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अनुशासन की शक्ति The Power of Discipline

 

Power of Discipline in hindi

अनुशासन की शक्ति The Power of Discipline

The Power of Discipline क्या आप डिसिप्लिन की पावर को जानते हैं। 

Discipline is the bridge between goals and accomplishment.

डिसिप्लिन Goals और सफलता के बीच का ब्रिज है। डिसिप्लिन एक ऐसी प्रैक्टिस है जिसमें लोग नियमों का पालन करते हैं। बिहेवियर का स्टैंडर्ड अच्छा होता है और अगर वह ऐसा ना करें तो उन्हें सजा मिलती है। डिसिप्लिन वो क्वालिटी है। जो कंट्रोल तरीके से काम करना और बिहेव करना सिखाता है। 

जिसमें कुछ नियमों और स्टैंडर्ड को मानना शामिल होता है। डिसिप्लिन आपको वो चीज करने की शक्ति देता है। जो चीज आप चाहते हैं क्योंकि वो आप जानते हैं की आप उसे सीख सकते हैं कि कैसे अपने दिमाग में सेट किये हुए सपने को अचीव करना है। डिसिप्लिन आपको सोच पर कंट्रोल करना सिखाता है और साथ है किसी भी सिचुएशन में कैसे खुश रहना है। 

पॉजिटिव इमोशन (Positive Emotions ) की कल्पना करें और डिसिप्लिन आपके मूड को पॉजिटिव डेवलप कर सकता है। यह एक स्किल्स है और यह बिल्कुल कॉम्प्लिकेटेड नहीं है आपको बस इसमें खुद को ट्रेन करना है। 

1. Set Big Goals 

जब आप खुद को बड़े गोल्स पाने की चैलेंजे करते है तो आप खुद पूरी तरह से उस कला के लिए डेडीकेट करते हैं। जितना ज्यादा समय आप देते हैं उतना ही मुश्किल उसे छोड़ना हो जाता है। जब आप अपना पसीना वक्त और मेहनत देते हैं और अगर आप इसे छोड़ देते हैं तो यह आपको कुछ नहीं देगा। जितना बड़ा गोल होगा उतना ज्यादा समय देना होगा। तब आप उसे हासिल कर पाएंगे। 

2. Set  Clear Goals 

आपका गोल आपके लिए मायने रखता है और उसको अचीव करने के लिए आप क्या स्पेशल करेंगे इसे साफ़ तरीके से डिफाइन करे। अगर आप ने स्वस्थ रहने के लिए Goal सेट किया है। तो क्या आप हर दिन दौड़ने जाएंगे किस टाइम और कितने दिन के लिए है। क्या आप हेल्दी खाएंगे अगर आप का गोल क्लियर नहीं है तो उसको पूरा करने के लिए आपको कोई रास्ता नहीं मिलेगा। 

3. Know that every day matters 

जब आप सुबह उठते हैं तो क्या आप जानते हैं उस दिन को पूरा करने के लिए ज्यादा जरूरी क्या है? जो भी गोल और प्रायरिटी आप अपने लिए सेट करते हैं। वो पूरी होनी चाहिए इससे यह पता चलता है कि आप का सपना जिंदा है या मर गया। एथलीट्स ये बात जानते हैं कि अगर वह एक भी ट्रेनिंग सेशन मिस करते हैं तो वह पीछे रह जाएंगे। वह जानते हैं कि वो कंपटीशन हार जाएंगे। जो वह अभी भी 3 महीने दूर है अगर वो अपने प्लान को सही से फॉलो नहीं करते हैं। और वो नहीं करते है जो उन्होंने कहा था करेंगे।अगर वो अपना प्लान नहीं फॉलो करते है तो वह डिसिप्लिन नहीं है। 

4. Don't argue with the plan 

अगर आप ओलंपिक में जाना चाहते हैं तो हर एक सेशन जरूरी है यहां कोई भी एक दूसरे की तुलना में कम नहीं है। आपके जीवन में बाकी सब चीजों के साथ भी ऐसा ही होता है। जब आप कोई प्रोसेस शुरू करते हैं तो आप सवाल नहीं कर सकते , आप हिचकिचा नहीं सकते, आप पीछे नहीं हट सकते। आपको अपने सपनों को पूरा करने के लिए आपको अपने पूरे ताकत के साथ हर दिन मेहनत करनी चाहिए।

5. Build a no matter what mindset

ऐसा माइंडसेट बनाएं कि चाहे कुछ भी हो जाए जो आपने कहा था कि करेंगे उन चीजों को आप हर हाल में पूरा करेंगे। चाहे कुछ भी हो जाए आपको खुद के लिए एक प्रेशर क्रिएट करना होगा। वरना आप कुछ भी अचीव नहीं कर पाएंगे। एक अच्छा स्ट्रेस है और एक बुरा स्ट्रेस है। आप आपको यह पक्का करना होगा कि आप एक अच्छे स्ट्रेस के अंदर काम करें। जिससे आपके पेट में तितलियां घूमे है जो आपके कंट्रोल में रहे।

6. Plan a Routine 

अपने लिए एक रूटीन बनाएं जो आपका सेकंड नेचर ऑटोमेटिक और नॉर्मल हो। एग्जांपल के लिए अथिलीट से जानते हैं कि उनको कितने घंटे के लिए ट्रेनिंग करनी है। कब लंच करना है कब डिनर करना है और कब रेस्ट करना है। ट्रेनिंग में उनको वार्मअप करना ही है। फिर मेन ट्रेनिंग और आराम करके रिकवरी करनी है। इस सेम  रूटिंग को फॉलो करके यह सेकंड नेचर यानी की आदत बन जाती है और डिसिप्लिन इनको को जीतने के लिए तैयार करता है। अपने रूटीन खुद प्लान करें और उसमें तब तक टिके रहे। तब तक आप वह आपके लिए नॉर्मल ना बन जाए जो आपको सफलता की ओर ले जाएगा।

7. Commit 

ये चुनने में सा सावधान रहे कि आप अपना समय कहां बिताते हैं क्योंकि आप हार नहीं मान सकते हैं। आपको तब तक फॉलो करना होगा जब तक आप इसको अच्छे तरीके से पूरा नहीं करते। 

8. Understand the transformation process 

आपका शरीर और दिमाग सब कुछ करता है। यह आपको आगे बढ़ने और बदलने से भी रोकता है। यह आप जानते हैं कि आपका आलसी और undisciplined  होना आम बात है लेकिन यह भी आपको जानना होगा कि आपके पास इन सब चीजों से लड़ने की ताकत है। अपने ख्यालों से शुरुआत करें। 

9. Go above feelings 

डिसिप्लिन का सबसे कठीन हिस्सा है की खुशी के साथ अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक्शनस को बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए लगातार कड़ी मेहनत, कंफर्टेबल से लड़ना और जल्दी मिलने वाली खुशी से भी लड़ना है। ऐसा करने के लिए आपको उन भावनाओं से अलग होना पड़ेगा जो आप को रोकती है। जैसे कि थकान आलस और खुद पर दया आना आपको इन सब चीजों से आगे निकलना होगा। जो आपको बोले कि थके हुए है, तनाव में है और अकेले स्ट्रगल कर रहे हैं। डिसिप्लिन एक फाइटर की डायरेक्ट ट्रेनिंग है।

10. Resist the brain  

सभी लोग आलसी होते हैं यहां तक कि इसमें बहुत से सफल बिजनेसमैन , सफल एथलिट और टैलेंटेड एक्ट्रेस भी आते हैं। लेकिन ये सिर्फ आलस नहीं है। ये आपका दिमाग है जो आपके लिए एनर्जी बचाता है। कोई भी काम एनर्जी लेता है और आपका दिमाग आपके शरीर को रोकने के लिए सिग्नल भेजता है और साथ ही यह बताता है कि अगर आप फेल हुए तो आपके यह कितना मुश्किल और डरावना हो सकता है। लेकिन आप अपने दिमाग को बहला सकते हैं ये बता कर कि आपका शरीर एक सुंदर मशीन है और आप इसे ज्यादा ताकत से काबू कर सकते हैं। खुद को अपने शरीर से अलग कर इसको एक कंप्यूटर गेम की तरह खेलें। आप ही वो इंसान है जो आपके शरीर को  काम करने के लिए कमांड देता है।

11. Find Pleasure in the hard work

अपने काम को हर बार तेजी से करने और बेहतर करने वाली प्रोसेस पर ध्यान दें। स्पीड बहुत जरूरी है आपने जो टाइम सेट किया है उनके अंदर ही आपको अपने गोल को अचीव करने का परफेक्शन लाना होगा। बहुत से लोग बहुत जल्दी हार मान लेते है। सफलता ही डिसिप्लिन है और डिसिप्लिन आपको आखरी मंजिल तक ले जाता है। जिसमें आपका सपना पूरा होता है। 

यह एक इंजन है जो हमारे कौशल और जिंदगी के मौके को ढूंढने मैं मदद करता है। डिसिप्लिन बोरिंग नहीं है कि हमें मीनिंग फुल और सुंदर चीजों को बनाने के लिए सारे एनर्जी लगा देने की आजादी देता है। डिसिप्लिन इंसान में स्टेबिलिटी और स्ट्रक्चर लाता है। यह एक इंसान को रिस्पांसिबल और रिस्पेक्ट करना सिखाता है। अच्छी तरह से नियमों का पालन करना ही सोसाइटी का बेस है। 

अगर डिसिप्लिन नहीं होगा तो लोग दूसरे को ध्यान में ना रखते हुए सबसे पहले वह करेंगे जो वह चाहते हैं और गलतियां करेंगे। यह बेहतर सोसाइटी के लिए अच्छे ह्यूमन बिहेवियर को बढ़ावा देता है और रहने के लिए खुशहाल जगह बनाता है। यह इंसान के दिमाग और कैरेक्टर को ट्रेन करने में भी मदद करता है। 

यहाँ दो तरह के Discipline है। Internal और External

Internal Discipline : आपको सही और गलत में फर्क करना सिखाता है। 

External Discipline : एक्सटर्नल डिसिप्लिन सोसाइटी के अनुसार होते हैं जैसे कि कानून का पालन करना। बहुत से लोग इंस्टेंट लाटीट्यूड के पीछे भागते हैं जो लोग काबू नहीं कर रख पाते है वह अपने एक्शन का लॉन्ग टर्म इफेक्ट नहीं देख पाते हैं। जिससे हमें यह पता चलता है कि यह जिंदगी का इतना जरूरी स्किल क्यों है। गोल्स को हासिल करते वक्त यह सबसे जरूरी फैक्टर है। ये आपको अलग-अलग ऑप्शन से चुनने के लिए allow करता है और आप इन ऑप्शन को चुनकर आप सफलता हासिल कर सकते हैं जो आपने मांगी थी। 

इसके साथ-साथ आपको जिंदगी में आने वाली सभी प्रॉब्लम को दूर करने का अधिकार देता है। अगर आप इस पर अपना दिमाग लगायें तो इस काबिलियत को  कभी भी बनाया और मजबूत किया जा सकता है। खुद से प्रॉमिस करें और पक्का करें कि आप उसे पूरा करेंगे। याद रहे कि आप अपनी सोच , एक्शन और बिहेवियर के साथ एलाइन करें। एक्सरसाइज करें अपने दिमाग और शरीर को शेप में लाएं। नेगेटिव बिहेवियर से बचें और सभी पॉजिटिव पहलू पर फोकस करें। 

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