Online Computer Courses Classes and Training Program

Napolean Hill Think and Grow Rich

Napolean Hill Think and Grow Rich
Napolean Hill Think and Grow Rich

 

THINK AND GROW RICH IN HINDI  | सोचो और अमीर बनो हिंदी में

सक्सेस किसी भी प्रोफेशन या करियर में मिल सकती है। और एक अनपढ़ या कम पढ़ा लिखा इंसान भी एक आमिर बन सकता है और ये सीक्रेट लेखक अपने रीडर्स के साथ बाँटना चाहता है कि आखिर कैसे 500 अमीर लोगो को अपनी जिंदगी में इतनी बड़ी सफलता मिली ? और ये सीक्रेट सिर्फ उनके लिए है जो इसे जानने के लिए तैयार है। जिन्होंने ये सीक्रेट अप्लाई किया उनका अमीर बनने का सपना पूरा हुआ है। 

1. इस बुक से हम क्या सीखेंगे ?

अगर आप अपनी जिंदगी में पैसा , मान-सम्मान , पर्सनालिटी , सुकून और ख़ुशी चाहते है तो इसका राज आप उन अमीर लोगो से जान सकते है। जैसे-जैसे आप ये तेरह स्टेप्स पार करेंगे , उस सीक्रेट के और करीब आते जायेंगे। अब तैयार हो जाईये क्योंकि जो मौका अब आपके हाथ लगने वाला है वो आपकी लाइफ बदल कर रख देगा। नेपोलियन हिल ने हमें इस सीक्रेट का एक क्ल्यू दिया है सब तरक्की , सब अमीरी की शरुआत के पीछे एक आईडिया है। 

2. ये बुक किस किसको पढ़नी चाहिए ?

हर कोई इंसान जो अमीर बनने के सपने देखता है लेकिन उसे पता नहीं है अमीर बनने के लिए उसे क्या और कैसे करना है।  इस बुक में दिए गए रियल लाइफ एक्सपीरियंस प्रैक्टिकल लाइफ में काफी काम आ सकते है। 

3. इस बुक के ऑथर कौन है ?

26 अक्टूबर 1883 में जन्मी नेपोलियन हिल एक अमेरिकन ऑथर थे।  थिंक एंड ग्रो  रिच आल टाइम 10 बेस्ट सेलर सेल्फ हेल्प बुक्स की लिस्ट में आती है।  उनकी इस बुक ने लाखो लोगो के अमीर बनने का सपना पूरा किया है।  और आज  कर रही है तो देर किस बात की  इस  को पढ़कर आप भी रिच बन सकते है। 

ऑथर एक छोटा बच्चा था जब एंड्र्यू कार्नेजी ने उन्हें अपना एक राज बताया।  एक ऐसा राज जिसकी बदौलत 500 अमीर लोगो ने अपनी किस्मत खुद लिखी।  नेपोलियन हिल इसे बीस सालो तक ढूंढता रहा और आखिर में उन्हें पता चला कि सक्सेस किसी भी प्रोफेशन या करियर में मिल सकती है और एक अनपढ़ या कम पढ़ा लिखा इंसान भी एक अमीर बन सकता है। 

STEP -1 

इच्छा (डिजायर)

जब आप किसी चीज़ को पुरे दिल से चाहते हो तो वो सचमुच में वो चीजें बनके आपके सामने आ जाती है। जब आप लगातार अपने सपने के बारे में सोचते रहते है तो आप उसे पूरा करने के रास्ते ढूंढने लगते है।एक शब्द है जिसे मनी-कॉन्शसनेस कहते है जिसका मतलब है पैसे के पीछे दीवाना होना यानि आपके मन में खूब पैसा कमाने की इच्छा है।ये दिमाग की ऐसी हालत है जहाँ आप खुद को पहले से ही अमीर समझने लगते है। जब आप मनी- कॉन्शसनेस बनते है तो पैसा कमाने लगते है।हम यहाँ पर 6 स्टेप्स बता रहे है जो पक्का आपको मनी-कॉन्शसनेस बना देंगे पहला तो ये कि आप कितना पैसा कमाना चाहते हो , ये सोच लीजिये। 
 
सिर्फ ये बोलना काफी नहीं होगा की मुझे बहुत सारा पैसा कमाना है। आपको एक फिक्स अमाउंट तो सोचना ही पड़ेगा ताकि आप अपना सपना सच में पूरा कर सके दूसरा स्टेप है कि आपको ये तय करना होगा कि इतना पैसा कमाने के लिए आप क्या कर सकते है क्योंकि फ्री में तो आपको कुछ मिलेगा नहीं और तीसरा स्टेप है कि वो तारीख डीसाइड कर लें जिस दिन आपको अपनी सोची हुई रकम पा सकेंगे और चौथा स्टेप होगा एक ऐसा खास प्लान सोचना जिससे आप ये पैसा कमा सके और एक खास प्लान करने के बाद आपको बिना झिझके उस रास्ते पर आगे बढ़ना है। 

आपका पांचवा स्टेप होगा कि आप अपना फुलप्रूफ प्लान कहीं लिख लें कितनी रकम आप चाहते है , कब तक चाहते है और आपका प्लान क्या होगा , ये हर चीज आप एक पेपर पर लिख ले और आखिर में छठा स्टेप है कि अपने इस स्टेटमेंट को दिन में दो बार पढ़े और याद करे। 

अगर सच में आपके अंदर अमीर बनने की ख्वाहिश है तो इन स्टेप्स को फॉलो करना आपके लिए कोई मुश्किल काम नहीं है इस तरह आप देखेंगे और महसूस करेंगे और यकीन भी कर पायेंगे कि आपके पास पैसा है इसे दोहराते रहे और आप मनी-कॉन्शसनेस बन जायेंगे। 

एक बात याद रखिये कि हर बड़ी अचीवमेंट हासिल होने से पहले एक सपना ही लगती है। 
 

 STEP - 2

एक ऐसी ताकत है इस यूनिवर्स में जो हमें उन चीजों के पास अपने आप ले आती है जिन पर हम यकीन रखते है।  जब हमें पॉजिटिव ख्याल आता है तो हमारे साथ अपने आप सब कुछ अच्छा होने लगता है। लेकिन जब हम नेगेटिव सोचते है तो बुरी चीजें अपने आप होने लगती है। 
देखा जाए तो बेड लक या बुरी किस्मत जैसी कोई चीज नहीं होती। बस हम किस पर यकीन करते है वो मायने रखता है। कुछ लोग बेवजह ही खुद को बदकिस्मत मानने लगते है और कुछ तो खुद को हमेशा गरीब ही समझते रहते है। अगर हमें ये यकीन होने लगे कि हम अपने हालात नहीं बदल सकते तो इसका मतलब कि हमने अपनी बदकिस्मती खुद लिखी है।  क्योंकि जैसा हम अपने दिमाग को बनायेंगे वही चीजे हकीकत में होने लगेगी। 

अब अगर आप अपने दिमाग में डर और शक पैदा कर ले तो आप हमेशा डरते ही रहेंगे और अपने आप पर भरोशा नही रख पायेंगे।  ऐसा करके आप खुद को एक दायरे में बांध रहे है जिससे बाहर आ पाना मुश्किल होगा।  मनी कांशेस्नेस बनने के लिए खुद पर भरोशा रखना बहुत जरुरी है।  याद रहे कि आप हर पल खुद को आमिर देखे , महसूस करे और माने। 

खुद पर यकीं रखे कि एक दिन आप बहुत सारा पैसा कमाएंगे।  जो लोग हर बात पर बोलते है कि वे तो गरीब है , ऐसे लोग कभी अमीर बन ही नहीं पाते है।  जो हम बनना चाहते है , खुद पर यकीं करके वही बन सकते है।  जैसे विचार हम दिमाग में भेरेंगे वही एक दिन हमारी सच्चाई बन जाती है। 
 
तो मर्जी आपकी है कि आप गरीबी चुनते है या अमीरी।  एक बार अपने मन में अमीर होने का ख्याल बैठा लीजिये फिर आपका यकीं आपके लिए सारी लिमितातिओं को हटाकर आपको सफलता दिला देगा।

STEP - 3 Auto- Suggestion   

 हमारा सब - कांसिउस दिमाग असल में एक उपजाऊ जमीन कीतरह है।  हम अगर इसमें काम के बीज नहीं डालेंगे तो इसमें खास-फूस उगने लगेगी।  इसके लिए हमें ऑटो- सजेसन अपनाना होगा ताकि हमारे दिमाग में बेकार का कचरा ना उगे।  हम खुद इतने काबिल है कि अपने सब-कांसिउस दिमाग में आपने वाले ख्यालो को चुन सकते है।  हमारा यही सब कांसिउस दिमाग हमारी सोच को हकीकत बनता है।  लेकिन ऐसा करने के लिए हमें खुद से सलाह इस तक पहुंचना होगा।  इसीलिए तो कहते है की अपने दिमाग को हमेशा पॉजिटिव सोच विचारो से भरे और जब हम इस पर कण्ट्रोल नहीं कर पते है तो तभी हमारी हार होती है।  ये बात हर दिन दोहराए कि आप क्या चाहते है।  

अगर आप अमीर बनना चाहते है तो इसके लिए तैयार रहे।  अपनी इस चाहत को अपनी आदत बना ले।  फिर एक दिन आपकी यही आदत आपको असल में ऐसे मौके देगी जिससे आपकी सफलता एक हकीकत बन जाएगी।  आज से ही खुद को एक आमिर और सफल इंसान समझना शुरू कर दे।  अपने लक्ष्य को पाने के लिए प्लान आपके सब- कांसिउस में ही है बस ऑटो सजेसन की प्रैक्टिस करते रहे ताकि आपका प्लान आपके पास खुद ब खुद आ सके। 

इस कोशिश में कभी भी हर न मने।  ये बात समझले कि आपको कुछ भी मुफ्त में नही मिलने वाला।  कुछ पाने के लिए बहुत कुछ करना भी पड़ेगा।  तो आज से ही अपने दिमाग के बगीचे में अच्छे -अच्छे पॉजिटिव बातो के बीज दलना शुरू कर दें।

STEP 4 - SPECIALIZED KNOWLEDGE 


हेनरी फोर्ड के पास कोईफॉर्मलएजुकेशन नहीं थी लेकिन उसे ऑटो मोबाइल के बारे में अच्छी - खासी नॉलेज थी।  वर्ल्डवॉर के दिनों में उसने शिकागो न्यूज़ पेपर पर मान हानि कादावा किया था क्योंकि अख़बार ने उसे इग्नोरेंट पेसिफिक यानि उदासीन शांतिवादी करार दिया था। 

अदालत में ट्रायल के दौरान उससेहजारो सवाल पूछे गए।  वकील ये साबित करनाचाहता था कि हेनरीवाकई में इग्नोरेंट है।  अदालत एं उसके उटपटांग सवालो से फोर्ड परेशान हो गया था। 

उसने जवाब दिया "जो भी सवाल आप मुझसे पूछना चाहते हो उनका जवाब देने के लिए मैं यहाँ अपने आदमी को बुला सकता हूँ , अब क्या आप मुझे बताएँगे कि जब मैं आदमियों को काम पे रख सकता हूँ जो मुझे हर बात की जानकारी दे तो मुझे अपने दिमाग में इतनी नॉलेज भरने की क्या जरुरत है ?"
 
फोर्ड के इस जवाब से अदलत में सन्नाटा छा गया।  फोर्ड के पास कोई खास जनरल नॉलेज नही थी मगर अपने काम की उसे खास नॉलेज थी।  उसे ये मालूम था कि उसकागोल क्या है , तभी तो जो लोगज्यादापढ़े- लिखे नहींभी होते फिर भी वे सक्सेसफुल होते है। 

जो चीज हम जनरल नॉलेज पढ़कर या स्कूल में सीखते है अक्सर हमारे उतने काम नही आती जब तक कि हम असली जिन्दगी में इस्तेमाल नहीं करते।  देखा जाये तो ये सिर्फ किताबी पढाई  , प्रैक्टिकल नॉलेज नहीं।  अगर आपका किसी चीज में खास इंटरेस्ट है तो आपउसमें कोई शोर्ट कोर्स कर सकते है या उसकी ट्रेनिंग ले सकतेहै।  इस तरहआपकी उस चीज की पूरीनॉलेज अच्छी तरह से हासिल कर लेंगे जो आगे चलकर आपके बिज़नस में काम आ सकता है। 

सीखना केवल स्कूल तक ही नहीं होता , आप जिन्दगी में किसी भी उम्र में कुछ भी सिख सकते है।  चाहे आप फॅमिली वाले हो या फुल टाइम जॉब वाले , अपने हुनर को सिखने के लिए वक्त तो निकल ही सकते है।  एक स्पेशल नॉलेज होनी बहुत अच्छी बात है क्योंकि आपको पता चलता है कि फ्यूचर में आपका हुनर है उसे इम्प्रूव करना बहुत जरुरी है। 
 
याद रखे कि "जो इंसान स्कूली पढाई को ही सब कुछ मान कर सीखना बाद कर देता है , वों हमेशा मामूली इंसान ही बनकर रहेगा। वो हमेशाभाले ही एक मुकाम हासिल कर ले मगर सक्सेस तभी हासिल होती है जब आप जिन्दगी में कुछ सीखते ही रहते है। "


STEP - 5 IMAGINATION

बहुत पुरानी बात है एक बार एक बुढादेशी डॉक्टर एककेमिस्ट की दुकान पर गया।  उसने दुकान के एक जवान क्लर्क को कहा कि उसकी कैटल और लकड़ी का पैडल काफी पुराना हो गया है। क्लर्क ने उसकी कैटल और लकड़ी का पैडल 500 $ में खरीद लिए।  ये रकम उस डॉक्टर की जिन्दगी भर की सेविंग जितनी थी डॉक्टर ने उस क्लर्क को कागज का एक छोटा टुकड़ा दिया जिसमें एक मैजिक फ़ॉर्मूला लिखा था।  डॉक्टर ने 500 $ क्लर्क से लिए और वहां से चला गया क्योंकि इस पैसो से वों अपना कर्ज उतार कर आराम से रह सकता था। 

उस जवान क्लर्क ने अपनी लाइफ की सेविंग उस फोर्मुले पर इन्वेस्ट कर दी थी।  उसने उसकागज में लिखी चीजो को मिक्स करके मैजिक फ़ॉर्मूला बनाया।  उस कैटल में उसके हाथ एककिस्म का सोनालगा था जिससे शुगर इंडस्ट्री चलाई गई और जिसकीवजह से लाखों लोगो को रोजगार मिला।  इसनेसाउथ के एक छोटे से शहर को बिज़नसकैपिटल बना डाला।  इस तरह वों पुरानी कैटल सारी दुनिया के काम आई। 

जानते है उस कैटल में क्या मिक्सचर बना था ? 
उस में तैयार हुआ था कोका-कोला ! जी हाँ , उस मिक्सचर से जो चीज बनी वों कोका-कोला थी और जिसने ये मिक्सचर बनाया उस क्लर्क का नाम था असा कांडलर।  लेकिन कोका-कोला की सफलता का सीक्रेट्स वो कागज का पुर्जा नहीं था , वों थी असा कैंडलर की इमेजिनेशन।  हमारी इच्छाओ को पूरा करने के लिए इमेजिनेशन की जरुरत पड़ती है ताकि वे हकीकत बन पाए।  जो चीज आपको सफल होने से रोक रही है वों है सिर्फ आपकी अपनी सोच। 

आप सोच बदलिए , अपनी इमेजिनेशन इस्तेमाल कीजिये फिर देखिये कमाल ! कोका-कोला भी एक आइडियाज पर चला।  आज जो जितनी भी चीजे हम अपने आस- पास देखते है , जैसे गैजेट्स या सोशल मीडिया इन सबके पीछे आईडिया ही है।  हम में से बहुत से लोग जिन्दगी भर एक ब्रेक का इंतेजार करते है लेकिन सफलता एक दिन में ही नहीं मिल जाती। 

आपका आईडिया ऐसा होना चाहिए जो त्तारह केमुसीबत को झेल सके।  इसमें आपको हार , निराशा और असफलता भी मिल सकती।  तो इन सब बातों के लिए भी तैयार रहर।  अपने आईडिया को अपना जूनून बना लीजिये।  बिना रुके लगातार इस पर काम करें।  इसे असलियत का जमा पहनाये तभी आपके आईडिया इतना दमदार बन पायेगा कि हर तरह के चैलेंजे झेल पाए।

STEP - 6  ORGANIZED PLANING 

जब तक आपके पास कोई पक्का प्लान नहीं है आप सफल नहीं हो सकते। ऐसे लोग खोजिये जो आपके प्लान में आपकी मदद कर सके। 

जब आप लोगो की मदद लेंगे तो जाहिर है कि बदले मेंआपको उन्हें कुछ फायदा देना पड़ेगा।  अपना एक ग्रुप बनाये और लगातार उनके साथ अपने प्लान के बारे में चर्चा करते रहे।  फेलियर से बचने के लिए अपने ग्रुप के साथ अच्छा वर्किंग रिलेशन कायम करें। 

आपको हर तरह के लोगो की जरुरत पड़ेगी क्योंकि एक ही इंसान में हर चीज की नॉलेज , एक्सपीरियंस या एबिलिटी नहीं होती।  सक्सेस पाने के लिए औरो के सहयोग और परफेक्ट हार्मोनी की जरुरत पड़ेगी और इस बात का ध्यान रखे कि प्लान पर काम करने से पहले अपने ग्रुप के सभी मेम्बेर्स की राय ली जाए। 

अगर पहला प्लान फ़ैल हो जाता तो दुसरे पर काम करेऔर अगर ये वाला भी नहीं चलता तो भी हार ना माने।  तब तकनए प्लान बनाते रहे जब तक कोई पक्का प्लान नहीं हाथ लगता।  याद कीजिये की किस तरह थॉमस एडिसन ने दस हजार बार कोशिश की थी तब जाकर वे लाइट बल्ब बनाने में कामयाब हुआ।  बार बार फेल होने के बाद ही तो वों एक ग्रेट इन्वेन्टर बन पाया। 
 
जो हार मानता है वो कभी नहीं जीतता और जो जीतता है वों कभी हार नहीं मानता जोहार मन लेते है उनमेंजूनून की कमी होती है।  लेकिन हरने के बाद भी नये प्लानबनाने वाले ही आखिर में विनर बनते है।  फेल होने का मतलब है कि कहीं कुछ गलत अहै जो आपका प्लान काम नहीं कर पाया और उसमें बदलाव की जरुरत है। 

अगरथॉमस ने भी हारमान ली होती तो आज शायद कोई उसका नाम तक ना जानता।  जब आप फेल होते है तो उसकी वजह खोजिये।  इसे बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते है आप ? एक नया फुल प्रूफ प्लान बनाकर उसपर नए सिरे से काम करे। 


STEP - 7 DECISION 


फोर्ड मोटर्स की मोडल टी एक ज़माने में दुनिया की सबसे बदसूरत कार मानी जाती थी।  हेनरी फोर्ड को उनकी कंपनी के एडवाइजर ने इस कार का डिजाईन बदलने की सलाह दी।  लेकिन फोर्ड नहीं माने और मोडल टी बनाते रहे।  हालांकि बाद में उन्होंने उसके डिजाईन में थोड़ा बदलाव जरुर किया।  लेकिन उससे भी पहले मोडल टी ने उन्हें खूब कमाई करके दी। 

हेनरी फोर्ड अपनेतुरंत फैसलों और मजबूत इरादों के लिए जाने जाते थे।  और हर सफल इंसान केअन्दर येक्वालिटी होती है।  कभी हाँ कभी ना करने वाले हमेशा गरीब और फेलियर ही रहते है।  जब आप तुरंत फैसले करते है तो उन पर तुरंत काम भी शुरू कर देते है।  देर करने से सिर्फ पैसे और वक्त की बर्बादी होती है और नतीजा कुछ हाथ नहीं आता। 

फोर्ड ने उन लोगो की बात बिलकुल नहीं मानी जिन्होंने मॉडल टी कीबुराई की थी।  क्योंकि उन्हें अपने लिए गए फैसले पर पूरा यकीन था। अमीर लोग कोई भी फैसला करने में वक्त बर्बाद नहीं करते बल्कि उनमें धीरे - धीरे जरुरी बदलाव करते है। वे आसानी से लोगो की बातों में नही आते बल्कि खुद की आईडिया पर भरोसा रखते है। 

सलाह इस दुनियाकी सबसे सस्ती चीज है , कोई भी किसी कोमुफ्त में सलाह देने के लिएतैयार रहता है अगर आप हमेशा लोगो से रायमांगते रहेंगे तो आपको कुछ फायदा नहीं होने वाला।  ज्यादातर लोग आपको ऐसे सलाह देंगे जो आपको डिसकर्जमेंट ही देगी नाकि मोटीवेट करेगी।  फिर चाहे वों आपके पक्के दोस्त या रिश्तेदार ही क्यों न हो।  सिर्फ अपने मास्टर माइंड ग्रुप के साथ ही काउंसिल करें।  सिर्फ आपका ग्रुप ही आपके साथ पूरी तरह सिम्पथी देगी क्योंकि आपका उद्देश्य एक ही है।  अपने ग्रुप के मेम्बर भी सोच समझ कर चुने।  हम आगे के चैप्टर में मास्टर माइंड की पावर के बारे में बतायेंगे। 

आपके पास खुद का दिमाग है तो इसे इस्तेमाल करें।  सक्सेसफुल बनने की जो आग आपके अन्दर है उसकी पुकार सुने।  अच्छे फैसले लेने का मतलब है कि आपको क्या चाहिए ये बात आप जानते है।  दुनिया का दस्तूर है कि यहाँ उसी इंसान की कद्र होती है , जिसकी बातों में दम हो और जिसका काम बोले और सक्सेसफुल लोगो को पता होता है कि उन्हें क्या चाहिए और वे उसे हासिल करके ही रहते है। 

STEP - 8 PERSISTENCE 


बेशक धीरे धीरे मगर लगातार बढ़ते रहे।  आखिर कहीं से तो चलना शुरू कीजिये तभी तो सफलता एक दिन हाथ लगेगी।  लगातार अपनी मंजिल की तरफ चलने से पहले अपनी मंजिल चुन लीजिये।  आप क्या हासिल करना चाहते है और क्यों ? ये जानना बहुत जरुरी है तभी आपको मोटिवेशन मिलेगी। 

खुद पर यकीन रखे कि आप इस्त्ने काबिल है।  आपके अन्दर वो स्किल और नॉलेज है जो आपको सक्सेस दिला सकती है।  अपने लिए एक सही प्लान तैयार करें , जो इस प्लान में आपकी मदद कर रहे है उन साथियों के साथ अच्छा रिलेशन मेंटेन करें। 

अपनी विल power को परख ले फिर अपने प्लान पर फोकस करे।  सबसे पहले जरुरी है कि अपने मन का डर भगा दे।  जो डरता है वो कुछ नहीं कर पाता है। 

कितने ही ऐसे लोग है जो एक बड़े "ब्रेक" के इंतजार में बैठे है।  कोई मनपसंद जॉब या बिज़नस opportunity उनके लिए एक बड़ा ब्रेक हो सकता है।  लेकिन ऐसे लोग डिसअपोइनटेड  रहते है। ब्रेक पाने के लिए उतने ही एफर्ट भी करने पड़ते है ये अचानक नहीं मिल जाता।  लेकिन हम अपना बिग ब्रेक पा सकते है जब हम इसके लिए एक प्लानिंग करते है और इउसके रास्ते पर लगातार बढ़तेरहते है। 

अब कुछ लोग ऐसे भी होंगे जिन्होंने अपनी स्ट्रोंगडिजायर और खास प्लान से ये मौका पाया होगा मगर सफल नहीं हो पाए।  ऐसा क्यों ? क्योंकि उन्होंने आसानी से गिव अप कर लिया। 
 
एक बार फेल होते ही उन्होंने हार मान ली और प्लान ही छोड़ दिया।  मगर ये हार तो टेम्पररी थी इस बात को वे भूल गए।  हार का एक ही जवाब है और वो है आगे बढ़ते रहना।  कई बार तो ऐसा लगता है कि कोई छुपा हुआ गाइड हमें परखने के लिए ही हमारे रास्ते में बहुत सारी रुकावर्ट डाल देता।  हमारी हार हमारी विल पावर को परखने का बस एक तरीका है। 

जब आप बिना रुके लगातार आगे बढ़ने की आदत बना लेते है तो हारकभी भी आपके रास्ते की रुकावट नहीं बनेगी।  फिर जो कुछ भी आपने सोचा है उसे पूरा करके ही रहेंगे। 

STEP 9 POWER OF MASTER MIND 

 एक कहावत है कि नॉलेज इज पावर , मगर सिर्फ इसके दम पर अकेले अमीर नहीं बन सकते।  नॉलेज तभी पावर बनती है जब इसे अपने गोल को पाने के लिए इस्तेमाल किया जाए।  मास्टर माइंड ऐसे लोगो का ग्रुप होता है जो आपकी नॉलेज को बढ़ा सकेत है।  ताकि वो आपकी पावर बन सके।  इन लोगो की इच्छा और मकसद वहीं होता है जो आपका है। 
 
इस बात को इलेक्ट्रिक बैटरी से समझते है।  एक सिंगल बैटरी थोड़ी सी ही एनर्जी देगी लेकिन जब एक से ज्यादा बैटरी हमारे पास हो तो हमें लंबे समय तक उनकी एनर्जी मिलती रहेगी।  ऐसे ही जब आपके पास मास्टर माइंड ग्रुप होता है तो आपकी तागत कई गुना बढ़ जाती है और इनकी मदद से आप अपनी कमजोरियों को भी दूर कर साकेत है। 

अपनी कारपोरेशनबनाने से पहलेहेनरी फोर्ड भी एक गरीब अनपढ़ और इग्नोरेंट इंसान थे।  लेकिन उन्होंने अपना बिज़नस ऐसे पचास भरोसेमंद लोगो के साथ मिलकर चलाया जो उनके मास्टर माइंड थे।  उन्होंने थॉमस एडिसन के साथ भी दोस्ती रखी थी।  फोर्ड अपने इन भरोसेमंद और महान दोस्तों के साथ बहुत मिलनसार और सहयोगी  रिश्ता बनाये रखा।  अपने इसी काबिल मास्टर माइंड ग्रुप की वजह से हेनरी फोर्ड अपनी गरीबी मिटाकर इतने बड़े सफल बिज़नस मेन बन पाए।  सिर्फ दस साल लगे उन्हें पढ़े - लिखे और इंटेलीजेंट बनने में।  और 25 साल बाद वे अपने देश के सबसे अमीर आदमी बन चुके थे। 
 
एक मास्टर माइंड ग्रुप से जुड़ने के बहुत सेइकनोमिक एडवांटेज तो है ही बल्कि मानसिक रूप से भी ये फायदेमंद है। जब भी दोदिमागी तागत आपस में मिलती है तो एक नईअनदेखी तागतपैदा होती है जो उन दोनों दिमाग के साथ मिलकर तीन दिमागों जीतनी तागत पैदाकरती है  जाहिर है कि एक ग्रुप मेंजब इतने दिमाग होंगे तो वों एक अकेले दिमाग की तागत को भी बढ़ा देंगे। 

कुल मिलाकर कहे तो दो दिमाग एक अकेले से ज्यादा बेहतर सोच सकते है।  अगर ग्रुप के लोगो के बीच अच्छा वर्किंग रिलेशनशिप है तो वे मिलकर किसी भी इंडिविजुअल से ज्यादा कमाल कर सकते है क्योंकि एक अकेले इंसान की तुलना में उनकी तागत कई गुना बढ़कर होती है। 


STEP 10  - THE MYSTERY OF SEX TRANSMUTATION

ट्रांसमुटेशन उसे कहते जब एनर्जी एक फॉर्म से दुसरे फॉर्म में बदलती है। सेक्स इंसान की सबसे तागतवर स्टम्युली होती है। सेक्स ट्रांसम्युट का मतलब है कि हम अपनी सेक्स एनर्जी को कई प्रोडक्टिविटी कामों में इस्तेमाल कर सकते है क्योंकि इसमें बहुत पावर होती है।  क्रिएटिविटी और बिज़नस के लिए सेक्स एनर्जी का बेहतरीन इस्तेमाल हो सकता है। सेक्स एक नेचुरल चीज है।  ये इंसान की जरुरत की चीजों में शामिल है , आप इससे मुंह नहीं मोड़ सकते।  अगर इसे काबू में नहीं किया गया तो ये एक डिस्ट्रकटिव हथियार बन जाता है।  लेकिन अगर इसे विल पावर की तरह इस्तेमाल किया जाये तो इससे बहुत कुछ अचीव किया जा सकता है। 
 
जितने भी सक्सेसफुल इंसान हुए है उन्होंने अपनी इस शरीर की भूख का इस्तेमाल अपनी क्रिएटिविटी में किया और महान बने। माइंड स्टीमुयुली  करने के कई तरीके है जैसे शराब ड्रग्स या आपके मन का डर।  लेकिन इन सबमें सेक्स ही सबसे स्ट्रोंग है।  जो इंसान इस पर कण्ट्रोल नहीं रख पाता वो अक्सर जुर्म , गरीबी और बदहाली में ही जीता है। जिसने भी इस तागत का सही इस्तेमाल किया उसका हमेशा भला हुआ है और वो एक जिनियस बनकर उभरता है। 

जीनियस इंसान किसीप्लेन के पायलट जैसा होता है।  वो पहाड़ों और पेड़ो के ऊपर से जाता है , वो ऊँची उड़ाने लगाता है।  सेक्स और खाना हमारे जीवन में ऊँचे पहाड़ो और पेड़ों की तरह है।  एक जीनियस इन ओब्सट्रकशन को पार करके खुद को आजाद कर लेता है। 

अबवो अपनी क्रिएटिव इमेजिनेशन का बेहतर इस्तेमाल करके खुद के लिए तरक्की के रास्ते खोल सकता है।  हमारी क्रिएटिव इमेजिनेशन सिक्स्थ सेन्स की तरह है।  जितना ज्यादा हम उसे use करेंगे ये उतनी ही अच्छी होती जायेगी।  क्रिएटिव इमेजिनेशन की प्रैक्टिस से सक्सेसफुल लोग और ज्यादा समझदार और प्रोडक्टिव बन जाते है। 

स्टडीज से ये प्रूव हुआ है कि सक्सेसफुल लोगो में स्ट्रोंग सेक्सएनर्जी होती है। लेकिन वो इस एनर्जी को वहां अप्लाई करते है जहाँ उन्हें अपनी क्रिएटिव आउटलेट की जरुरत होती है। 

जितने भी गाने , कविताये या नोवेल्स है उनमें लव और सेक्स का ही जिक्र है। आपके अन्दर का करिश्मा औरकॉन्फिडेंस आपकी सेक्स अपील से ही झलकता है ,आप किसी भी आर्टिस्ट या बुसिनेसमेन को देखिये आप खुद समझ जायेंगे।  आप भी अपने अन्दर के पोटेंशियल को अपनी क्रिएटिव इमेजिनेशन के लिए यूज करे। 

आप सोच भी नहीं सकते कि आपके दिमाग में कितनीशक्ति है।  इसका कोई अंतनहीं है इसीलिए इसे खुद को महान बनाने में लगाये और साथ ही अपनी सेक्सुअल एनर्जी के एडवांटेज से अपने करियर को नई उचाईयों में लेजाईये और अमीर बनिए। 


STEP 11 - THE SUBCONSCIOUS  MIND 

हम सब जानते है की सब-कांशेस दिमाग पर हमारा कोई कण्ट्रोल नहीं होता है।  लेकिन यही वो हिस्सा है जो हमारी सारी इच्छाए , भावनाए और फैसले लेने की तागत को कण्ट्रोल करता है।  हमें बस इतना करना है की हम अपने मन को हमेशा पॉजिटिव विचारों से भरा रखे। 

धीरे धीरे यही पॉजिटिव विचार हमारे सब-कांसियस मन में बैठते चले जायेंगे। ये एक तरीका है जो धीरे धीरे हमें सफलता की ओर ले जायेगा। अपने सब-कांसिय्स को इम्प्रूव करने के लिए अपने दिमाग में यकीन , प्यार , सक्सेस , जोश , रोमांस और उम्मीद से भरे ख्याल लाये।  कभी भी अपने दिमाग में बेकार का डर , किसी से नफरत , जलन और बदले की भावना या लालच और अन्धविश्वाश जैसे विचार ना रखे।  कोशिश करे कि ये नेगटिव सोचने से आपको कभी भी सफलता नहीं मिल सकती और ना ही आप अमीर बन सकते है।  इससे आप और ज्यादा गरीबी के दलदल में डूब जायेंगे। 

अभी आपके पास अपना खुद का एक पर्सनल प्लान है ज्सिमें दम पर आप सक्सेस प् सकते है।  आप जानते  है कि आप कैसे अमीर बन सकते है, हालांकि वो प्लान अभी आपके सब-कांशेस मन में बंद पड़ा है , उस तक पहुँचने के लिए आपको पहले अपने नेगेटिव विचारों से छुटकारा पाना होगा। 
 
पहले पॉजिटिव ख्यालों को अपने दिमाग में लाने की कोशिश कीजिये ताकि आप इसे और बेहतर समझ सके।  हर दिन छोटी - छोटी बातों से शुरुआत करे।  अपनी चाहतो को , प्यार , सेक्स , रोमांस , उम्मीद , जोश और खुशियों को अपनी आदत बना ले और लालच , डर , गुस्से जलन और बदले की भावना से छुटकारा पाए। 
 

STEP 12 - THE BRAIN   

इंसानी दिमागी दुनिया की सबसे पावरफुल मशीन है।  इसे सेंडिंग और रिसीविंग device दोनों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।  हमारे विचारो की तागत का हमारी सफलता में एक बड़ा हाथ होता है।   जो भी तेरह स्टेप यहाँ बताये गए है उनके बारे में सोचकर आप अपने सफ़र की शुरुआत कर सकते है।  आपकी इच्छा से लेकर आपकी इमेजिनेशन तक हर चीज की प्लानिंग आप अपने दिमाग में करके रख सकते है। 

क्या आप जानते है कि हमारे दिमाग के सेरेबल कोर्टेक्स मेंदस से लेकर 14 बिलियन नर्व सेल्स पाई जाती है ? इससे भी मजेदार बात ये है कि ये सारी सेल्स एक खास तरीके से ऑर्डर के हिसाब से अरेंज हैं। नर्व सेल्स के अरेंजमेंट का ये तरीका हम इंसानों को फिजिकली और मेंटली स्टेट के लिए भी हमारा ब्रेन ही जिम्मेदार होता है। 
 
ये बिलकुल सच है कि हम वाकई में सोचने की तागत से ही अमीर बन सकते है।  अपने दिमाग में पॉजिटिव विचारों को भरकर हम अपने लिए अच्छे मौके खुद ही  खोज सकते है , अपने जूनून को हम असलियतमें उतार कर अपने सपने पुरे कर सकते है।  हमारे अन्दर वो पावर है कि हम तुरंतफैसले भी ले सकते है और हरने परफिर से कोशिश कर सकते है और हम अपनी सेक्सुअल एनर्जी का इस्तेमाल अपनी क्रिएटिविटी निखारने के लिए भी कर सकते है और ये सबहमरे इस छोटे से दिमाग के अन्दर ही हो सकता है। 

अगर आप रोज खुद को प्रेरित करने की प्रैक्टिस करे तो अपनी नॉलेज और पोटेंसियल दोनों बढ़ा सकते है। और सफल होने के लिए यही तो चाहिए।  अपने दिमाग के साथ- साथ बाकियों के दिमाग की तागत का इस्तेमाल करके भी आप बहुत कुछ हासिल कर सकते है।  मेंटल टेलीपैथी मुमकिन चीज है अगर आप अपने मास्टर माइंड ग्रुप के साथ मिलकर इस पर बारीकी से काम करे तो। इसके लिए आपस में डिसकसं करे जिससे आप अपने विचारों को दुसरो के साथ बाँट कर एक सिंगल ब्रेन की तरह सोच पाए।  इस्तेमाल करे अपने ब्रेन की पावर का हमेशा इसे नए - नए आईडिया से प्रेरित करते रहे।  जो कुछ भी आपने इस समरी से सिखा उसे रियल में अप्लाई करने की कोशिश करें और उसे अपनी आदत में शुमार कर ले। आप चाहे तो किसी भी चैप्टर में जाकर फिर से उन बात को दोहरा सकते है। 

उन लाइन्स को मन ही मन दोहराए जो आपको money कांसेश्नेश बनायेंगे।  आप अपनी फाइनेंसियल सक्सेस से अब ज्यादा दूर नहीं है। 


STEP 13  - THE SIXTH SENSE 

अमीर और सक्सेसफुलबनने के लिए इन तेरह स्टेप्स का आखिरी स्टेप है सिक्स्थ सेंस।  जब आप बाकी के बारह स्टेप में महारत हासिल नहीं कर लेंगे तब तक आप इस सिक्स्थ सेन्स हमारे सब- कांसिएस माइंड का एक हिस्सा है जो हमारी क्रिएटिव इमेजिनेशन को संभालता है।  ये ही हमें दुनिया की इनफिनाइट इंटेलीजेंस से जोड़ता है। 
 
कभी-कभी हम विचारो को अपने दिमाग में फ़्लैश की तरह देखते है जिसे हन्चेस ("hunches") कहते है। ऐसा तब होता है जब हमारी सिक्स्थ सेंस काम कर रही होती है। लेकिन इसे हर कोई महसूस नहीं कर स्काट है। बहुत गहराई से ध्यान लगाने से ही हम इसे अचीव कर सकते है।  जितने भी महान लोग हुए है जैसे थॉमस एडिसन , अब्राहम लिंकन , स्वामी विवेकानंद जैसे लोगो ने अपनी सिक्स्थ सेन्स का यूज करके ही महान बन पाए। अपने इन्ही हन्चेस से उन्हें कुछ बड़ा काम करने की मोटिवेशन मिलती रही।  ये सिक्स्थ सेन्स हमारी मेंटल और spiritual स्टेट दोनों को जोड़ता है।  ये एक मीडियम की तरह काम करती है जो हमारे दिमाग को इस अनंत ब्रह्मांड के साथ कनेक्ट करता है। 
 
हमारी सिक्स्थ सेन्स ना केवल हमें क्रिएटिव आइडियाज देती है बल्कि कई बार आने वाले खतरों का भी इशारा कर देती है। 

इनफिनिटइंटेलिजेंस वो पावर है जो दुनिया की हर चीज के कण यानि atom में होती है।  इसके अन्दर पुरे ब्रह्मांड की एनर्जी समाई होती है।  यहीवोशक्ति है जिससे पानी हमेशा निचे की ओर ही बहता है।  रात के बाद दिन निकलता है और सर्दी के बाद गर्मी आती है।  इसी की वजह से ब्रह्मांड की हर चीज एक दुसरे से किसी ना किसी रूप से जुड़ी हुई है। 

हम भी अपनीसिक्स्थ सेन्स की प्रैक्टिस करके खुद को इनफिनिट इंटेलिजेंस के साथ जोड़ सकते है।  जैसा की सभी जीनियस करते है हम भी अपने सपनो को मटेरियल फॉर्मयानिहकीकत बना सकते है।  क्योंकि हम इंसानों के पास ही सपने होते है , इच्छाए होती है जो हमारे दिमाग को dominate करके और अपनी सोचने की पावर से सफलता हासिल कर सकते हैं। 

सफलता का रास्ता हमारे सपनो से ही शुरू होता है।  जैसे जैसे आप इन तेरह स्टेप पर आगे बढ़ते जायेंगे आपको विजडम मिलता जायेगा।  अपनी सक्सेस के लिए बहुत जरुरी है कि खुद को और दूसरों को जाने।  आखिर में एक सक्सेसफुल आदमी ही इस लॉज़ ऑफ़ नेचर और खुशियों के तरीके को समझ सकता है।  हम फिर कहते है कि आप जब चाहे तब इन तेरह स्टेप्स पर जाकर इन्हें दोहरा सकते है ताकि माइंड स्टीमुलेशन के हाई लेवल को आप पा सके। 

अब आपके पास 13 स्टेप्स है जिसके लास्ट चैप्टर में आप सीखेंगे की डर को अपने मन से कैसे दूर किया जाए।  क्योंकि जब तक आप इसे दूर नहीं करेंगे ये आपको एक लिमिट में बांध कर रखेगा। और बिना इस डर को जीते आप अमीरी की रह पर पांव नहीं बढ़ा सकते है। 


Post a Comment

0 Comments