पार्टनर आपसे दूर जा रहा है। अभी आपने कुछ नहीं किया ना तो आपका पार्टनर आपसे हमेशा के लिए दूर चला जाएगा।
इसलिए आप उनके सामने रिक्वेस्ट करते हो हाथ जोड़ते हो उनसे भीख मांगते हो लेकिन उसके बाद भी आपके पार्टनर को कोई फर्क नहीं पड़ता। उल्टा आपका यह सब करने से आपके पार्टनर को आपसे उबन होने लगती है। वह और ज्यादा इरिटेट फील होकर आपसे और ज्यादा दूर भगाने की कोशिश करने लगता है। आपके पार्टनर के पास कोई जवाब नहीं होता, आपको देने के लिए कि वह आपको क्यों इग्नोर कर रहा है। इसलिए जवाब के बदले वह आपकी ही गलतियां निकालेगा कि तुम मेच्योर नहीं हो, तुम ऐसा करते हो, तुम वैसा करते हो, जिसके कारण अब मैं तुम्हारे साथ रहना नहीं चाहता। लेकिन एक्चुअल में रीजन यह नहीं होता एक्चुअल रीजन यह है कि अब उनका आप में इंटरेस्ट नहीं बन रहा है। और आपकी कोशिश करने के कारण वह आपसे इरिटेट हो रहे हैं।
इसलिए वह आपसे दूर भाग रहे हैं आपका दिमाग खराब हो जाएगा आप यह सोच में पड़ जाओगे कि यार एक टाइम पर इस इंसान को मैं कितना ज्यादा पसंद था अब ऐसा क्या हो गया कि इस इंसान को मैं मेच्योर भी नहीं लग रहा हूं। आप यह सोचने लगोगे कि यार मैंने क्या गलती कर दी या आपका पार्टनर अचानक इतना बुरा क्यों बन रहा है। जब आप अपने पार्टनर के लिए इतने ज्यादा परेशान होने लगते हो और बार-बार उनको कांटेक्ट करने की कोशिश करने लगते हो तब उनकी नजरों में आपकी बची खुची वैल्यू भी खराब होने लगती है और उन्हें बस यही लगता है कि आप बहुत ही ज्यादा फालतू इंसान हो। उन्हें आपके साथ एक बंधन महसूस होने लगता है उन्हें ऐसा लगता है कि आप जबरदस्ती उनके गले पड़े हो और वह आपसे छुटकारा पाने की कोशिश करने लगते हैं।
स्टेज नंबर 4 Alone
इस स्टेज में अब तब आते हो जब आपका डर सबसे बड़ा डर सच हो जाता है कि आपका पार्टनर कहीं आपको छोड़कर ना चला जाए, वह हो जाता है। आपका पार्टनर आपको ब्लॉक करके छोड़कर चला जाता है। अब आपकी हालत ऐसी होती है कि आप बिल्कुल भी नहीं रह पा रहे हो अपने पार्टनर के साथ बात किए बिना, और आपका पार्टनर बिल्कुल भी आपके साथ बात करना नहीं चाहता। अब आपके पास ऐसा कोई रास्ता भी नहीं बचा है कि आप उनके साथ कांटेक्ट कर पाओ, बात कर पाओ, इस स्टेज में आपको एंजायटी और डिप्रेशन फिल होने लगता है।
दिन-रात उसी के थॉट चलने लगते हैं नींद आना और भूख लगना ऑलमोस्ट बंद हो जाता है। ऐसा फिल होता है की लाइफ में सब कुछ खत्म हो गया। आपको ऐसा भी फिल होने लगेगा कि यार आप तो एकदम यूजलेस हो। इसलिए तो लोग इस तरह से आपको छोड़कर जा रहे हैं आप खुद की नजरों से गिरने लगोगे।
इस सिचुएशन को मैंने भी अपनी लाइफ में फेस की और मेरी लाइफ का सबसे बड़ा लेसन मुझे यही से सीखने को मिला है। प्लीज इस बात को इस सीख को कभी भी अपनी लाइफ में मत भूलना। अगर आप अपनी लाइफ में किसी भी काम में या रिलेशनशिप में फेल हो जाते हो ना तो यह मत मानो कि आप फेल हो, यह मत मानो कि आप में कमी है।
मतलब उस एंड रिजल्ट, जो रिजल्ट आया है उसके साथ खुद को जोड़ो मत, कि मैं फेल हो गया, तो मुझ में कमी है या अगर मैं सफल हो गया तो मैं बहुत स्मार्ट हूं। इस एंड रिजल्ट के साथ खुद को मत जोड़ो। अगर दूसरे लोग फेल हो रहे हों और वहां पर आप सफल हो रहे हो तो भी यह गलती मत करना कि दूसरे लोग डंप है और आप इंटेलिजेंट हो। आपकी सक्सेस और आपकी फैलियर आप नहीं है।
आप इन दोनों से अलग हो इसलिए तो आप कई बार देखोगे कि सेम रिसोर्स होते हैं तो उसी रिसोर्स के साथ कभी आप फेल हो जाओगे और कभी इतने ही रिसोर्स में आप सफल भी हो जाओगे क्योंकि आप इनसे अलग हो। आप नहीं हो सक्सेस और ना ही आप फैलियर हो। अब मेरी जरूरी एडवाइस मान लीजिए कि आप ऐसी सिचुएशन में फंस गए हो या आपके रिलेशन में इस तरह की कोई प्रॉब्लम आ गई और पर्सनली आपने मुझे कांटेक्ट किया है। आपने मुझे कॉल किया है तो मेरी आपको क्या एडवाइज होती मैं आपको कैसे गाइड करता। मैं अपनी पहली एडवाइस तो आपको पहले ही बता दिए कि प्लीज एंड रिजल्ट के साथ खुद को जोड़कर मत देखो जो यह टाइम है ना वह लाइफ में कम बैक करने का है यह टाइम जीरो से हीरो बनने का हैं। गिरने में कोई बुराई नहीं है क्योंकि इंसान अपनी life का सबसे जरुरी लेसन हारने के बाद ही सीखता है।
मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि यह टाइम लाइफ को समझने का और लाइफ कैसे जीना है? यह सीखने का है। अब आपको खुद को ऐसा बनाना है कि लोग आपसे दूर जाने के नहीं, आपके करीब आने के बहाने ढूंढे और इंसानों ने यह प्रूव भी किया है कि एक बार अगर जो वह ठान सकता है। वह उसे हासिल कर भी सकता है मैं आगे का आपको रास्ता बताऊंगा लेकिन उसके ऊपर चलना तो आपको ही है।
तो क्या आप इसके लिए तैयार हो। अगर तैयार हो तो समझो स्टेप नंबर वन को
दिन-रात उसी के थॉट चलने लगते हैं नींद आना और भूख लगना ऑलमोस्ट बंद हो जाता है। ऐसा फिल होता है की लाइफ में सब कुछ खत्म हो गया। आपको ऐसा भी फिल होने लगेगा कि यार आप तो एकदम यूजलेस हो। इसलिए तो लोग इस तरह से आपको छोड़कर जा रहे हैं आप खुद की नजरों से गिरने लगोगे।
इस सिचुएशन को मैंने भी अपनी लाइफ में फेस की और मेरी लाइफ का सबसे बड़ा लेसन मुझे यही से सीखने को मिला है। प्लीज इस बात को इस सीख को कभी भी अपनी लाइफ में मत भूलना। अगर आप अपनी लाइफ में किसी भी काम में या रिलेशनशिप में फेल हो जाते हो ना तो यह मत मानो कि आप फेल हो, यह मत मानो कि आप में कमी है।
मतलब उस एंड रिजल्ट, जो रिजल्ट आया है उसके साथ खुद को जोड़ो मत, कि मैं फेल हो गया, तो मुझ में कमी है या अगर मैं सफल हो गया तो मैं बहुत स्मार्ट हूं। इस एंड रिजल्ट के साथ खुद को मत जोड़ो। अगर दूसरे लोग फेल हो रहे हों और वहां पर आप सफल हो रहे हो तो भी यह गलती मत करना कि दूसरे लोग डंप है और आप इंटेलिजेंट हो। आपकी सक्सेस और आपकी फैलियर आप नहीं है।
आप इन दोनों से अलग हो इसलिए तो आप कई बार देखोगे कि सेम रिसोर्स होते हैं तो उसी रिसोर्स के साथ कभी आप फेल हो जाओगे और कभी इतने ही रिसोर्स में आप सफल भी हो जाओगे क्योंकि आप इनसे अलग हो। आप नहीं हो सक्सेस और ना ही आप फैलियर हो। अब मेरी जरूरी एडवाइस मान लीजिए कि आप ऐसी सिचुएशन में फंस गए हो या आपके रिलेशन में इस तरह की कोई प्रॉब्लम आ गई और पर्सनली आपने मुझे कांटेक्ट किया है। आपने मुझे कॉल किया है तो मेरी आपको क्या एडवाइज होती मैं आपको कैसे गाइड करता। मैं अपनी पहली एडवाइस तो आपको पहले ही बता दिए कि प्लीज एंड रिजल्ट के साथ खुद को जोड़कर मत देखो जो यह टाइम है ना वह लाइफ में कम बैक करने का है यह टाइम जीरो से हीरो बनने का हैं। गिरने में कोई बुराई नहीं है क्योंकि इंसान अपनी life का सबसे जरुरी लेसन हारने के बाद ही सीखता है।
मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि यह टाइम लाइफ को समझने का और लाइफ कैसे जीना है? यह सीखने का है। अब आपको खुद को ऐसा बनाना है कि लोग आपसे दूर जाने के नहीं, आपके करीब आने के बहाने ढूंढे और इंसानों ने यह प्रूव भी किया है कि एक बार अगर जो वह ठान सकता है। वह उसे हासिल कर भी सकता है मैं आगे का आपको रास्ता बताऊंगा लेकिन उसके ऊपर चलना तो आपको ही है।
तो क्या आप इसके लिए तैयार हो। अगर तैयार हो तो समझो स्टेप नंबर वन को
Step No. 1
स्टेप नंबर वन में आपको सिर्फ एक ही बात का ख्याल रखना है कि आपका पार्टनर की लाइफ में क्या चल रहा है। यह बिल्कुल भी आपको जानने की कोशिश ही नहीं करनी है। आपको बहुत मन करेगा यह समझने का की कहां पर है , वह क्या हो रहा है ,उसकी लाइफ में क्या चल रहा है , वह कब ऑनलाइन आता है। यह सब कुछ जानना छोड़ दो। आपको छोड़ना ही पड़ेगा, क्योंकि जब तक आपके पास आपके पार्टनर के बारे में इनफार्मेशन आती रहेगी। आपका दिमाग आपका पार्टनर के बारे में ज्यादा सोचता रहेगा। उसके पास बहुत सारी इनफार्मेशन होगी उसको प्रोसेस करता ही रहेगा। अगर आप चाहते हो की बार-बार जो आपके पार्टनर के थॉट आपके दिमाग में चल रहे वो एक टाइम के बाद रुक जाए तो बहुत ज्यादा जरूरी है। कि आपका पार्टनर के बारे में आपके पास अब कोई नई जानकारी कोई नई इनफार्मेशन आप तक नहीं आनी चाहिए।
इसके बाद भी आपके दिमाग में उनके रिलेटेड बहुत ज्यादा थॉट तो ऐसे ही चलते रहेंगे क्योंकि अब तक आपके दिमाग के पास बहुत सारी मेमोरीज है बहुत सारी इनफार्मेशन है। आपके पार्टनर के बारे में बट डॉन'टी वरी बहुत ही जल्दी आपका दिमाग जो बहुत ज्यादा सोच रहा है ना वह धीरे-धीरे शांत होने लगेगा। इसके पीछे के बहुत सारे साइकोलॉजिकल रीजन है कि क्यों आपको उनके बारे में जानकारियां नहीं लेनी है। लेकिन मैं आपको सिर्फ इतना ही बताऊंगा कि अगर आप इस स्टेज में भी आकर बार-बार अपने पार्टनर के बारे में इनफार्मेशन निकालते जा रहे हो ना तो आगे मैं आपको जो भी बताऊंगा वह आपके काम नहीं आएगा।
इसके बाद भी आपके दिमाग में उनके रिलेटेड बहुत ज्यादा थॉट तो ऐसे ही चलते रहेंगे क्योंकि अब तक आपके दिमाग के पास बहुत सारी मेमोरीज है बहुत सारी इनफार्मेशन है। आपके पार्टनर के बारे में बट डॉन'टी वरी बहुत ही जल्दी आपका दिमाग जो बहुत ज्यादा सोच रहा है ना वह धीरे-धीरे शांत होने लगेगा। इसके पीछे के बहुत सारे साइकोलॉजिकल रीजन है कि क्यों आपको उनके बारे में जानकारियां नहीं लेनी है। लेकिन मैं आपको सिर्फ इतना ही बताऊंगा कि अगर आप इस स्टेज में भी आकर बार-बार अपने पार्टनर के बारे में इनफार्मेशन निकालते जा रहे हो ना तो आगे मैं आपको जो भी बताऊंगा वह आपके काम नहीं आएगा।
स्टेप नंबर 2
यहां पर आपको अपने रूटीन को ना अच्छे से समझना है कि कौन सा ऐसा टाइम होता है। जब आप बिजी होते हो और तब आपको प्रॉब्लम नहीं होता। कौन सा ऐसा टाइम होता है जो आपके रूटीन में फ्री है। आप उनका कुछ यूज़ कर सकते हो और उस टाइम को भी समझने की कोशिश करने है, की दिन में या रात में वह कौन सा टाइम होता है जब आपको आपके पार्टनर की ज्यादा याद आती है या आपको तकलीफ होती है।
जहां पर भी आपको ऐसा लगता है कि आपके रूटीन में ये जो टाइम है ना वो फ्री रहता है और मतलब वहां पर आपके पास कुछ होता ही नहीं है करने के लिए, तो आपके उस रूटिन के उस टाइम में कुछ जरूरी चीजों को ऐड करना है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप उस फ्री टाइम में मेडिटेशन करना स्टार्ट करिए। दूसरी चीज बुक रीडिंग बहुत ही ज्यादा जरूरी और तीसरी चीज अगर आप जिम नहीं जा रहे हो तो वो भी उस टाइम में स्टार्ट कर सकते हो। इसके सिवा भी अगर आपके पास टाइम रहता है और आपकी ऐसी कोई हॉबी है जिसको आप फॉलो करना चाहते हो तो डेफिनेटली इससे सही टाइम नहीं हो सकता आपकी लाइफ में, अब जरूर अपनी हॉबी को भी फॉलो करिए।
आपके रूटिन को सही करने का एक रीजन ये भी होता है कि आपका दिमाग को पता होना चाहिए कि मुझे आज पूरे दिन क्या करना है। ये आने वाले दिन में मुझे क्या-क्या काम करना है क्योंकि जब आपके दिमाग को पता ही नहीं होता कि ये फ्री टाइम है। मुझे करना क्या है? तब आपका दिमाग वो करने लगता है जो आपके दिमाग को नहीं करना चाहिए। मतलब उस टाइम पर आपका दिमाग आपके पार्टनर के बारे में ज्यादा सोचेगा और आपका दिमाग जितना ज्यादा आपके पार्टनर के बारे में सोचता जाएगा। आप इस लूप से नहीं निकल पाओगे।
आपको पता है कि बहुत ज्यादा जो लोग काम करते हैं ना उन लोगों के लिए सबसे खराब दिन कौन सा होता है। उनके लिए वो दिन सबसे खराब होता है। जिस दिन के बारे में उसको पता नहीं होता कि आज मुझे क्या-क्या काम करना है?
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद सबसे पहले, अगर आपको कोई काम करना है, तो यही काम करना है कि पेन और पेपर लेकर सोच-समझकर अपना रूटीन तैयार करें और उसे अच्छे से फॉलो करें।
जहां पर भी आपको ऐसा लगता है कि आपके रूटीन में ये जो टाइम है ना वो फ्री रहता है और मतलब वहां पर आपके पास कुछ होता ही नहीं है करने के लिए, तो आपके उस रूटिन के उस टाइम में कुछ जरूरी चीजों को ऐड करना है। इसमें सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप उस फ्री टाइम में मेडिटेशन करना स्टार्ट करिए। दूसरी चीज बुक रीडिंग बहुत ही ज्यादा जरूरी और तीसरी चीज अगर आप जिम नहीं जा रहे हो तो वो भी उस टाइम में स्टार्ट कर सकते हो। इसके सिवा भी अगर आपके पास टाइम रहता है और आपकी ऐसी कोई हॉबी है जिसको आप फॉलो करना चाहते हो तो डेफिनेटली इससे सही टाइम नहीं हो सकता आपकी लाइफ में, अब जरूर अपनी हॉबी को भी फॉलो करिए।
आपके रूटिन को सही करने का एक रीजन ये भी होता है कि आपका दिमाग को पता होना चाहिए कि मुझे आज पूरे दिन क्या करना है। ये आने वाले दिन में मुझे क्या-क्या काम करना है क्योंकि जब आपके दिमाग को पता ही नहीं होता कि ये फ्री टाइम है। मुझे करना क्या है? तब आपका दिमाग वो करने लगता है जो आपके दिमाग को नहीं करना चाहिए। मतलब उस टाइम पर आपका दिमाग आपके पार्टनर के बारे में ज्यादा सोचेगा और आपका दिमाग जितना ज्यादा आपके पार्टनर के बारे में सोचता जाएगा। आप इस लूप से नहीं निकल पाओगे।
आपको पता है कि बहुत ज्यादा जो लोग काम करते हैं ना उन लोगों के लिए सबसे खराब दिन कौन सा होता है। उनके लिए वो दिन सबसे खराब होता है। जिस दिन के बारे में उसको पता नहीं होता कि आज मुझे क्या-क्या काम करना है?
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद सबसे पहले, अगर आपको कोई काम करना है, तो यही काम करना है कि पेन और पेपर लेकर सोच-समझकर अपना रूटीन तैयार करें और उसे अच्छे से फॉलो करें।
स्टेप नंबर 3
मोस्ट इंर्पोटेंट स्टेप क्योंकि यही स्टेप आपको वो सब कुछ देगा। जो अब तक आपने प्यार में गंवाया या लुटाया था और इसी स्टेप के कारण आप फिर से खुद को मिलोगे। जो आप पहले थे ये स्टेप है ये डिसाइड करने का की अब आपकी लाइफ में आगे का क्या गोल है? और यह प्लानिंग करने का कि आप उस गोल को प्रैक्टिकली कैसे अचीव करोगे। मतलब यह नहीं कि आप कुछ भी ऐसा बोल दो कि मुझे सफल होना है और यह मेरा गोल है नहीं, आपको बॉडी बनानी है और यह आपका गोल है। अब आप इस गोल को एक साल के अंदर कंप्लीट करना चाहते हो तो आप उसके लिए प्लानिंग भी बनाओगे कि भाई प्रैक्टिकली आपको जो बॉडी बनाना है। उसके लिए आपको क्या-क्या करना होगा? इसके लिए आपको कैसी डाइट लेनी होगी? इसके लिए आपको कितने घंटे एक्सरसाइज करनी होगी?
आप लिखकर डिटेल से बनाएंगे और लिखना बहुत ज्यादा जरूरी इसलिए है। ताकि आप इसको लंबे टाइम तक फॉलो कर सके।
इस लेवल पर आपका एक गोल होना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि आपकी लाइफ में अभी हैप्पीनेस का कोई सोर्स ही नहीं है और मैंने शुरुआत में क्या कहा था कि आपका कॉन्फिडेंस के लिए आपकी हैप्पीनेस के लिए आपका ग्रो होना और आपकी लाइफ में प्रोग्रेस होना बहुत ज्यादा जरूरी है।
आपका गोल आपको बहुत हेल्प करेगा नई-नई चीज़ सीखने में और समझने के लिए क्योंकि इसमें आपको मेहनत करनी पड़ेगी। बहुत समझना पड़ेगा, बहुत सीखना पड़ेगा, आपका गोल ही आपकी लाइफ में आपकी हैप्पीनेस और आपका कॉन्फिडेंस का बहुत बड़ा सोर्स बनेगा।
गोल के पहले वाले स्टेप में मैंने आपको बताया था कि आपको अपने रूटीन में कुछ जरूरी चीज ऐड करनी है। जैसे कि मेडिटेशन, बुक रीडिंग और जिम तो मेडिटेशन से होगा ये कि आपका दिमाग में जो बहुत सारे क्वेश्चन बन रहे हैं। जो आपको एक पेन फील हो रहा है वह धीरे-धीरे शांत होने लगेगा। आप रिलैक्स फील करने लगोगे। अगर आप इस मैडिटेशन को रेगुलर थोड़ा-थोड़ा भी करते हो तो।
उसके बाद बुक रीडिंग करना बहुत ही ज्यादा जरूरी इसलिए क्योंकि यहां पर आप स्टक हो। आपके मन में कोई आईडिया नहीं पता की लाइफ में आगे कैसे जीना है? क्यों जीना है? जब आप बुक रीडिंग करते हो ना तो आपको पता चलता है कि दुनिया कितनी बड़ी है।
यहां पर आप कितना कुछ कर सकते हो। कितना कुछ कर सकते हो और कैसे आप अपनी लाइफ को खूबसूरत बना सकते हो। आपने अगर बुक रीडिंग का शौक पाल लिया ना तो आप अपने लाइफ में आश्चर्यचकित हो जाओगे की लाइफ में इतने भी ऑप्शन हो सकते। आप उतना ज्यादा पॉजिटिव हो जाओगे। ये सारी चीज मैं आपको शॉर्ट में बता रहा हूं। लेकिन एक बुक इस सिचुएशन में आपको जरूर पढ़नी चाहिए वो है man's search for meaning क्योंकि ये बुक आपको सिखाएगा की बुरी से बुरी कंडीशन में आप कैसे सरवाइव कर सकते हो और कैसे इस चीज से निकलकर आप अपने आप को बेस्ट बना सकते हो। जब आप इन तीनों स्टेप को फॉलो करना स्टार्ट करेंगे ना तो शुरुआत आपको बहुत मुश्किल लगेगी। लेकिन आपको अपने रूटीन को हमेशा फॉलो करना है।
कभी-कभी ऐसा होगा कि आप बहुत ही ज्यादा डिमोटिवेट फील करने लगोगे। क्योंकि ये आपका पहले से रूटीन नहीं रहा है। आपको वहां पर कुछ करने का मन नहीं करेगा। आपका रूटिन खराब होगा। ठीक है, अगर एक दिन ऐसा हो जाता है तो नो प्रॉब्लम रिलैक्स करो, लेकिन वहां से सब कुछ छोड़ नहीं देना है।
नेक्स्ट डे से आपको वापस से अपने रूटीन को ही फॉलो करना है। बीच-बीच में ऐसा भी हो सकता है कि आपको बहुत ज्यादा एंजायटी फिल होने लगे और आप खुद को संभाल ना पाओ। देखो ऐसी सिचुएशन में आपको सिखना पड़ेगा कि इस टाइम को आप कैसे डील कर सकते हो। क्योंकि हर इंसान के लिए इस टाइम को डील करने का अलग-अलग तरीका हो सकता है।
आप मोटिवेशनल वीडियो देख सकते हो मेरे वीडियो दे सकते हो। अगर आपके पास कोई पालतू जानवर है और आपको उनके साथ खेलना बहुत अच्छा लगता है तो ये भी कुछ लोगों के लिए ऑप्शन हो सकता है। कुछ लोग ऐसे टाइम पे अपने किसी दोस्त से बात करते हैं। कुछ लोग वॉक करते हैं। तो आपके हिसाब से आपके लिए जो भी सूटेबल होता है। जहां पर आप थोड़ा रिलैक्स फील कर पाओ, चीजों को भूल पाओ, कुछ टाइम के लिए तो वो चीज करिए।
लेकिन ड्रिंक करना यह वगैरह चीजों को अवॉइड करिए स्पेशली ऐसे टाइम पर।
आप लिखकर डिटेल से बनाएंगे और लिखना बहुत ज्यादा जरूरी इसलिए है। ताकि आप इसको लंबे टाइम तक फॉलो कर सके।
इस लेवल पर आपका एक गोल होना बहुत ज्यादा जरूरी है क्योंकि आपकी लाइफ में अभी हैप्पीनेस का कोई सोर्स ही नहीं है और मैंने शुरुआत में क्या कहा था कि आपका कॉन्फिडेंस के लिए आपकी हैप्पीनेस के लिए आपका ग्रो होना और आपकी लाइफ में प्रोग्रेस होना बहुत ज्यादा जरूरी है।
आपका गोल आपको बहुत हेल्प करेगा नई-नई चीज़ सीखने में और समझने के लिए क्योंकि इसमें आपको मेहनत करनी पड़ेगी। बहुत समझना पड़ेगा, बहुत सीखना पड़ेगा, आपका गोल ही आपकी लाइफ में आपकी हैप्पीनेस और आपका कॉन्फिडेंस का बहुत बड़ा सोर्स बनेगा।
गोल के पहले वाले स्टेप में मैंने आपको बताया था कि आपको अपने रूटीन में कुछ जरूरी चीज ऐड करनी है। जैसे कि मेडिटेशन, बुक रीडिंग और जिम तो मेडिटेशन से होगा ये कि आपका दिमाग में जो बहुत सारे क्वेश्चन बन रहे हैं। जो आपको एक पेन फील हो रहा है वह धीरे-धीरे शांत होने लगेगा। आप रिलैक्स फील करने लगोगे। अगर आप इस मैडिटेशन को रेगुलर थोड़ा-थोड़ा भी करते हो तो।
उसके बाद बुक रीडिंग करना बहुत ही ज्यादा जरूरी इसलिए क्योंकि यहां पर आप स्टक हो। आपके मन में कोई आईडिया नहीं पता की लाइफ में आगे कैसे जीना है? क्यों जीना है? जब आप बुक रीडिंग करते हो ना तो आपको पता चलता है कि दुनिया कितनी बड़ी है।
यहां पर आप कितना कुछ कर सकते हो। कितना कुछ कर सकते हो और कैसे आप अपनी लाइफ को खूबसूरत बना सकते हो। आपने अगर बुक रीडिंग का शौक पाल लिया ना तो आप अपने लाइफ में आश्चर्यचकित हो जाओगे की लाइफ में इतने भी ऑप्शन हो सकते। आप उतना ज्यादा पॉजिटिव हो जाओगे। ये सारी चीज मैं आपको शॉर्ट में बता रहा हूं। लेकिन एक बुक इस सिचुएशन में आपको जरूर पढ़नी चाहिए वो है man's search for meaning क्योंकि ये बुक आपको सिखाएगा की बुरी से बुरी कंडीशन में आप कैसे सरवाइव कर सकते हो और कैसे इस चीज से निकलकर आप अपने आप को बेस्ट बना सकते हो। जब आप इन तीनों स्टेप को फॉलो करना स्टार्ट करेंगे ना तो शुरुआत आपको बहुत मुश्किल लगेगी। लेकिन आपको अपने रूटीन को हमेशा फॉलो करना है।
कभी-कभी ऐसा होगा कि आप बहुत ही ज्यादा डिमोटिवेट फील करने लगोगे। क्योंकि ये आपका पहले से रूटीन नहीं रहा है। आपको वहां पर कुछ करने का मन नहीं करेगा। आपका रूटिन खराब होगा। ठीक है, अगर एक दिन ऐसा हो जाता है तो नो प्रॉब्लम रिलैक्स करो, लेकिन वहां से सब कुछ छोड़ नहीं देना है।
नेक्स्ट डे से आपको वापस से अपने रूटीन को ही फॉलो करना है। बीच-बीच में ऐसा भी हो सकता है कि आपको बहुत ज्यादा एंजायटी फिल होने लगे और आप खुद को संभाल ना पाओ। देखो ऐसी सिचुएशन में आपको सिखना पड़ेगा कि इस टाइम को आप कैसे डील कर सकते हो। क्योंकि हर इंसान के लिए इस टाइम को डील करने का अलग-अलग तरीका हो सकता है।
आप मोटिवेशनल वीडियो देख सकते हो मेरे वीडियो दे सकते हो। अगर आपके पास कोई पालतू जानवर है और आपको उनके साथ खेलना बहुत अच्छा लगता है तो ये भी कुछ लोगों के लिए ऑप्शन हो सकता है। कुछ लोग ऐसे टाइम पे अपने किसी दोस्त से बात करते हैं। कुछ लोग वॉक करते हैं। तो आपके हिसाब से आपके लिए जो भी सूटेबल होता है। जहां पर आप थोड़ा रिलैक्स फील कर पाओ, चीजों को भूल पाओ, कुछ टाइम के लिए तो वो चीज करिए।
लेकिन ड्रिंक करना यह वगैरह चीजों को अवॉइड करिए स्पेशली ऐसे टाइम पर।
स्टेज नंबर 4
अब आपको खुद को अपने आप में काफी बदलाव महसूस होने लगेंगे क्योंकि आप रियल में अंदर से काफी ज्यादा बदल गए होंगे और यह फर्क सिर्फ आपको नहीं आपके आसपास के लोगों को भी आप में महसूस होने लगेंगे। बिकॉज आपका सारा फोकस डाइवर्ट हो गया है। अब आपकी सारी मेंटल एनर्जी अपने काम में और अपने पर्सनल लाइफ में जा रही, इसलिए आप काफी ज्यादा चेंज हो गए हो लेकिन अब तक आपकी सारी इम्पोर्टेन्ट एनर्जी और आपका टाइम सिर्फ अपने पार्टनर के ऊपर जा रहा था। बस आपको ऐसा ही होना चाहिए और हमेशा आपको ऐसा ही रहना चाहिए। क्योंकि अब आप एक ऐसे इंसान हो जिसको आपका पार्टनर भी अपनी लाइफ में लाना चाहता है। उस इंसान को नहीं जो किसी के लिए रो रहा है। अब यह टोटली आपके ऊपर है कि अब आप फिर से उस इंसान के साथ रिलेशनशिप में जाना चाहते हो या अपनी लाइफ में आगे बढ़ना चाहते हो।
मैं तो दोबारा उस लड़की से कभी नहीं मिलना चाहूँगा। क्योंकि इसके न होने पर बहुत अच्छा था। मैं हमेशा अकेले में खुश रहता था, न किसी के साथ बात करना, न किसी से दोस्ती करना, सिर्फ अपना काम करना। इसी वजह से मैंने वो सब कुछ अचीव कर लिया है जो एक सफल इंसान बनने के लिए जरूरी होता है।
मैं तो दोबारा उस लड़की से कभी नहीं मिलना चाहूँगा। क्योंकि इसके न होने पर बहुत अच्छा था। मैं हमेशा अकेले में खुश रहता था, न किसी के साथ बात करना, न किसी से दोस्ती करना, सिर्फ अपना काम करना। इसी वजह से मैंने वो सब कुछ अचीव कर लिया है जो एक सफल इंसान बनने के लिए जरूरी होता है।
लोगों के पीछे भागना बंद करो, खुद की ग्रोथ पर फोकस करो
लोगों के पीछे भागना बंद करो। कोई भी इंसान आपको कुछ नहीं दे सकता है। सब दुःखी हैं, सब डिप्रेस्ड हैं। आप ही बताओ, एक भिखारी दूसरे भिखारी को क्या दे सकता है? कुछ नहीं दे सकता, सिर्फ एक आश्वासन दे सकता है, बस एक उम्मीद दे सकता है कि हमें भीख मिलेगी किसी ना किसी इंसान से। वही आजकल हो रहा है। तो आप लोगों के पीछे भाग-भागकर अपना समय और ऊर्जा बर्बाद कर रहे हो। इससे अच्छा है कि सेल्फ-इम्प्रूवमेंट के पीछे भागो, खुद के पीछे भागना शुरू करो, खुद की ग्रोथ के पीछे भागना शुरू करो। खुद पर फोकस करो जब तक, कि लोग तुम पर फोकस न करने लग जाएं।अपने आप को साबित करो: प्यार और कामयाबी के लिए मेहनत का महत्व
प्यार और कामयाबी दोनों ही जीवन के महत्वपूर्ण हिस्से हैं। लेकिन इन दोनों को हासिल करने के लिए मेहनत और समर्पण की जरूरत होती है। अगर आप चाहते हैं कि आपका पार्टनर आपके साथ हमेशा के लिए रहे, तो आपको अपने आप को साबित करना होगा।
खुद को साबित करने का मतलब क्या है?
अपने आप को साबित करने का मतलब है कि आप अपने व्यक्तित्व और क्षमताओं को इस तरह से निखारें कि आपका पार्टनर और आपके आसपास के लोग आपकी कद्र करें। ये सिर्फ प्यार में ही नहीं, बल्कि आपके करियर और जीवन के हर पहलू में जरूरी है।
प्यार में कामयाबी का रास्ता
- खुद पर विश्वास रखें: सबसे पहले, अपने आप पर विश्वास रखना जरूरी है। अगर आप खुद पर विश्वास नहीं करेंगे तो कोई और कैसे करेगा?
- मेहनत करें: प्यार और कामयाबी बिना मेहनत के नहीं मिलते। अपने गोल्स को पाने के लिए कड़ी मेहनत करें।
- समय और ध्यान दें: अपने पार्टनर को समय और ध्यान दें। उन्हें महसूस कराएं कि आप उनके लिए महत्वपूर्ण हैं।
- कम्युनिकेशन: अच्छे संबंधों की नींव सही कम्युनिकेशन पर टिकी होती है। अपने विचारों और भावनाओं को खुलकर व्यक्त करें।
कामयाबी के लिए जरूरी कदम
- स्किल्स को निखारें: अपने क्षेत्र में एक्सपर्ट बनें। नई स्किल्स सीखें और अपने ज्ञान को अपडेट रखें।
- नेटवर्किंग: सही लोगों के साथ संपर्क में रहें। नेटवर्किंग से आपको नए अवसर मिल सकते हैं।
- सेल्फ-इम्प्रूवमेंट: हमेशा खुद को बेहतर बनाने का प्रयास करें। सेल्फ-इम्प्रूवमेंट आपके व्यक्तिगत और प्रोफेशनल दोनों जीवन में मदद करेगा।
- लक्ष्य बनाएं और हासिल करें: छोटे-छोटे लक्ष्यों को सेट करें और उन्हें हासिल करने की कोशिश करें। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप बड़े लक्ष्यों की ओर बढ़ सकेंगे।
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