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Who Will Cry When You Die – Robin Sharma Summary in Hindi

Who Will Cry When You Die – Robin Sharma Summary in Hindi


💫 Who Will Cry When You Die? – Robin Sharma | जीवन को गहराई से समझने वाली किताब (हिंदी में)

कभी-कभी मैं सोचता हूँ — अगर आज मेरा आखिरी दिन हो, तो क्या मैं शांति से जा पाऊँगा?
क्या लोग सच में मुझे याद करेंगे? क्या मैंने इस दुनिया में कुछ ऐसा किया है जिससे किसी को फायदा पहुँचा हो?

जब मैंने Robin Sharma की किताब “Who Will Cry When You Die?” पढ़ी, तो जैसे किसी ने अंदर की नींद तोड़ दी।
यह किताब किसी धार्मिक ग्रंथ की तरह नहीं, बल्कि एक जीवन को सरल और सार्थक बनाने की गाइड की तरह है।
रॉबिन शर्मा हमें याद दिलाते हैं कि जीवन सिर्फ “सफल” होने के लिए नहीं, बल्कि “महान” बनने के लिए मिला है।

🌿 जीवन का असली मतलब

हम सब भाग रहे हैं — सुबह से रात तक, एक काम से दूसरे काम में। लेकिन कभी रुककर सोचते हैं कि आखिर ये सब क्यों?
रॉबिन शर्मा कहते हैं –

“अगर आप अपने जीवन का उद्देश्य नहीं जानते, तो आप दूसरों के सपने पूरे करने में अपनी ज़िंदगी बिता देंगे।”

यह बात मुझे गहराई से छू गई।
हममें से ज़्यादातर लोग काम में इतने उलझ जाते हैं कि जीना भूल जाते हैं।
इस किताब ने मुझे सिखाया कि जीवन का अर्थ दौड़ में जीतना नहीं, बल्कि रास्ते का आनंद लेना है।

⏰ समय – सबसे बड़ी पूंजी

हम अकसर सोचते हैं कि हमारे पास बहुत समय है। लेकिन सच कहूँ तो समय ही सबसे बड़ी झूठी सुरक्षा है।
रॉबिन शर्मा कहते हैं –

“आप समय को नहीं खोते, आप जीवन को खोते हैं।”

अगर हम अपने हर दिन को उद्देश्यपूर्ण तरीके से जिएँ, तो हमारा जीवन अपने आप बदल जाता है।
यह किताब सिखाती है कि सुबह जल्दी उठना, कुछ समय खुद के लिए निकालना, और दिन की योजना बनाना कितनी जरूरी बातें हैं।

मैंने जब पहली बार सुबह 5 बजे उठकर खुद के लिए समय निकाला — बस कुछ पन्ने पढ़े और शांत बैठा — तो भीतर कुछ बदल गया।
धीरे-धीरे मुझे एहसास हुआ कि यह “समय प्रबंधन” नहीं बल्कि “जीवन प्रबंधन” है।

🙏 कृतज्ञता का भाव – Gratitude

रॉबिन शर्मा बार-बार कहते हैं कि जो हमारे पास है, उसके लिए शुक्रगुज़ार रहो।
हम रोज़ाना शिकायत करते हैं — नौकरी का तनाव, पैसा कम, लोग खराब — लेकिन क्या हमने कभी यह महसूस किया है कि हमारे पास साँसें हैं, परिवार है, खाने को रोटी है?

“कृतज्ञता का भाव जीवन के अंधेरे को रोशनी में बदल देता है।”

मैंने खुद यह अभ्यास शुरू किया — हर रात सोने से पहले तीन चीजें लिखता हूँ जिनके लिए मैं आभारी हूँ।
धीरे-धीरे यह आदत मेरी सोच बदलने लगी। अब छोटी-छोटी बातों में भी खुशी महसूस होती है।

📖 सीखना बंद मत करो

रॉबिन शर्मा के अनुसार,

“हर दिन कुछ नया सीखो, क्योंकि जो व्यक्ति सीखना छोड़ देता है, वो जीना छोड़ देता है।”

जीवन में सफलता सिर्फ मेहनत से नहीं आती, सीखते रहने से आती है।
इसका मतलब यह नहीं कि आपको बड़ी डिग्री लेनी है —
बल्कि हर दिन कुछ नया जानना, समझना, खुद को अपडेट रखना ज़रूरी है।

मैंने जब यह आदत डाली कि हर दिन 20 मिनट किसी नई चीज़ पर पढ़ूँ —
तो सिर्फ ज्ञान नहीं बढ़ा, आत्मविश्वास भी दोगुना हो गया।

🧠 मन को काबू में रखना सीखो

हमारा मन सबसे बड़ी ताकत है — लेकिन अगर उस पर नियंत्रण नहीं, तो वही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन बन जाता है।
किताब कहती है —

“आपका मन आपका नौकर है, मालिक नहीं।”

रॉबिन शर्मा बताते हैं कि हमें अपने मन को रोज़ाना अनुशासित करना चाहिए,
जैसे जिम में शरीर को ट्रेन करते हैं, वैसे ही ध्यान (Meditation), सकारात्मक सोच और आत्म-संवाद (Self Talk) से मन को प्रशिक्षित करें।

मैंने ध्यान (Meditation) शुरू किया — शुरू में मुश्किल लगा, लेकिन धीरे-धीरे भीतर शांति आने लगी।
अब छोटी-छोटी चीजें परेशान नहीं करतीं।

❤️ रिश्तों का मूल्य

इस किताब का एक बहुत खूबसूरत हिस्सा है — रिश्तों के बारे में।
रॉबिन शर्मा कहते हैं —

“जब आप मरेंगे, लोग आपकी डिग्री या बैंक बैलेंस याद नहीं करेंगे, बल्कि याद करेंगे कि आपने उन्हें कैसा महसूस कराया था।”

ये बात मेरे दिल में बस गई।
हम अक्सर अपने परिवार, दोस्तों या बच्चों के साथ वक्त नहीं बिता पाते, और सोचते हैं बाद में करेंगे।
लेकिन ‘बाद में’ कभी नहीं आता।

मैंने अब कोशिश शुरू की है कि हर दिन कुछ समय परिवार के साथ बिताऊँ — बिना मोबाइल, बिना डिस्ट्रैक्शन।
क्योंकि अंत में वही पल मायने रखते हैं।

😌 सादगी में सुख

आज के दौर में हर कोई “अधिक” चाहता है — बड़ा घर, बड़ी कार, बड़ा नाम।
लेकिन रॉबिन शर्मा हमें सिखाते हैं —

“कम में भी बहुत कुछ है, अगर नज़रिया सही हो।”

जब आप सादगी को अपनाते हैं, तो मन हल्का रहता है।
कम चीज़ें, कम झंझट, ज़्यादा सुकून।
मैंने अपने कमरे से अनावश्यक चीज़ें हटाईं — और अजीब-सी शांति महसूस की।
साफ-सुथरा माहौल, साफ मन।

💬 डर का सामना करो

डर एक ऐसी दीवार है जो हमें हमारे सपनों से दूर रखती है।
रॉबिन शर्मा कहते हैं –

“अगर कोई चीज़ आपको डराती है, तो वही काम सबसे पहले करो।”

डर के पार ही हमारी असली ताकत छुपी होती है।
मैंने यह अभ्यास शुरू किया —
हर हफ्ते कुछ ऐसा करना जो मुझे थोड़ा असहज करे — जैसे सार्वजनिक रूप से बोलना, नया काम शुरू करना, या किसी से माफी माँगना।
धीरे-धीरे डर कम हुआ और आत्मविश्वास बढ़ा।

🌈 दूसरों की मदद करो

यह किताब हमें याद दिलाती है कि दूसरों के लिए कुछ करना ही असली खुशी है।

“सच्ची सफलता वह है जब आप दूसरों के जीवन को बेहतर बना सकें।”

किसी गरीब को मुस्कान देना, किसी परेशान को हौसला देना — यह छोटी चीजें बहुत मायने रखती हैं।
आप नहीं जानते, आपकी एक छोटी सी बात किसी के लिए आशा की किरण बन सकती है।

🧘 आत्म-अनुशासन – Discipline is Power

सफल लोगों की पहचान उनका अनुशासन होता है।
रॉबिन शर्मा कहते हैं –

“Discipline is doing what you know is right, even when you don’t feel like doing it.”

जब आप रोज़ एक तय रूटीन अपनाते हैं,
चाहे मन न हो फिर भी अपने लक्ष्य की दिशा में बढ़ते हैं,
तो आप धीरे-धीरे अपनी नियति को बदल देते हैं।

मैंने इसे अपने जीवन में महसूस किया —
हर दिन एक ही समय पर लिखना शुरू किया, चाहे मूड हो या नहीं।
धीरे-धीरे यह आदत जुनून में बदल गई।

🌻 मुस्कुराना मत भूलो

यह किताब कहती है —

“मुस्कान आपकी आत्मा का परिचय है।”

आजकल लोग इतने तनाव में हैं कि मुस्कुराना भूल गए हैं।
लेकिन मुस्कान न सिर्फ आपको खुश रखती है बल्कि आसपास के लोगों को भी सकारात्मक बनाती है।

💭 जीवन का उद्देश्य ढूँढो

हर इंसान का कोई न कोई मिशन होता है।
यह किताब सिखाती है कि अगर आपने अपना “Why” खोज लिया —
तो “How” अपने आप मिल जाएगा।

मैंने यह सवाल खुद से पूछा —

“अगर मुझे दुनिया को कुछ देना हो, तो वो क्या होगा?”

इसने मेरे जीवन की दिशा बदल दी।
अब मैं जो भी करता हूँ, उसी उद्देश्य से जुड़ा होता है।

🌺 अंत में – कौन रोएगा जब तुम मरोगे?

रॉबिन शर्मा हमें झकझोर कर पूछते हैं —

“जब तुम नहीं रहोगे, तो क्या फर्क पड़ेगा इस दुनिया को?”

यह सवाल हमें डराता नहीं, बल्कि जगाता है।
क्योंकि हम सब चाहते हैं कि हमारे जाने के बाद भी हमारी अच्छाई, हमारे कर्म, हमारी यादें ज़िंदा रहें।

मैं अब हर दिन यह सोचकर जीने की कोशिश करता हूँ कि —
अगर आज मेरा आखिरी दिन हो, तो मैं क्या करना चाहूँगा?
क्या मैं किसी को खुश कर सकता हूँ?
क्या मैं खुद के प्रति सच्चा हूँ?

और जब जवाब “हाँ” आता है, तो मैं जानता हूँ कि मैं सही दिशा में हूँ।

✨ निष्कर्ष:

“Who Will Cry When You Die?” सिर्फ एक किताब नहीं है, यह एक आत्मिक आईना है —
जो हमें दिखाता है कि जीवन कितना अनमोल है और हम इसे कितनी सादगी से जी सकते हैं।

रॉबिन शर्मा की बातें हमें सिखाती हैं कि

  • सफलता का असली अर्थ है आत्मिक शांति,
  • खुशी का स्रोत है कृतज्ञता,
  • और अमरता का राज़ है दूसरों के दिलों में अपनी जगह बनाना।

तो आइए, हम सब मिलकर ऐसा जीवन जिएँ कि जब हम इस दुनिया से जाएँ, तो लोग केवल रोएँ नहीं, बल्कि कहें —

“वो इंसान गया नहीं, बल्कि अपनी अच्छाई छोड़ गया।”


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