💰 “Folded by Randomness” — कैसे ‘लक’, ‘रिस्क’ और ‘गलत यकीन’ हमारी पूरी ज़िंदगी की कहानी बदल देते हैं
🌱 प्रस्तावना:
कभी-कभी ज़िंदगी वैसी नहीं होती जैसी दिखती है।
कई बार हम सोचते हैं कि हम सफल हैं क्योंकि हमने सही फैसले लिए — लेकिन शायद वो सिर्फ़ “अच्छे समय” की देन थी।
और कई बार, जब कुछ गलत होता है, हम उसे “बैड लक” कहकर किनारे कर देते हैं — जबकि गलती हमारी थी।
यही सोच हमें Nassim Nicholas Taleb की किताब “Fooled by Randomness” सिखाती है — कि हम इंसान कितने बड़े भ्रम में जी रहे हैं।
हम समझते हैं कि हमने पैटर्न समझ लिया है, जबकि असल में हम रैंडमनेस (अनिश्चितता) के खेल में सिर्फ़ खिलाड़ी हैं, निर्माता नहीं।
🧩 Lesson 1: क्यों ज्यादातर फाइनेंस प्रोफेसर रिच नहीं होते
एक बार सोचना —
अगर किसी की जिंदगी का काम है “पैसे और रिस्क को समझाना”, तो वो खुद क्यों अमीर नहीं है?
क्यों ज़्यादातर फाइनेंस प्रोफेसर या MBA के गुरू खुद फाइनेंशियली फ्री नहीं होते?
क्योंकि knowledge ≠ wisdom.
पुस्तकें सिखाती हैं modeling, ज़िंदगी सिखाती है survival.
1990 के दशक में कुछ बेहद इंटेलिजेंट लोगों ने एक मॉडल बनाया — Black-Scholes Model।
इस मॉडल ने ऑप्शन ट्रेडिंग की दुनिया बदल दी।
इसे बनाने वाले दो लोगों — Myron Scholes और Robert Merton — को Nobel Prize तक मिला।
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती।
उन्होंने सोचा कि अब उन्होंने “रिस्क को हरा दिया है” — उन्होंने एक फंड बनाया:
👉 Long-Term Capital Management (LTCM)
शुरुआती सालों में फंड ने 40% तक के रिटर्न दिए।
हर जगह चर्चा थी — “Finance has been perfected.”
लेकिन 1998 में Russia ने अपने कर्ज़ चुकाने से मना कर दिया (default किया)।
और LTCM फंड ने एक ही महीने में 50% पूँजी खो दी — $2 billion से ज़्यादा।
उनका दावा था कि “ऐसा इवेंट यूनिवर्स की उम्र में एक बार भी नहीं होना चाहिए था।”
मतलब — उनके मॉडल के हिसाब से जो हुआ, वो “impossible” था।
पर हुआ।
क्योंकि मॉडल्स रियलिटी नहीं होते।
तालेब यही कहते हैं —
"The problem with experts is not that they are wrong — it’s that they don’t know they are wrong."
🎯 Lesson 2: “Alternative Histories” — जो नहीं हुआ, वही असली कहानी है
तालेब का एक मानसिक मॉडल है — Russian Roulette Model.
सोचो, तुम्हारे सामने एक रिवॉल्वर रखी है, जिसमें 6 चेंबर हैं और सिर्फ़ एक में गोली है।
अगर गोली नहीं चली, तो तुम्हें करोड़ों रुपए मिलेंगे।
आप 5 बार खेलते हो और हर बार बच जाते हो।
क्या इसका मतलब ये है कि आप “स्किल्ड” हो गए? नहीं।
आप बस “लकी” थे।
अब वही गेम लाखों लोग खेलें, तो 5 लोग हमेशा जीतेंगे —
वो फिर कहेंगे, “देखो, हमने कैसे करोड़ बनाए!”
लेकिन आप कभी उन लोगों की बात नहीं सुनते जो बीच में मर गए।
History hides the losers.
और यही सबसे बड़ा झांसा है — Survivorship Bias.
जब आप किसी “सफल ट्रेडर”, “वॉरेन बफेट”, या “स्टार्टअप फाउंडर” की कहानी सुनते हैं,
तो आप सिर्फ़ एक version of reality देख रहे हैं —
बाकी 5 alternative realities आपको नहीं दिखतीं।
तालेब कहते हैं —
“Never judge success by results. Judge by the process that led there.”
💡 Lesson 3: Bad Information > No Information
LTCM फंड का example इसी का सबूत था।
ज्यादातर लोगों की सबसे बड़ी गलती होती है Overconfidence।
उन्हें लगता है कि उन्होंने “रिस्क कैलकुलेट” कर लिया है, जबकि असल में उन्होंने रिस्क का भ्रम बनाया होता है।
Taleb कहते हैं —
“Misinformation is worse than ignorance. Ignorance is honest; misinformation is arrogance.”
हमने स्कूल और यूनिवर्सिटी में जो मॉडल सीखे, वे “linear” सोच पर बने हैं —
पर दुनिया “non-linear” है।
यहां एक छोटा इवेंट पूरी सिस्टम को हिला सकता है —
जैसे COVID-19, 2008 Crash, AI Revolution।
जो लोग सोचते हैं कि उन्होंने सब कुछ कंट्रोल कर लिया है —
वो ही सबसे पहले गिरते हैं।
⚖️ Lesson 4: Frequency vs Magnitude (या ‘Skewness’ का असली मतलब)
अब एक थोड़ा मैथ वाला उदाहरण लेते हैं।
कहिए किसी कंपनी के पास एक रिस्की प्रोजेक्ट है —
90% संभावना है कि वो असफल होगा (और 10% कीमत गिरेगी)।
10% संभावना है कि वो बहुत सफल होगा (और कीमत 200% बढ़ेगी)।
अधिकांश लोग कहेंगे — “मैं नहीं इन्वेस्ट करूंगा। 90% chance है नुकसान का।”
पर वॉरेन बफेट ऐसे मामलों में probability × magnitude सोचते हैं।
अगर आप 100 ऐसे स्टॉक्स में ₹1–₹1 लगाते हैं —
तो 90 बार ₹0.10 का नुकसान होगा (₹9 का total loss)
और 10 बार ₹2 का profit होगा (₹20 total profit)
👉 कुल मिलाकर ₹11 का लाभ।
यानी 11% profit — despite 90% failure rate.
यह है asymmetric thinking।
Risk में जाओ, लेकिन जहाँ “downside limited” और “upside huge” हो।
यही लॉजिक options trading में भी लागू होता है —
पर लोग इसका उल्टा करते हैं।
वे छोटा profit बार-बार कमाने की कोशिश में, एक दिन पूरा नुकसान कर बैठते हैं।
🧠 Lesson 5: Warren Buffett और “Workouts” की Strategy
1950s और 60s में जब वॉरेन बफेट के पास बहुत कम कैपिटल था,
वो तीन तरह की strategies अपनाते थे:
-
Generals (Classic Value Stocks)
-
Controls (Management Influence)
-
Workouts (Event-Driven Opportunities)
अब ये “Workouts” क्या होते हैं?
ये वो स्टॉक्स होते हैं जिनमें कंपनी के किसी Action की वजह से बदलाव आने वाला हो —
जैसे:
-
Merger / Acquisition
-
Spin-off
-
Liquidation
-
Rights Issue
-
Special Situations
Example:
मान लीजिए Tata Motors अपनी एक नई Tire Manufacturing division अलग कर दे (Spin-off)।
अब नई “Tata Tires” नाम की कंपनी बनेगी।
Parent company के investors को थोड़े शेयर मिलेंगे।
अब mutual funds जो केवल large-caps में निवेश करते हैं, वो इस नई small-cap को बेच देंगे।
Result?
Short-term में “Tata Tires” undervalued दिखेगी।
Long-term में यह profit-making company होने से multibagger बन सकती है।
Buffett इन्हीं “forced selling” वाली स्थितियों को पकड़ते थे —
जहां मार्केट irrational हो जाता है, और investor rational रह सकता है।
💬 Lesson 6: Market Fools — पैटर्न जो मौजूद नहीं
हम इंसान हैं, और हमारा दिमाग chaos को पसंद नहीं करता।
इसलिए हम noise में भी pattern ढूँढ लेते हैं।
बादलों में चेहरा दिखता है,
चार्ट में “cup-and-handle” दिखता है,
news में “trend reversal” दिखता है।
Taleb कहते हैं —
“The more data you have, the more false patterns you’ll find.”
मार्केट में जो दिखाई देता है, वो हमेशा सिग्नल नहीं,
अक्सर नॉइस होता है।
🛡️ Lesson 7: Be Antifragile — सिर्फ़ मजबूत नहीं, और भी बेहतर
Taleb ने अपनी दूसरी किताब Antifragile में बताया —
कि दुनिया में चीज़ें तीन तरह की होती हैं:
| Category | Stress पर Reaction | Example |
|---|---|---|
| Fragile | टूट जाती हैं | Glass |
| Robust | सह लेती हैं | Stone |
| Antifragile | और बेहतर बनती हैं | Muscles, Knowledge, Experience |
Investment और ज़िंदगी दोनों में हमें “Antifragile” बनना है।
यानी छोटे-छोटे नुकसान, झटके और असफलताओं से डरना नहीं है।
बल्कि उन्हें इस्तेमाल करना है —
जैसे body muscle workout से grow करता है, वैसे ही दिमाग risk से evolve करता है।
💭 Lesson 8: Luck vs Skill — खुद से ईमानदार रहो
लोग जब जीतते हैं तो कहते हैं — “ये मेरी skill थी।”
और जब हारते हैं तो बोलते हैं — “थोड़ा bad luck था।”
Taleb कहते हैं —
“We attribute success to skill and failure to randomness — when it’s often the opposite.”
अगर कुछ आपको luck से मिला है, तो वो उसी randomness से खो भी सकता है।
लेकिन अगर कुछ आपने discipline, patience और skill से बनाया है,
तो वो टिकाऊ है — क्योंकि वो randomness से immunized है।
🧮 बोनस उदाहरण: Martingale Strategy — Dangerous Illusion
Taleb इस पर भी चेतावनी देते हैं —
वो strategy जहाँ कोई ट्रेडर हर बार नुकसान पर “डबल” करता जाता है —
100 खोया → 200 लगाओ → फिर 400 → फिर 800…
और कहता है, “बस एक बार जीतना है, तो सब रिकवर हो जाएगा।”
Reality में यह एक mathematical trap है।
क्योंकि आपकी जेब finite है, पर market infinite है।
एक लंबी negative streak आपकी पूरी capital खत्म कर देगी।
यह “Survivorship Bias” का दूसरा रूप है —
जो बचे रहते हैं, वो बोलते हैं “देखो, मेरा सिस्टम काम करता है।”
लेकिन जो डूब गए, उनकी आवाज़ कोई नहीं सुनता।
🧭 अंतिम सबक: क्या सीखना चाहिए
-
Luck को Skill मत समझो।
सफलता में randomness का रोल हमेशा है। -
Alternative Histories सोचो।
जो हुआ, वही सब कुछ नहीं है। -
Asymmetric Opportunities खोजो।
जहाँ नुकसान सीमित और फायदा बड़ा हो। -
Antifragile बनो।
Uncertainty को दुश्मन नहीं, ट्रेनर समझो। -
रिस्क समझो, सिर्फ़ रिटर्न नहीं।
हर decision का downside पहले सोचो। -
Learning से ज़्यादा Unlearning ज़रूरी है।
जो गलत मॉडल हैं, उन्हें पकड़कर मत बैठो।
✍️ निष्कर्ष:
“Folded by Randomness” हमें ये नहीं सिखाती कि मार्केट से कैसे अमीर बनें,
बल्कि ये सिखाती है — किस तरह सोचने से हम मूर्ख बन जाते हैं।
वॉरेन बफेट ने भी एक बार कहा था —
“What human beings are best at is interpreting new information so that their previous conclusions remain intact.”
मतलब —
हम सच्चाई नहीं खोजते,
हम अपनी ही मान्यताओं को बचाने के लिए सच्चाई को मोड़ देते हैं।
इसलिए अगली बार जब आप किसी “success story” सुनें,
तो अपने आप से पूछिए —
क्या ये result skill का है, या सिर्फ़ एक lucky coin flip का?
📢 अंत में…
अगर आपको यह आर्टिकल पढ़कर नए विचार मिले हों,
तो इसे शेयर कीजिए — क्योंकि सच्चा ज्ञान फैलाना भी निवेश है।
कमेंट में बताइए —
क्या आप ऐसे और behavioral finance और investment psychology वाले लेख चाहते हैं?
और वो “डबल ट्रेडिंग वाली Martingale Strategy” —
क्या आप उसे अपनाते? Yes या No?
आपका जवाब अगले आर्टिकल की शुरुआत बनेगा।
धन्यवाद 🙏
और याद रखिए —
“Smart लोग पैसा कमाते हैं, लेकिन Wise लोग पैसा बचाते हैं।”

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