बोर्ड परीक्षा और साथ जेईई यानि दोगुनी चुनौती। इन चुनौतियों का हँसते-मुस्कराते सामना करना है तो आपको सिमित समय में ज्यादा-से ज्यादा पढ़ाई करने का गुर सीखना होगा। कमसमय केभीतर प्रश्न पत्र हल करना सीखना होगा। यह तभी संभव है , जब आप समय प्रबंधन करना जानते हो। कैसे करें जेईई में अपनी उम्मीदवारी को मजबूत आइये जानें। ....
जीवन की हर राह पर सफलता के लिए समय की कद्र करना और समय का बेहतर प्रबंधन करना जरुरी होता है। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता का आधार हो बेहतर टाइम मैनेजमेंट को माना जाता है। जो छात्र समय का सही इस्तेमाल करना सीख जाते हैं , उनकी सफलता की संभावना भी काफी अध् तक बढ़ जाती है। और , बारहवीं की पढ़ाई के साथ जीई की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए तो यह करना अनिवार्य है। समय की कमी इन छात्रों की आम समस्या होती है। कम समय में ज्यादा प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करना ही परीक्षा में सफलता की सिनिश्चित करता है।
बेहतर टाइम मैनेजमेंट जकी मदद से न सिर्फ आप तीनों विषय फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ को बराबर समय दे पायेंगे , बल्कि बोर्ड परीक्षा की तैयारी के साथ साथ रिवीजन के लिए पर्याप्त समय भी निकल पाएंगे। सबसे बड़ा फायदा यह होता है की परीक्षा से ठीक पहले स्टूडेंट पर तरह का कोई दबाव नहीं रहता। कोर्स पूरा करने की चिंता उसे नहीं करनी पड़ती , बल्कि वह झटपट रिविज़न के काम में लग सकता है। आत्मविश्वाश रहता है की तैयारी सही चल रही है। किसी भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी सही चल रही है। किसी भी प्रतोयोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्र के लिए तैयारी के दौरान यह सकरात्मक सोच होना बेहद जरुरी होती है। जेईई की बेहतर तयारी के लिए कैसे समय प्रबंधन में महारत हासिल करें। आये जानें
तैयार कीजिये स्टडी प्लान
किसी भी चीज में सफलता प्राप्त करने के लिए समृत तरीके से काम करने की जरुरत होती है। आप दिन में १० घंटे पढ़ते हों , पर उस पढ़ाई की अगर कोई रुपरेखा न हो , तो संभव है की उस पढ़ाई से आपको बहुत फायदा। जो लोग स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करते है , वे कम घंटे पढ़ाई करके भी न सिर्फ ज्यादा पाठ्क्रम पूरा कर लेते हैं , बल्कि अपनी उस पढाई से संतुष्ट भी होते हैं। जेईई की सही तैयारी स्टडी प्लान बनाए बिना संभव नहीं। अपनी कमजोरी और मजबूती को ध्यान में रखते हूए अपना एक प्रभावी स्टडी प्लान तैयार करें। लगातार पढ़ाई करने बसे आप ज्यादा कोर्स कवर कर लेंगे , इस गलतफहमी में न रहें। पढ़ाई की नई रणनीति बनाये। मसलन एक घंटे तक किताब से पढ़ाई करने के बाद एक छोटा सा ब्रेक लें और उसके बाद अगले टॉपिक को किताब से पढ़ने की जगह उस पर बना कोई वीडियो या एनीमेशन देख लें। अपने स्टडी प्लान में ब्रेक को जरूर शामिल करें। जेईई जैसी परीक्षा के लिए लंबे समय तक ऊर्जा और लगन की जरुरत होती है। नियमित अंतराल परब्रेक लेकर आप अपनी ऊर्जा के स्तर को लंबे वक्त के लिए बरकरार रख सकते हैं। पर ब्रेक के दौरान ऐसी कोई भी गतिविधि नहीं करें , जिससे दिमाग पर दबाव पड़े। दिमाग थकने लगे। पढाई के दौरान ब्रेक का मतलब ही मष्तिक को आराम देना होता है।
तय करें प्राथमिकता
जेईई के कोर्स किन तैयारी प्राथमिकता के आधार पर करें। मसलन , जो विषय आपको सबसे ज्यादा मुश्किल लगता है , उसे सबसे पहले पूरा करें कर उसे सबसे ज्यादा वक्त दें। जिन विषयों या चैप्टर पर आपकी पकड़ मजबूत है , उसे कम वक्त दें। तैयारी की प्राथमिकता सूची आपको हर माह तैयारी करनी होगी और अपनी तैयारी की स्पीड के अनुरूप उसमें बदलाव लाने होंगे। अपनी यह लिस्ट तैयार करते वक्त आपको इस बात को भी ध्यान में रखना होगा कि आप खुद पर कोर्स जल्दी-से जल्दी पूरा करने का ज्यादा दबाव रहे हों।
जेईई की तैयारी के दौरान भेदभाव करने से बचें। हर स्टूडेंट का अपना कोई न कोई पसंदीदा विषय होता है , जिसे वह स्टूडेंट घंटो तक लगातार पढ़ सकता है। अगर आप भी ऐसा ही करते हैं , तो अपनी इस आदत पर अभी तुरंत लगाम लगाएं। सच्चाई तो यह है कि जो विषय आपको कम पसंद हैं , उन्हें आपके ज्यादा वक्त और लगन की जरुरत है , क्यूंकि जेईई में सफलता और अच्छे रैंक के लिए आपको तीनों ही विषयों मेइओन अच्छे नंबर लाने की जरुरत होगी। फिजिक्स , केमिस्ट्री और मैथ्स तीनों ही विषयों की तैयारी को हर दिन पर्याप्त वक्त। दें। हाँ , यह जरुरी है की जिस विषय आपकी पकड़ थोड़ी कम है , उसे आपको दूसरे विषयों की तुलना में ज्यादा वक्त दें होगा।
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