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Techniques in Prayer Therapy Book Summary in Hindi | Joseph Murphy की शक्तिशाली प्रार्थना तकनीकें

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जितना ज्यादा आपका भगवान पर भरोसा होगा, उतनी ही जल्दी और आसानी से आप अपनी प्रार्थना को सच होते हुए देखेंगे। भगवान हम सबसे बहुत प्यार करते हैं, वे सबसे ज्यादा शक्तिशाली और सुंदर हैं। वे हमारे बारे में सब कुछ जानते हैं, क्योंकि उन्होंने ही हमें बनाया है। यही कारण है कि Prayer Therapy इतनी प्रभावशाली होती है।

अगर आप अपनी प्रेयर पर भरोसा रखते हैं, तो यूनिवर्स की पावर आपके लिए काम करती है। एक बात हमेशा याद रखें – हमारा Subconscious Mind उन्हीं चीज़ों को सच करता है जिन्हें हम उसे करने के लिए कहते हैं। इसलिए अपने अवचेतन मन में सिर्फ वही विचार दोहराएँ जिन्हें आप अपनी ज़िंदगी में देखना चाहते हैं। यही असली Positive Thinking और Mind Power की ताकत है।

कभी-कभी लोग अपनी लाइफ़ से इतने नाराज़ हो जाते हैं कि खुद को बदकिस्मत समझने लगते हैं और भगवान से शिकायत करने लगते हैं। लेकिन असलियत यह है कि भगवान हमारे रास्ते में रुकावट नहीं डालते। इसलिए भगवान पर शक करने की बजाय उन पर भरोसा रखना चाहिए।

साथ ही, यह भी ध्यान रखें कि एक समय में अपने मन में केवल एक ही विचार लाएँ। अगर आप चाहते हैं कि आपके विचार सही तरीके से काम करें, तो उसी पर फोकस करना ज़रूरी है। यही इस किताब में बताई गई Prayer Therapy Techniques का मूल है।

प्रार्थना करना केवल भगवान से कुछ माँगने के बारे में नहीं है। प्रार्थना करने से आप न सिर्फ अपनी इच्छाओं को पूरा करते हैं बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी विकसित होते हैं। आपको शांति, सफलता और जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन प्राप्त होता है।

आज हम "Techniques in Prayer Therapy" नाम की पुस्तक के बारे में बात करेंगे, जिसे Joseph Murphy ने लिखा है। यह किताब हमें प्रेयर की शक्ति को समझने और उसका उपयोग करके अपनी ज़िंदगी में इच्छित परिणाम हासिल करने का तरीका सिखाती है। यह सचमुच एक Self-Help Book Summary in Hindi है जो बताती है कि सही प्रार्थना आपके जीवन को कैसे बदल सकती है।

प्रेयर कैसे करें? प्रेयर को अपनी डेली एक्टिविटी का हिस्सा कैसे बनाए रखें? और जब कोई मुसीबत आए तो प्रेयर का इस्तेमाल कैसे करें?

ऑथर Joseph Murphy के अनुसार, Prayer Therapy हमेशा मुसीबत के समय हमारी मदद कर सकती है। लेकिन इसे अपनी ज़िंदगी का एक इंटीग्रल और क्रिएटिव हिस्सा बनाने के लिए हमें किसी परेशानी का इंतज़ार नहीं करना चाहिए। आप आसानी से प्रेयर करना सीख सकते हैं और इसे अपनी आदत बना सकते हैं। यही बात उनकी किताब Techniques in Prayer Therapy (एक बेहतरीन Book Summary in Hindi) में भी बताई गई है।

तो चलिए शुरू करते हैं और समझते हैं प्रेयर की असली शक्ति। यह केवल आस्था ही नहीं बल्कि Mind Power और Positive Thinking को सक्रिय करने का तरीका भी है।

क्या आप सच में प्रेयर करना जानते हैं? ज़रूरी नहीं कि सिर्फ़ आप ही नहीं, लगभग हर कोई कभी न कभी प्रेयर करता है। कई लोग अपने परिवार या रिश्तेदारों की सेहत के लिए दुआ करते हैं, कोई सफलता पाने के लिए प्रेयर करता है। एक सोल्जर युद्ध में जीतने के लिए प्रेयर करता है, वहीं एक पायलट इमरजेंसी लैंडिंग के समय भगवान से सहायता की प्रार्थना करता है।

लेकिन सिर्फ़ ज़रूरत पड़ने पर प्रेयर करना ही काफी नहीं है। ऑथर हमें सलाह देते हैं कि हमें लगातार और बिना रुके प्रेयर करनी चाहिए। जब आप ऐसा करते हैं, तो प्रेयर आपके जीवन में चमत्कार करने वाला एक शक्तिशाली सोर्स बन जाती है। यह आपकी ज़िंदगी में सफलता ला सकती है और आपको न केवल अपने लिए बल्कि दूसरों की मदद करने के लिए भी सक्षम बना सकती है। यही कारण है कि Subconscious Mind पर विश्वास करके और सही Prayer Therapy Techniques का उपयोग करके जीवन को बदलना संभव है।

याद रखें, प्रेयर सिर्फ़ हमारे माँगने से पूरी नहीं होती। इसके लिए भरोसा रखना ज़रूरी है। जितना ज़्यादा आपका भगवान पर भरोसा होगा, उतनी ही जल्दी और आसानी से आप अपनी प्रार्थनाओं को सच होते हुए देखेंगे। यही बात Joseph Murphy अपनी किताब Techniques in Prayer Therapy में समझाते हैं कि सही Prayer Therapy आपके जीवन को बदल सकती है।

असल में, हम जो चाहते हैं वही प्रेयर होती है। हम सब ख़ुशी, समृद्धि, सुरक्षा और मन की शांति चाहते हैं। इनमें से कुछ हमें मिल जाता है और कुछ नहीं। यह सब हमारे विश्वास से जुड़ा होता है, और यही विश्वास हमारे Subconscious Mind और Mind Power को एक्टिव करता है।

जब आप प्रेयर करते हैं, तो यूनिवर्स में एक मैसेज जाता है, जो आपकी विलपावर से जुड़ा होता है। अब उस चीज़ को पाने की चाह जितनी मज़बूत होगी, उतनी ही जल्दी आप अपनी प्रेयर को साकार होते हुए देखेंगे। यही असली Positive Thinking है।

प्रेयर के दौरान आप यूनिवर्सल क्रिएटिव माइंड में अपनी मनचाही चीज़ की एक तस्वीर बना रहे होते हैं। यह माइंड उस तस्वीर को स्वीकार करता है। और जब आप अपनी इच्छा को सच मानना शुरू कर देते हैं, तो वह चीज़ आपकी तरफ आने लगती है।

क्रिएटिव लॉ जानता है कि आप जो चाहते हैं, उसे सच कैसे बनाया जाए। इसलिए प्रेयर हमेशा इफेक्टिव तरीके से करनी चाहिए।

प्रेयर करने के इफेक्टिव तरीके (Prayer Therapy Techniques):

  • भगवान में भरोसा रखें – जो आप चाहते हैं उसके लिए भगवान में सच्ची आस्था रखते हुए प्रेयर करें। इससे भगवान आपकी प्रेयर को ज़रूर पूरा करेंगे।
  • भगवान की अच्छाइयों पर ध्यान दें – उनकी महानता, उनकी पवित्रता और गुणों के बारे में सोचें।
  • भगवान सबसे बुद्धिमान हैं।
  • वे हम सबसे बहुत प्यार करते हैं।
  • वे सबसे पावरफुल हैं।
  • वे सबसे सुंदर हैं।
  • वे हमारे बारे में सब कुछ जानते हैं, क्योंकि उन्होंने ही हमें बनाया है।

अगर आप दिन में कुछ समय ऐसा करते हैं, तो आपका भगवान पर विश्वास और गहरा होगा। धीरे-धीरे आप महसूस करना शुरू कर देंगे कि आपकी समस्याओं को सुलझाने में भगवान इनविज़िबली (अदृश्य रूप से) आपकी मदद कर रहे हैं।

प्रेयर काफ़ी इफेक्टिव तरह से काम करती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि Prayer Therapy इतनी शक्तिशाली हो सकती है कि इसके ज़रिए आप अपनी ज़िंदगी की कोई भी बीमारी ठीक कर सकते हैं? यही विचार Joseph Murphy ने अपनी किताब Techniques in Prayer Therapy में समझाया है।

असल में प्रेयर हमारे विश्वास पर निर्भर करती है। मतलब यह हुआ कि अगर आप पूरे विश्वास से ठीक होने की इच्छा रखते हैं, तो आप प्रेयर के ज़रिए ठीक हो सकते हैं। यही असली Positive Thinking और Mind Power का कमाल है।

सीधे शब्दों में कहें तो स्पिरिचुअल एजुकेशन एक बुद्धिमानी का काम है, जो हमारे कॉन्शियस और Subconscious Mind पर आधारित है। अगर आप सचमुच ठीक होना चाहते हैं, तो आपको यह जानना ज़रूरी है कि आप किस तरह से प्रेयर कर रहे हैं।

यानी, प्रेयर करने का तरीका आपके ठीक होने की संभावना को बढ़ा देता है।

इलाज के लिए सबसे पहली बात याद रखने की है कि आपके मन का दोहरा स्वभाव होता है।

  • Subconscious Mind में लगातार किसी थॉट को दोहराने पर वह असलियत में बदल जाता है।
  • Subconscious का आपकी बॉडी पर पूरा नियंत्रण होता है।

अगर आप ठीक होना चाहते हैं, तो आपको खुद से बार-बार यह कहना होगा:
👉 “मुझे भगवान की पावर पर भरोसा है और मैं ठीक हो जाऊँगा।”

इस तरह अपने मन में थॉट्स को बार-बार दोहराने से आपका Subconscious Mind उन विचारों को असलियत में बदल देगा।

कुल मिलाकर, भगवान की शक्ति पर भरोसा रखना सबसे ज़रूरी है। अगर आप अपनी प्रेयर पर भरोसा रखते हैं, तो यूनिवर्स की पावर आपके लिए काम करेगी।

खुद को प्रोटेक्ट करने का पहला नियम है भरोसा करना। शरीर में बीमारी लाने के मुकाबले अच्छी सेहत को बनाए रखना और बीमारी को ठीक करना आसान होता है।

आपका सोचने का तरीका आपकी बीमारी को तय करता है। अगर आप सोचते हैं कि आप स्वस्थ हैं और आपको कोई बीमारी नहीं है, तो ऐसा ही होगा, और आप खुद को बीमारियों से दूर रख पाएँगे। 

प्रेयर पर भरोसा रखें और अपनी बीमारियों को खुद से दूर करें। यही बात Joseph Murphy अपनी किताब Techniques in Prayer Therapy में बताते हैं कि सही Prayer Therapy आपके शरीर और दिमाग दोनों को हेल्दी बना सकती है।

हममें से कई लोग अक्सर खुद को कमजोर महसूस करते हैं और यह सोचते रहते हैं कि “मुझे कोई ठीक नहीं कर सकता।” इस तरह वे अपने ही थॉट्स से दुखी रहने लगते हैं।

असल में, हम सबके अंदर पॉज़िटिव और नेगेटिव—दोनों तरह से सोचने की पावर होती है। कोई दूसरा व्यक्ति कुछ कह दे, तो भी हम तभी दुखी होते हैं जब हम उन बातों को दिमागी रूप से अपनाते हैं। यही असली Positive Thinking और Mind Power की ताक़त है।

सीधे शब्दों में कहें तो अच्छा या बुरा सोचना पूरी तरह से हमारी चॉइस होती है। हम तय करते हैं कि हम क्या सोचेंगे और किस तरह सोचेंगे।

हमारा Subconscious Mind उन्हीं चीज़ों पर काम करता है जिन्हें हम सच मानते हैं। जैसा कि बार-बार कहा गया है—हम अपने अवचेतन मन में जैसा सोचते हैं, वैसा ही हमारे साथ होता है।

दूसरे शब्दों में, जिन चीज़ों पर हम भरोसा करते हैं, वही चीज़ें हमारी असलियत बन जाती हैं। और क्योंकि हमारे पास थॉट्स चुनने की आज़ादी है, इसलिए जितना हो सके अच्छे विचारों को ही चुनें। इससे आपकी सेहत बेहतर होगी।

जब आप हेल्दी होने के बारे में सोचते हैं, तो ये विचार आपके शरीर और दिमाग में फैल जाते हैं और आपको पूरी तरह ठीक होने में मदद करते हैं।

इसी तरह, अपने बारे में हर चीज़ को अच्छा ही सोचें और हमेशा अच्छे थॉट्स को ही चुनें।

अपने नेगेटिव विचारों को पॉज़िटिव थॉट्स से बदलें।

प्रेयर का इस्तेमाल करें। जब आप अपने मन में खुशी और स्वास्थ्य को चुनते हैं, तो प्रेयर सही मायने में आपके लिए काम करती है। अगर आप अपनी हेल्थ बदलना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको प्रेयर की पावर को पहचानना और उसका इस्तेमाल करना ज़रूरी है।

इसके लिए बस आपको अपने नेगेटिव एटीट्यूड को छोड़कर पॉज़िटिव एटीट्यूड अपनाना होगा। यही असली संदेश Joseph Murphy Prayer Therapy Techniques का है।

क्योंकि नेगेटिव एटीट्यूड आपकी हेल्थ के साथ-साथ आपके रिश्तों को भी खराब कर सकता है। इससे बचने के लिए आपको अच्छी सेहत और प्रोग्रेस की Prayer Therapy करनी चाहिए। यही Joseph Murphy की किताब Techniques in Prayer Therapy का असली संदेश है कि सही प्रेयर आपकी लाइफ को बदल सकती है।

ऐसा करने के लिए आप इस तरह की प्रेयर करें:

“मैं प्रेयर करता हूं कि मैं हेल्दी हूं, खुश हूं, शांति में हूं और अपने काम में लगातार प्रगति कर रहा हूं। मेरे बॉस मेरे काम से संतुष्ट रहते हैं। मैं इस तस्वीर को अपने दिमाग में हमेशा लाता हूं और मुझे भरोसा है कि यह सच हो जाएगा। मैं एक प्यार करने वाला और दयालु इंसान हूं। मैं ईमानदारी के साथ सभी के साथ वैसा व्यवहार करता हूं जैसा मैं चाहता हूं कि मेरे साथ किया जाए। भगवान की पावर मुझे गाइड करती है और मैं अपने हर काम में बेहतर हूं।”

अब इस तरह की प्रेयर को रोज़ाना करें। आपको बहुत जल्द अच्छे रिज़ल्ट मिलने लगेंगे। यह Joseph Murphy Prayer Techniques और Positive Thinking की पावर का नतीजा होता है।

ध्यान रखें कि आप जो भी बनने की कल्पना करते हैं, उस पर आपका इमोशनल रिस्पॉन्स होता है। यही इमोशन आपकी इमेजिनेशन को सच बना देता है। इसलिए रोज़ाना इस तरह की पॉज़िटिव प्रेयर करें और अंत में आप अपनी लाइफ में अच्छे बदलाव महसूस करेंगे।

आपने लोगों को अक्सर यह कहते सुना होगा—“प्रेयर करो।” इसका मतलब है कि लोगों को भगवान की पावर पर गहरा भरोसा है और उन्हें यकीन होता है कि भगवान उनके लिए बेहतर ही करेंगे। यही भरोसा हमारे Subconscious Mind और Mind Power को एक्टिव करता है।

इसलिए अपनी लाइफ में बेहतर बदलाव लाने के लिए सच्चे दिल से प्रेयर करें और पॉज़िटिव सोचें। इस तरह आप अपनी लाइफ में सबसे अच्छे बदलाव ला सकते हैं।

हम सभी अच्छी तरह जानते हैं कि हमें कब और किस चीज़ के लिए प्रेयर करनी चाहिए। हमें यह भी पता होता है कि किन चीजों के लिए प्रेयर करने से वे हमारे लिए बेहतर तरीके से काम करेंगी।

सीधे शब्दों में कहें तो हमने अपनी प्रेयर की एक लिमिटेशन बना ली है। इसलिए हम अक्सर उन्हीं चीजों के लिए प्रेयर करते हैं। लेकिन Techniques in Prayer Therapy by Joseph Murphy हमें सिखाती है कि प्रेयर असीमित है और इसे हर क्षेत्र में लागू किया जा सकता है।

हम अक्सर उन्हीं चीजों के लिए प्रेयर करते हैं जो हमें लगता है कि हमारे लिए काम करेंगी। लेकिन अगर आप सच में गाइडेंस के लिए प्रेयर करना चाहते हैं तो आपको खुद को लिमिटेशन से दूर रखना होगा।

समझना जरूरी है कि प्रेयर करने की कोई लिमिट नहीं होती। आप हर चीज़ के लिए, हर मायने में प्रेयर कर सकते हैं। हम सबकी कोई न कोई इच्छा जरूर होती है जिसे हम पूरा करना चाहते हैं। जैसे अगर आप कुछ बनना चाहते हैं, तो वह आपकी इच्छा है और उसे पूरा करने के लिए आपको काम करना पड़ता है।

इच्छाओं को पूरा करने की राह में जब भी कोई रुकावट आए, तो आपको उससे डील करते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए।

बाइबल में बताया गया है कि हमें आज ही चुनना चाहिए कि हम किसकी सेवा करेंगे। यानी हमें यह तय करना होगा कि हम हेल्थ, खुशी, मन की शांति और समृद्धि को चुनेंगे या फिर गरीबी और लिमिटेशन को। जब हम अपनी आंतरिक शक्ति को चुनते हैं, तब हम कह सकते हैं:

“मैं सुख, शांति, प्रोस्पेरिटी, नॉलेज और सिक्योरिटी को चुनता हूं।”

जिस पल हम अपने कॉन्शियस माइंड में इन थॉट्स को रखते हैं, उसी पल हमारा सबकॉन्शियस माइंड इन थॉट्स को सच बनाने की प्रक्रिया शुरू कर देता है।

असल में हमारा गाइडेंस हमें हमारे सबकॉन्शियस माइंड से ही मिलता है, क्योंकि वही हमारे थॉट्स को सच करने के लिए हर संभव कोशिश करता है।

हमेशा याद रखें, हमारा सबकॉन्शियस माइंड वही सच करता है जो हम उसे करने के लिए कहते हैं। इसलिए अपने सबकॉन्शियस माइंड में सिर्फ वही थॉट्स दोहराएं जिन्हें आप अपनी लाइफ में देखना चाहते हैं।

इसी तरह पॉज़िटिव थॉट्स के साथ अपनी लाइफ में आगे बढ़ते रहें।

हम अपनी लाइफ में कई बार ऐसी रुकावटों का सामना करते हैं जो हमें हमारे गोल्स तक पहुंचने से रोक देती हैं। लेकिन सवाल यह है कि आखिर ये रुकावट आती कैसे है?

असल में ये प्रॉब्लम्स हमारे अपने दिमाग से ही शुरू होती हैं। हमारा सबकॉन्शियस माइंड उन्हीं चीजों पर काम करता है जो हम उससे करने के लिए कहते हैं। इसलिए जब आप सोचते हैं कि आपका काम सही ढंग से पूरा नहीं होगा या उसमें परेशानी आ सकती है, तो वही सच हो जाता है और आपको अपने काम में प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ता है।

इन रुकावटों को दूर करने के लिए आपको अपने कॉन्शियस और सबकॉन्शियस माइंड के बीच हार्मोनी बनानी होगी। जब ये दोनों मिलकर काम करते हैं, तो आपका सबकॉन्शियस माइंड आपकी इच्छाओं और थॉट्स पर गहराई से ध्यान देता है और उन्हें सच करने के लिए तेजी से काम करने लगता है।

इसलिए जरूरी है कि आप फोकस्ड होकर, बिना डरे और बिना भटके काम करें। जब आप अपने मन में पॉजिटिव थॉट्स सोचते हैं, तो वो सीधे आपके सबकॉन्शियस माइंड तक पहुंचते हैं और वहां से हकीकत में बदलना शुरू हो जाते हैं।

रुकावटों को दूर करने और इफेक्टिव तरह से प्रेयर करने के लिए इन स्टेप्स का इस्तेमाल करें:

  1. अपने मन को शांत करें – कोशिश करें कि आराम से बैठें या लेट जाएं।
  2. एक पॉजिटिव स्टेटमेंट चुनें – जैसे: “मैं पूरी तरह से शांति महसूस कर रहा हूं और इसके लिए खुद को धन्यवाद देता हूं।”
  3. स्टेटमेंट को बार-बार दोहराएं – ताकि मन भटके नहीं। आप चाहें तो इन शब्दों को जोर से बोल सकते हैं या भीतर ही भीतर रिपीट कर सकते हैं।
  4. फीलिंग को महसूस करें – सिर्फ शब्द न बोलें, बल्कि उन्हें असलियत में महसूस करें।
  5. कम से कम 5 मिनट तक दोहराएं – या उससे ज्यादा समय तक इस प्रैक्टिस को करें।

धीरे-धीरे यह प्रैक्टिस आपके सबकॉन्शियस माइंड में गहराई तक बैठ जाएगी और आपकी रुकावटें दूर होकर, आपकी प्रेयर को असरदार बना देगी।

इन स्टेटमेंट्स को बार-बार दोहराते रहें, जिससे आपका सबकॉन्शियस माइंड जल्दी रिस्पांस करेगा। सोने से ठीक पहले इन स्टेप्स का इस्तेमाल करें और अपनी आंखें बंद करके अपने सामने किसी दोस्त या करीबी रिश्तेदार को इमेजिन करें। सोचें कि वह आपको आपकी सक्सेस के लिए बधाई दे रहे हैं। जितनी ज्यादा बधाई आप खुद को मिलते हुए महसूस करेंगे, यह आपके लिए उतना ही फायदेमंद होगा।

इस टेक्निक का इस्तेमाल दिन में तीन से चार बार करें और खासकर रात को सोने से पहले जरूर अपनाएं। अंत में अपनी इच्छाओं की स्पष्ट इमेजिनेशन करें। इस तरह आप अपनी लाइफ में बिना किसी रुकावट के सफलता की ओर बढ़ सकते हैं।

हम सभी की जिंदगी में कुछ लोग ऐसे जरूर होते हैं जिन्होंने हमारे साथ गलत किया होता है। इसकी वजह से हम उन्हें माफ नहीं कर पाते। कई बार हम अपनी ही गलतियों के लिए खुद को भी माफ नहीं कर पाते। हालांकि माफ करना आसान नहीं होता, लेकिन प्रेयर के जरिए हम खुद को और दूसरों को माफ करना सीख सकते हैं और हमें ऐसा करना चाहिए।

अगर हम माफ नहीं करते, तो उसी बात को सोचते रहते हैं और दूसरों या खुद के प्रति नफरत की भावना बना लेते हैं। यह नफरत हमारी हेल्थ और लाइफ दोनों के लिए नुकसानदायक होती है, क्योंकि नफरत हमें सिर्फ बुराइयों पर फोकस करने पर मजबूर करती है। इसके चलते हम अपने असली गोल से भटक जाते हैं। इसलिए माफ करना सीखना बेहद जरूरी है।

कभी-कभी लोग अपनी लाइफ से इतने ज्यादा नाराज हो जाते हैं कि खुद को बदकिस्मत समझने लगते हैं और भगवान से शिकायत करने लगते हैं। लेकिन सच्चाई यह है कि भगवान हमारे रास्ते में रुकावट नहीं डालते। इसलिए भगवान पर शक करने के बजाय हमें उन पर भरोसा रखना चाहिए।

खुद से यह कहना चाहिए कि “मैं जानता हूं कि भगवान मुझसे बहुत प्यार करते हैं। वे सबके रखवाले हैं, मेरी परवाह करते हैं, मेरा गाइडेंस करते हैं और मुझे इंस्पायर करते हैं। यह बॉडी मेरे लिए एक आशीर्वाद है जो मुझे भगवान से मिली है। मुझे पता है कि भगवान हमेशा मेरे लिए सबसे बेहतर चुनते हैं और स्वर्ग का रास्ता मेरे अंदर ही छुपा है।”

इसका मतलब यह हुआ कि आप बहुत पावरफुल हैं और आपके अंदर अपने काम को पूरा करने की पूरी क्षमता है। कोई भी आपको आपके लक्ष्य को पाने से रोक नहीं सकता। भगवान के सारे गुण हमारे सबकॉन्शियस माइंड में मौजूद हैं, और उनका इस्तेमाल करके हम कुछ भी हासिल कर सकते हैं।

इसलिए दिन में कई बार प्रेयर करें और इन पॉजिटिव बातों को दोहराएं। ऐसा करने से आप शांति के साथ माफ करना भी सीखेंगे।

एक और जरूरी बात यह है कि अपने मन में कभी भी एक समय पर दो थॉट्स न लाएं। अगर आप चाहते हैं कि आपके विचार सही ढंग से काम करें, तो उसके लिए एक समय पर केवल एक थॉट पर फोकस करना जरूरी है। इससे आपका मन साफ रहेगा और आप अपने थॉट्स को जल्दी सच करने के लिए कदम उठा पाएंगे।

अगर कभी कोई आपके साथ गलत करता है या आपसे कोई गलती होती है, तो उस गलती के लिए माफ करना सीखें। माफी के जरिए ही हम अपने मन से नेगेटिव भावनाओं को दूर करके पॉज़िटिविटी के साथ आगे बढ़ सकते हैं।

अपनी क्रिएटिविटी का इस्तेमाल करते हुए प्रेयर को अपनी लाइफ का हिस्सा बनाएं। प्रेयर रिश्तों में भी चमत्कार कर सकती है। पति-पत्नी के बीच के डिफरेंस भी प्रेयर से दूर हो सकते हैं। जब दोनों साथ में प्रेयर करते हैं, तो वे एक-दूसरे के करीब आते हैं, क्योंकि प्यार जोड़ता है और नफरत बांटती है।

जब आप अपने पार्टनर के साथ मिलकर भगवान के सामने प्रेयर करते हैं, तो आपका रिश्ता और मजबूत हो जाता है।

आइडल्स लाइफ के रूल्स की पढ़ाई और भगवान से प्रेयर करते हैं, तो सब कुछ पॉसिबल हो सकता है—यहां तक कि वह भी, जिसके बारे में आपने उम्मीद छोड़ दी हो।

अगर आपको लगता है कि आपका रिलेशन आपके पार्टनर के साथ बहुत ज्यादा बिगड़ चुका है और अब इसके ठीक होने का कोई चांस नहीं है, तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। प्रेयर के जरिए आप अपने रिश्ते में आने वाली प्रॉब्लम्स को दूर कर सकते हैं और उसे बेहतर बना सकते हैं।

याद रखें, हम इंसान मानसिक और भावनात्मक रूप से भगवान से जुड़े हुए हैं। भगवान प्यार का नाम हैं, इसलिए किसी भी रिलेशन को ठीक करने के लिए भगवान की पावर का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके लिए पूरे दिल से अपने पार्टनर के साथ मिलकर भगवान से प्रेयर करें। भगवान बदले में आपके रिलेशन को बेहतर बना देंगे।

मतलब, आपका सबकॉन्शियस माइंड आपकी की गई प्रेयर को असलियत में बदल देगा। अगर आप और आपके पार्टनर दोनों प्यार और ईमानदारी से इंस्पायर्ड हैं, तो भगवान का प्यार आपके रिश्ते को और मजबूत करेगा और आप हमेशा के लिए अपनी प्रॉब्लम्स से दूर हो सकते हैं।

अगर आप चाहते हैं कि आप और आपके पार्टनर के बीच कभी डिफरेंस न हो, तो इसके लिए आपको सही पार्टनर चुनने की ज़रूरत है। सही पार्टनर चुनने के लिए शादी से पहले अपने मन में कुछ इस तरह के पॉज़िटिव थॉट्स बनाएं:

“मैं जानता हूं कि एक इंसान है जो मेरी लाइफ बिताने के लिए मेरा इंतजार कर रहा है। मुझे पता है वह मुझसे प्यार करता है और मैं उसकी खुशी के लिए काम कर सकता हूं। हम दोनों साथ में खुश रहते हैं, हमारे बीच प्यार रहता है और हम एक-दूसरे को अच्छे से समझते हैं।”

जब आप इन थॉट्स को दोहराते हैं, तो आप इन्हें अपने सबकॉन्शियस माइंड के जरिए यूनिवर्स में भेजते हैं।

आप जब इन थॉट्स को यूनिवर्स में भेजते हैं, तो बदले में आपको वही पार्टनर मिल सकता है जैसा आपने इमेजिन किया है।

अपनी शादी को सुरक्षित और खुशहाल रखने के लिए इन स्टेप्स का पालन करें:

  • कभी भी रोज़मर्रा की छोटी-छोटी प्रॉब्लम्स को बड़ा न बनाएं।
  • रात को सोने से पहले एक-दूसरे को माफ करें।
  • सुबह उठकर यह महसूस करें कि आप अपने पार्टनर के साथ एक नई और खुशहाल जिंदगी की शुरुआत कर रहे हैं।
  • अपने पार्टनर की अच्छाइयों के लिए उनकी तारीफ करें। उदाहरण के लिए, अगर सुबह का नाश्ता अच्छा है तो उसके लिए उनकी सराहना करें और उन्हें थैंक्यू बोलें।
  • अपने पार्टनर से प्यार जताएं, उन्हें बताएं कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं और उनकी खुशी के लिए हमेशा तैयार हैं।
  • ध्यान रखें कि आपकी बातों से उन्हें बुरा न लगे, और अगर गलती से ऐसा हो जाए तो तुरंत माफी मांगें।

इन छोटे-छोटे स्टेप्स का इस्तेमाल करके आप अपने रिलेशन को बेहतर बना सकते हैं और अपनी शादी को मजबूत बना सकते हैं।

हम इंसानों के सबसे बड़े दुश्मनों में से एक डर होता है। जब हम किसी काम को लेकर डर महसूस करते हैं, तो उसे पूरा करना बहुत मुश्किल हो जाता है। अपने डर से निपटने के लिए प्रेयर का सहारा लें।

प्रेयर का सीधा मतलब है भगवान में भरोसा करना। भगवान के बारे में सब कुछ पॉज़िटिव है, जो हमारे डर को दूर करता है। डर एक ऐसा बादल है जो हमें भगवान के प्यार से दूर कर देता है।

आज के समय में लोग भूत-प्रेत, शैतान और असफलता से डरते हैं। यही डर इंसान को असफल बना देता है। डर ही हमें गुस्सैल और चिड़चिड़ा बना देता है, और इसके कारण हमारे ह्यूमन रिलेशन भी खराब होने लगते हैं।

क्रिटिसिज़्म से लोग इतना डरते हैं कि उनके बहुत से सुंदर विचार कभी सामने ही नहीं आ पाते। डर पर काबू पाने के लिए खुद से कहें:

“मेरे अंदर भगवान मौजूद हैं। भगवान मेरे सबकॉन्शियस माइंड के रूप में मेरे साथ हैं। मैं इस पावर को पहचानता हूं और अपनी लाइफ में आगे बढ़ता हूं।”

डर को दूर करने का अकेला तरीका है—उसका सामना करना। अगर आप किसी चीज़ से डरते हैं, तो उसका सामना करें। जब आप सामना करते हैं, तो आपको एहसास होगा कि जिस चीज़ से आप डरते थे, वह असल में आपके लिए खतरनाक नहीं थी।

इसलिए अपने डर को दूर करने के लिए हर वह काम करें जिससे आपको डर लगता है। और खुद से कहते रहें:

  • “धीरे-धीरे मैं अपने डर पर काबू पा रहा हूं।”
  • “मैं अब शांति और कॉन्फिडेंस से बोलता हूं।”
  • “मैं अपने डर से उभर रहा हूं और अब मैं अपनी लाइफ के डर से नहीं डरता।”

जब आप इस तरह से अपने मन को शांत करते हैं और डर को दूर करने की कोशिश करते हैं, तो आखिरकार आप अपने डर को मिटा सकते हैं।

याद रखें, आपको डर को दूर करने के लिए भगवान पर भरोसा रखना होगा। और जब आपका डर दूर हो जाएगा, तो आप अपनी लाइफ में बिना रुके आगे बढ़ पाएंगे।

अगर आप अपने मन को शांत करना चाहते हैं, तो ज़रूरी है कि आप उसे शोर, बेचैनी, नकारात्मक भावनाओं, चिंताओं और स्ट्रेस से दूर रखें। आपने देखा होगा कि स्पिरिचुअल टीचर्स अंदरूनी शांति को बनाए रखने में कितने माहिर होते हैं। इसी वजह से वे हमेशा शांत रहकर अपने विचारों को दूसरों तक पहुंचाते हैं।

इसीलिए अपनी प्रेयर को और प्रभावी बनाने के लिए शांत और सकारात्मक वातावरण का इस्तेमाल करें। यह आपके लिए बेहद काम का साबित होगा, क्योंकि जब आप शांति से प्रेयर करते हैं, तो अपने थॉट्स पर बेहतर ध्यान लगा पाते हैं।

बहुत आसान हो जाता है जब आप अपने मन को फिजूल के विचारों से दूर रखते हैं और सिर्फ उसी विचार पर ध्यान लगाते हैं जिसे आप सच में पाना चाहते हैं। हालांकि मन में कई तरह के विचार आते रहते हैं, जो अक्सर आपके आस-पास की परिस्थितियों के कारण होते हैं। अगर आपके आसपास कुछ चल रहा है, तो स्वाभाविक है कि आपका माइंड भटक जाएगा और आप अपने विचारों की बजाय दूसरों के विचारों पर ध्यान देने लगेंगे।

इसीलिए प्रेयर करने के लिए हमेशा एक शांत जगह चुनें। इससे आप अपने विचारों पर गहराई से ध्यान लगा पाएंगे और आपका सबकॉन्शियस माइंड उन विचारों को हकीकत में बदलने के लिए तुरंत काम करना शुरू कर देगा।

डिस्ट्रैक्शन से बचने के लिए प्यार, शांति और खुशी जैसे पॉज़िटिव थॉट्स पर फोकस करें। और ध्यान रखें कि जो आप बोलते हैं, आपका मन पूरी तरह उससे सहमत होना चाहिए। तभी जाकर आप अपने विचारों को सच बना सकते हैं। क्योंकि सबकॉन्शियस माइंड उसी विचार पर तेजी से काम करता है जिसे आप बार-बार दोहराते हैं।

इसका मतलब है कि आपको अपनी इच्छाओं को मेंटली एक्सेप्ट करना होगा। तभी आपका कॉन्शियस और सबकॉन्शियस माइंड सिंक्रोनाइज़ होकर आपके विचार से सहमत होंगे और उसे वास्तविकता में बदल देंगे।

लेकिन अगर कभी आप असफल हो जाते हैं, तो हार न मानें। बस प्रेयर करते रहिए। क्योंकि प्रेयर के जरिए ही आप अपनी इच्छाओं को पूरा कर सकते हैं।

हमेशा याद रखें, जो कुछ भी हम सच मानते हैं या गहराई से महसूस करते हैं, वह हमारे सबकॉन्शियस माइंड तक पहुंच जाता है। और सबकॉन्शियस माइंड हमारे मन के सभी हिस्सों को कंट्रोल करता है। इसलिए ध्यान रखें कि आप खुद से मजबूती और आत्मविश्वास के साथ क्या कहते हैं।

मजबूती और विश्वास के साथ बोले गए हर एक शब्द का असर सीधे आपके सबकॉन्शियस माइंड पर होता है और वही आपके जीवन की दिशा तय करता है।

विचार सच हो सकते हैं। इसलिए आपको भगवान की शक्ति पर भरोसा बनाए रखते हुए प्रेयर करनी चाहिए। भगवान की शक्ति आपके अंदर आपके सबकॉन्शियस माइंड के रूप में मौजूद है, जो हर उस चीज़ को सच कर सकती है जिसे आप अपने दिमाग में बार-बार दोहराते हैं।

इसलिए अपनी लाइफ में अच्छे परिणाम हासिल करने के लिए हमेशा सकारात्मक विचारों को ही सोचें। जैसे बीज होता है, फल भी उसी तरह का मिलता है। ठीक उसी तरह, अगर आप अपने मन में अच्छे विचार बोते हैं तो आपको अच्छे ही परिणाम मिलेंगे।

अपनी इच्छाओं को सच करने के लिए डेली प्रेयर ज़रूर करें।

तो दोस्तों, यह थी प्रेयर थेरेपी की बुक समरी। इस बुक में आपने जाना कि कैसे प्रेयर की शक्ति का इस्तेमाल करके आप अपनी जिंदगी की समस्याओं को दूर कर सकते हैं और सफल बन सकते हैं। आपका सबकॉन्शियस माइंड आपको सक्सेसफुल होने में मदद करता है।

इसलिए अगर आप अपनी लाइफ में सफलता पाना चाहते हैं, तो भगवान पर भरोसा रखकर प्रेयर करें। प्रेयर करने का कोई फिक्स तरीका नहीं है। आप कोई भी तरीका चुन सकते हैं, लेकिन हमेशा उन्हीं शब्दों का इस्तेमाल करें जिन्हें आप पूरा होते हुए देखना चाहते हैं।

हम भगवान से यही प्रार्थना करते हैं कि वे आपकी हर प्रेयर को सुनें और आपको वह सब दें जो आप दिल से चाहते हैं। 

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